'गुल मकई', यानी कि मक्के का फूल। नोबेल शांति पुरस्कार जीत चुकीं मलाला यूसुफजई इसी नाम से बीबीसी (ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग सर्विसेज) पर आतंकवाद के खिलाफ अपना ब्लॉग लिखती थीं। अब मलाला की बायोपिक इसी नाम से रिलीज होने जा रही है। इस कहानी को फिल्माने का बीड़ा किसी पाकिस्तानी निर्देशक ने नहीं बल्कि भारतीय निर्देशक अमजद खान ने उठाया है। पिछले आठ साल से वह इस फिल्म को लेकर चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। इस महीने के आखिरी शुक्रवार को रिलीज होने जा रही गुल मकई को लेकर अमजद ने अमर उजाला से ये खास बातचीत की।