चीन में बैठे तेलंगाना पुलिस के भगौड़े माइकल जिन डी के इशारे पर देश की सुरक्षा से खिलावाड़ कर अर्थव्यवस्था को चोट पहुंचाई गई। अवैध रूप से रहने वाले चीनी नागरिकों और चीन से एमबीबीएस की पढ़ाई छोड़कर भारत लौटे रवि नटवरलाल व अन्य आरोपियों के गठजोड़ से बिना अनुमति और लाइसेंस के नोएडा के सेक्टर-63 में मोबाइल स्क्रैप की फैक्टरी संचालित की गई। इसमें कर्मचारियों की मदद से पीसीबी (प्रिंटेड सर्किट बोर्ड) से चिप और आईसी निकालने काम किया गया। ईवेस्ट के एक्सपोर्ट पर प्रतिबंध के बावजूद करोड़ों चिप और आईसी हांगकांग के रास्ते चीन भेजे। आरोपियों ने कॉल सेंटर चलाकर भी भारतीयों को चीनी लोन एप और ट्रेंडिंग एप के जरिये फंसाकर धोखाधड़ी व वसूली की। हवाला और क्रिप्टो करेंसी के जरिये धन विदेश भेजा, कस्टम ड्यूटी की चोरी कर एक कंपनी की आड़ में कई कंपनी बनाकर 250 करोड़ का लेनदेन किया। ये खुलासा एसटीएफ, पुलिस और विभिन्न एजेंसियों जांच में हुआ है। इस मामले में सात चीनी नागरिक समेत 15 आरोपियों के खिलाफ न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल कर दिया है। अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
एजेंसियों की जांच में सामने आया कि चीन में बैठा माइकल उर्फ जिन डी ने तेलंगाना में के बशीराबाद साइबराबाद में चीनी लोन एप से वसूली आदि का अवैध धंधा किया था। वर्ष 2021 में वहां से काम बंद करने के बाद माइकल चीन चला गया। आरोपी के इशारे पर अवैध रूप से रहने वाले चीन नागरिक व उनके मददगार भारतीयों नोएडा के सेक्टर-63 में बिना अनुमति और लाइसेंस के ईवेस्ट का काम कर रहे थे। रवि नटवर लाल, चीनी नागरिक जॉनसन और जू फाई समेत अन्य आरोपियों ने फर्जी ढंग से वीजा तिथि बढ़ाकर व अन्य फर्जी पहचान पत्र बनाकर चीनी नागरिकों को नेपाल के रास्ते भारत में बुलाया। जू फाई की महिला मित्र नगालैंड निवासी पेटखरेनोव ने चीन से अवैध रुप से आने वाले नागरिकों के पूर्वोत्तर के फर्जी आधार कार्ड बनावाकर अपने साथ गौतमबुद्घ नगर व दिल्ली-एनसीआर में गाड़ी से घुमाती थी। वहीं उन्हें गाड़ी से नेपाल बॉर्डर तक छोड़कर आती थी। घरबरा स्थित अवैध अड्डे पर चीनी नागरिकों की मौज मस्ती, शराब, मसाज आदि का भी पूरा प्रबंध किया जाता था। इसका संचालन पूर्वोत्तर की एलन करती थी।
लोन एप के पीड़ित के आत्महत्या के बाद छोड़ा तेलंगाना
माइकल ने चाइनीज लोन एप से लोन लेने के बाद प्रताड़ित होने पर आत्महत्या कर ली थी। पीड़ित के भाई के केस दर्ज कराने के बाद आरोपी वहां से अन्य साथियों के साथ अवैध धंधा बंद कर फरार हो गया था। इसके अलावा भी देश में चीनी एप के पीड़ितों ने आत्महत्या की हैं।
दिल्ली से बरामद कॉल एक्सचेंजर मशीन से राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा
आरोपी चीनी नागरिक जॉनसन एवं संतोष ठाकुर की निशानदेही पर महरौली के किशनगढ़ राममंदिर रोड से कॉल एक्सचेंजर लाल रंग की डिब्बेनुमा मशीन बरामद की गई। जिसमें 32 सिम स्लॉट की ट्रे कनेक्ट करने की व्यवस्था और चार बोर्ड में 32 सर्किट बोर्ड का कनेक्शन है। ये मशीन वीओआईपी (वॉइस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल) से इंटरनेशनल कॉल को कनर्वट करने वाला एक्सचेंज है। जिसमें एक लीवर लगा है। ये मशीन लोन एप का कॉल सेंटर संचालित करने में प्रयोग की जा रही थी। इससे कॉलर की लोकेशन का पता नहीं चलता है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में इससे राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा पैदा हुआ है।
लोन एप और ट्रेंडिंग एप से 250 करोड़ की धोखाधड़ी
प्रतिबंधित चाइनीज लोन एप और ट्रेडिंग ऐप एचटी फॉक्स से आरोपियों ने विभिन्न कंपनियों एवं व्यक्तिगत खातों में धोखाधड़ी कर धन एकत्र किया। लगभग 250 करोड़ रुपये को आरोपियों ने विभिन्न कंपनियों एवं व्यक्तिगत खातों में ट्रांसफर करके प्रयोग किया है।