देश में एक अक्टूबर से ईवी बैटरी के लिए नए नियम को लागू किया जाना है। लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अब इन्हें लागू करने में देरी भी हो सकती है। कई वाहन निर्माता इसके लिए पूरी तरह से तैयार नहीं हैं और सरकार से इसके लिए समय मांग रही हैं।
सरकार करेगी विचार?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कंपनियां सरकार से इसके लिए समय मांग रही हैं। मामले पर काफी सोच विचार के बाद इंडस्ट्री AIS-156 Rev-2 की जरूरत के मुताबिक होने वाले बदलाव के लिए 31 मार्च 2023 और बैटरी के फिर से होमोलोगेशन को पूरा करने के लिए 31 अगस्त 2023 तक का समय मांग रही हैं।
कंपनियों ने बताई परेशानी
वाहन निर्माताओं ने कहा कि उन्हें दोबारा से टेस्ट करने से पहले बैटरी को फिर से डिजाइन करना होगा। इस बदलाव को लागू करने के लिए समय की जरूरत है।
मांग पूरी ना होने का होगा ये कारण
वाहन निर्माताओं की मांगें पूरी नहीं भी हो सकती हैं। इसका कारण ये है कि अधिकारी चाहते हैं साल 2022 में ईवी में आग लगने के कई मामले सामने आए हैं और इनसे सीख लेकर कंपनियां अगले साल में गर्मियों की शुरूआत से पहले नए नियमों के मुताबिक कंपनियां बैटरी में बदलाव कर लें जिससे अगले साल इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाई जा सके।
कंपनियों के पास बचा है कम समय
नई ईवी बैटरी मानकों पर आधिकारिक अधिसूचना तीन सितंबर को आ गई थी। इसके मुताबिक कंपनियों को सभी तरह के संशोधन करने के लिए चार हफ्ते का समय दिया गया था।