रायबरेली। अयोध्या रूट की ट्रेनों काे डायवर्ट कर रायबरेली होकर दौड़ाए जाने से नियमित रेलगाड़ियों के संचालन की समयसारिणी बिगड़ गई है। रोजाना ट्रेनों की लेटलतीफी से यात्रियों को दिक्कत हो रहीं हैं। शुक्रवार को काशी विश्वनाथ, पद्मावत और नौचंदी एक्सप्रेस दो-दो घंटे विलंब से आई तो दूसरी गाड़ियों की लेटलतीफी ने भी यात्रियों को काफी इंतजार कराया।
नई दिल्ली से बनारस जाने वाली काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस, दिल्ली से प्रतापगढ़ जाने वाली पद्मावत एक्सप्रेस और सहारनपुर से प्रयागराज संगम जाने वाली नौचंदी एक्सप्रेस दो-दो घंटे देर से आई। देहरादून से बनारस जाने वाली जनता मेल डेढ़ घंटे तो बनारस से देहरादून जाने वाली जनता मेल एक घंटे विलंब से पहुंची। हावड़ा से अमृतसर जाने वाली पंजाब मेल एक घंटे और अमृतसर से हावड़ा जाने वाली पंजाब मेल सवा घंटे देर से आने के कारण यात्री काफी परेशान हुए।
जनता मेल और पंजाब मेल से सफर करने वाले यात्रियों की संख्या अधिक रही, जिससे दोपहर में रेलवे स्टेशन पर यात्रियों का मजमा लगा रहा। प्लेटफार्म नंबर एक पर सभी बैठने की जगह नहीं मिली तो कई यात्री इधर-उधर टहल कर समय बिताते रहे। स्टेशन अधीक्षक राकेश कुमार का कहना है कि लंबी दूरी की ट्रेनें पिछले स्टेशनों से लेट हो रही हैं।
अयोध्या रूट की गाड़ियाें का नहीं मिल रहा फायदा
बाराबंकी-अयोध्या कैंट-अकबरपुर-जफराबाद रेल खंड में नॉन-इंटरलॉकिंग कार्य के चलते अयोध्या रूट की कई गाड़ियों को रायबरेली-अमेठी-प्रतापगढ़ के रास्ते चलाया जा रहा है। यह बदलाव 18 से 25 मार्च तक है। भले ही दूसरे रूट की गाड़ियां इधर से गुजर रही हैं और यहां कुछ देर रुकती भी हैं, लेकिन यहां से सफर करने वाले यात्रियों को इन ट्रेनों से कोई फायदा नहीं हो रहा है। ऋषिकेश से हावड़ा जाने वाली दून एक्सप्रेस, धनबाद से फिरोजपुर कैंट जाने वाली गंगा सतलुज एक्सप्रेस और फिरोजपुर कैंट से धनबाद जाने वाली गंगा सतलुज एक्सप्रेस रोजाना इधर से दौड़ रही हैं। इसके अलावा हफ्ते में एक या दो दिन चलने वाली जलियावाला बाग एक्सप्रेस, गोवाहाटी एक्सप्रेस, कामाख्या एक्सप्रेस जैसी ट्रेनें भी इधर से चलाई गईं।