बॉलीवुड के फिल्म निर्माता करण जौहर इन दिनों अपने पॉपुलर चैट शो 'कॉफी विद करण' के सातवें सीजन के लिए सुर्खियां बटोर रहे हैं। इस चैट शो में इस बार कई बड़े-बड़े खुलासे किए गए, जिन्हें सुन सब हैरान थे। हालांकि, अब इस शो का आखिरी एपिसोड टेलीकास्ट हो चुका है। लेकिन इस एपिसोड में भी करण जौहर ने अपनी जिंदगी को लेकर कई खुलासे किए। इस एपिसोड में करण ने अपनी मेंटल हेल्थ और सोशल मीडिया पर होने वाली ट्रोलिंग को लेकर खुलकर बात की। निर्माता ने आए दिन होने वाली ट्रोलिंग से डील करने के अपने तरीके का भी खुलासा किया।
करण जौहर के मशहूर चैट शो 'कॉफी विद करण 7' के आखिरी एपिसोड में सोशल मीडिया इन्फ्लूएंसर्स तन्मय भट्ट, कुशा कपिला, दानिश सैत, निहारिका एनएम मौजूद थे। इन लोगों ने करण जौहर से तरह-तरह के सवाल किए और इन्हीं में से एक सवाल निर्माता को लेकर की जाने वाली ट्रोलिंग को लेकर था। कॉफी विद करण के होस्ट करण जौहर से पूछा गया कि वह सोशल मीडिया पर होने वाली ट्रोलिंग और नेगेटिविटी से कैसे डील करते हैं? इस बात का जवाब देते हुए करण बोले,'इतने सालों में मैंने अपनी चमड़ी मोटी कर ली है कि अब मुझे इन सब चीजों से फर्क पड़ना बंद हो गया है। सच कहूं तो लोग मेरे बारे में क्या सोचते हैं, क्या कहते हैं इससे मुझे फर्क नहीं पड़ता। लोग मेरे बच्चों तक को गाली देने लगते हैं। तब मुझे लगता है कि उन्हें इन सबसे दूर रखो। मेरे, मेरी सेक्शुएलिटी के बारे में जो भी कहना है कहते रहो।'
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आपको बता दें करण जौहर आए दिन नेटिजन्स के निशाने पर रहते हैं। कभी नेपोटिजम को लेकर तो कभी अपने बयानों और सेक्शुएलिटी को लेकर ट्रोल्स उनपर निशाना साधते रहते हैं। ऐसे में जब उनसे यह सवाल पूछा गया तो वह इतना कहकर नहीं रुको। करण आगे बोलते हैं, 'ऐसा नहीं है कि मेरे साथ इशूज नहीं रहे या मुझे थेरेपी नहीं लेनी पड़ी। पहले मुझे बहुत दिक्कत होती थी। पांच साल पहले मुझे एंग्जाइटी इशू था और उस वक्त मैं खुलकर सामने आया था। जब मैंने अपनी साइकोलॉजिस्ट डॉक्टर से बात की तो उन्होंने मुझे इससे डील करने के तरीके बताए थे।'
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अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए करण ने बताया कि,'मेरी डॉक्टर ने कहा कि भले तुमको लगता है कि तुम मोटी चमड़ी वाले हो और फर्क नहीं पड़ता लेकिन ये चीजें आप अंदर ही अंदर दबा रहे हो जो कभी-कभी बाहर आ जाती हैं। डॉक्टर ने कहा कि ऐसा नहीं करना चाहिए। उसके बाद मैंने लोगों से बात करनी शुरू की। उसी के बाद से मैं थोड़ा बेहतर फील करता हूं और मैं इस बारे में ज्यादा से ज्यादा बात करता हूं लेकिन अब मुझे किसी भी तरह की दिक्कत नहीं होती।'
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