देश आज अपना 71वां गणतंत्र दिवस बेहद धूमधाम से मना रहा है। भारत पाक सीमा पर स्थित अटारी बॉर्डर भी इसका गवाह बना। यहां पर भारी जनसैलाब उमड़ पड़ा। बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी देखने के लिए देश के कोने-कोने से लोग अमृतसर के अटारी पहुंचे। इस दौरान भारत-पाक सीमा भारत माता की जय, हिंदुस्तान जिंदाबाद और वंदेमातरम के नारों से गूंज उठी । आइए देखें बीटिंग रिट्रीट की कुछ तस्वीरें...

सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों में भी बेहद उत्साह देखने को मिला। रिट्रीट सेरेमनी के दौरान कदमताल करते हुए पाक रेंजरों के सामने अपने शौर्य का प्रदर्शन हमारे जांबाजों ने किया। यह नजारा देख वहां पर मौजूद देशवासी जोश से भर उठे और फिर सीमा पर देशभक्ति के नारे गूंजने लगे।

अटारी सीमा पर कई देशभक्ति और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का रंगारंग आयोजन किया गया। दर्शकों के उत्साह ने जवानों का उत्साह भी दोगुना कर दिया। बीएसएफ के जवानों ने अपने शौर्य भरी कदमताल से पाकिस्तानी रेंजरों को जमकर ललकारा। पाक रेंजरों के सामने वीर जांबाजों का प्रदर्शन देख सभी का सीना गर्व से चौड़ा हो गया। इसे देख बच्चे भी जयघोष करने लगे।

बता दें कि आधिकारिक तौर पर बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी का उद्देश्य औपचारिक तौर पर भारत की सीमा रात के लिए बंद करना है। सुबह राष्ट्रीय ध्वज को सम्मान के साथ फहराया जाता है और सूर्यास्त से पहले सम्मान के साथ नीचे उतर लिया जाता है। इस दौरान हमारे जवान अपने हाव-भाव से पाक रेंजरों को ललकारते हैं। ऐसे में अटारी बॉर्डर पूरी तरह देशभक्ति के रंग में रंग जाता है। मार्च के दौरान दोनों देशों के जवान अपने पैरों को सिर के ऊपर तक उठाते हैं।

बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी की शुरूआत 1959 में हुई थी और भारतीय सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) इसे आयोजित करता है। दोनों देशों के बीच रिट्रीट सेरेमनी का आयोजन तो किया गया लेकिन स्वतंत्रता दिवस के बाद अब गणतंत्र दिवस पर भी मिठाईयों का आदान-प्रदान नहीं किया गया। अटारी-वाघा बॉर्डर पर सीमा सुरक्षा बल और पाकिस्तानी रेंजरों ने एक-दूसरे को मिठाई नहीं दी।