कोरोना संक्रमण की दर कम होने के साथ दिल्ली में कुतुब मीनार तो उत्तर प्रदेश में ताजमहल सैलानियों के खोल दिए गए। लेकिन पर्यटन राज्य उत्तराखंड के दरवाजे अब भी पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए पूरी तरह से नहीं खुले हैं। देवभूमि में आने के लिए अब भी कोविड कर्फ्यू के बंधन हैं।
सप्ताहांत कर्फ्यू, आरटीपीसीआर जांच की अनिवार्यता और मशहूर टूरिस्ट प्वाइंट्स बंद होने से पर्यटन कारोबार को भारी नुकसान पहुंच रहा है। राज्य में पर्यटन से जुड़े छोटे कारोबारियों के तो रोटी के लाले पड़े हैं। बड़े कारोबारियों की हालत भी पतली है। ऐसे में मांग लगातार बढ़ रही है कि पूरे प्रदेश के पर्यटन स्थल पड़ोसी राज्य हिमाचल और उत्तर प्रदेश की तर्ज पर खोले जाएं।
उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण की दर में लगातार कमी आ रही है। 14 जून से 20 जून के मध्य संक्रमण दर 1.13 प्रतिशत रह गई। कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित रहे देहरादून जिले की संक्रमण 1.27, नैनीताल की 1.35 प्रतिशत रही। सैरगाहों के लिए प्रसिद्ध जिले पौड़ी, हरिद्वार, चमोली और बागेश्वर में संक्रमण दर शून्य से नीचे पहुंच चुकी है।
राज्य में कोरोना के मामले कम होने से प्रदेश सरकार ने कोविड कर्फ्यू में ढील देते हुए होटल और रेस्टोरेंट खोलने की अनुमति दी। लेकिन राज्य के पर्यटन व्यवसाय को इसका फायदा नहीं मिल रहा है। राज्य से बाहर के पर्यटकों के लिए आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट की शर्त बनी हुई है। उधर, हिमाचल ने कोविड जांच की निगेटिव की रिपोर्ट की शर्त हटा दी। नतीजा यह है कि पड़ोसी राज्य के पर्यटक स्थल शिमला, मनाली, डलहौजी, धर्मशाला में सैलानियों की भीड़ उमड़ रही है। उत्तराखंड में सन्नाटा है।
सप्ताहांत कर्फ्यू, आरटीपीसीआर जांच की अनिवार्यता और मशहूर टूरिस्ट प्वाइंट्स बंद होने से पर्यटन कारोबार को भारी नुकसान पहुंच रहा है। राज्य में पर्यटन से जुड़े छोटे कारोबारियों के तो रोटी के लाले पड़े हैं। बड़े कारोबारियों की हालत भी पतली है। ऐसे में मांग लगातार बढ़ रही है कि पूरे प्रदेश के पर्यटन स्थल पड़ोसी राज्य हिमाचल और उत्तर प्रदेश की तर्ज पर खोले जाएं।
उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण की दर में लगातार कमी आ रही है। 14 जून से 20 जून के मध्य संक्रमण दर 1.13 प्रतिशत रह गई। कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित रहे देहरादून जिले की संक्रमण 1.27, नैनीताल की 1.35 प्रतिशत रही। सैरगाहों के लिए प्रसिद्ध जिले पौड़ी, हरिद्वार, चमोली और बागेश्वर में संक्रमण दर शून्य से नीचे पहुंच चुकी है।
राज्य में कोरोना के मामले कम होने से प्रदेश सरकार ने कोविड कर्फ्यू में ढील देते हुए होटल और रेस्टोरेंट खोलने की अनुमति दी। लेकिन राज्य के पर्यटन व्यवसाय को इसका फायदा नहीं मिल रहा है। राज्य से बाहर के पर्यटकों के लिए आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट की शर्त बनी हुई है। उधर, हिमाचल ने कोविड जांच की निगेटिव की रिपोर्ट की शर्त हटा दी। नतीजा यह है कि पड़ोसी राज्य के पर्यटक स्थल शिमला, मनाली, डलहौजी, धर्मशाला में सैलानियों की भीड़ उमड़ रही है। उत्तराखंड में सन्नाटा है।