Hindi News
›
Madhya Pradesh
›
Many social organizations opposed the gay law in Damoh, memorandum submitted to the President
{"_id":"6454696309502a83200987f5","slug":"many-social-organizations-opposed-the-gay-law-in-damoh-memorandum-submitted-to-the-president-2023-05-05","type":"story","status":"publish","title_hn":"MP News: दमोह में समलैंगिक कानून का विरोध, कई सामाजिक संगठनों ने दिया धरना, राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
MP News: दमोह में समलैंगिक कानून का विरोध, कई सामाजिक संगठनों ने दिया धरना, राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, दमोह
Published by: अंकिता विश्वकर्मा
Updated Fri, 05 May 2023 07:56 AM IST
दमोह में कई सामाजिक संगठनों ने समलैंगिक कानून का विरोध किया और इस कानून को अनुमति न देने के संबंध में राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा।
दमोह में समलैंगिक कानून का विरोध
- फोटो : अमर उजाला
Link Copied
विस्तार
Follow Us
दमोह के स्थानीय अस्पताल चौराहे पर संस्कृति रक्षा मंच के बैनर तले कई सामाजिक संगठन के लोगों ने समलैंगिक कानून के विरोध में धरना प्रदर्शन किया। इस विरोध प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे इंजीनियर अमर सिंह राजपूत ने कहा कि भारतीय मूल्य, भारतीय सिद्धांत की जो संरचना है उसके खिलाफ जाकर समलैंगिक कानून को जारी कराने के लिए कुछ लोगों के प्रयास चल रहे हैं, जिसकी सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में चल रही है। जो समलैंगिक लोग हैं उन्होंने मांग की है कि जिस तरह महिला, पुरुष के विवाह होते हैं वैसे ही विवाह करने की अनुमति उन्हें भी दी जाए। अगर इस तरह की अनुमति दी जाती है तो जो हमारी मान्यता, परंपराएं हैं चाहे वह हिंदू हों, मुस्लिम हों, सिख हों समाप्त हो जाएंगी। कुल मिलाकर भारतीय भूभाग में रहने वालों जितने भी लोग हैं उनके खिलाफ हो जाएगी।
इस कानून को अनुमति मिलने के बाद आने वाले समय में समाज की प्रतिकूलता में दीर्घगामी परिणाम होंगे। अगर यह फैसला होता है तो हमारे आईपीसी कोर्ट की 78 धाराओं को बदलना पड़ेगा, जिसका बहुत गहरा असर भारतीय जनमानस पर पड़ेगा। इसलिए हम सभी मिलकर आज राष्ट्रपति को ज्ञापन दे रहे हैं क्योंकि यह अधिकार विधायिका के पास है, कार्यपालिका के पास है। इसका निर्धारण न्यायपालिका नहीं कर सकती। इसलिए उनकी मांग है कि जिस समलैंगिक कानून को जारी करने की सुनवाई चल रही है उसे रद्द किया जाए और इस कानून को अनुमति न दी जाए।
विज्ञापन
विज्ञापन
रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे| Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.
विज्ञापन
विज्ञापन
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
अतिरिक्त ₹50 छूट सालाना सब्सक्रिप्शन पर
Next Article
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।