रायबरेली। जिला कारागार से बुधवार को एक कैदी भाग गया। वह चोरी के मामले में एक साल की सजा काट रहा था। सूचना पर पुलिस ने घेराबंदी कर कैदी को पकड़ने का प्रयास भी किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। जेल अधीक्षक सत्यप्रकाश सिंह ने कैदी के खिलाफ सदर कोतवाली में तहरीर दी है।
खीरों के पूरे भगत का पुरवा निवासी राजकुमार 2021 में चोरी के मामले में जेल बंद हुआ था। चार अगस्त 2022 को राजकुमार को एक साल की सजा हुई थी। बुुधवार सुबह 10 बजे बंदीरक्षकों की निगरानी में जेल विभाग के खेतों में आलू खोदने के लिए कैदियों को ले जाया गया था।
इसी दौरान राजकुमार शौच जाने की बात कहकर झाड़ियों में घुस गया। कुछ देर बाद भी वह वापस नहीं आया तो बंदीरक्षकों ने झाड़ियों में जाकर देखा लेकिन राजकुमार वहां नहीं था। कैदी झाड़ियों के रास्ते से होकर बाउंड्रीवाॅल फांदकर जेल से भाग गया था। कोतवाल संजय त्यागी ने बताया कि कैदी की तलाश कराई जा रही है।
बताया कि कुछ ही माह बाद उसकी सजा पूरी होने वाली थी। कोतवाल ने बताया कि जेल अधीक्षक सत्य प्रकाश की तहरीर पर कैदी राजकुमार के खिलाफ सुरक्षा तोड़कर भागने और जिला कारागार में तैनात हेड वार्डर रामनरेश भार्गव, बंदीरक्षक ज्ञानेंद्र सिंह, हिमांशू बाल्यान और जेल की सुरक्षा में बाहर तैनात सिपाही जय कुमार के खिलाफ डयूटी के प्रति लापरवाही बरतने के आरोप में केस दर्ज किया गया है।
जेल अधीक्षक सत्य प्रकाश सिंह ने बताया कि केस दर्ज कराने के साथ ही जेलकर्मियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए वरिष्ठ जेल अधीक्षक, लखनऊ और डीजी जेल आनंद कुमार को पत्र लिखा गया है। इन्हीं जेलकर्मियों की निगरानी में कैदी राजकुमार को आलू की खोदाई के लिए खेत भेजा गया था। जांच में जेलकर्मियों की लापरवाही उजागर हुई है।
पहले भी जेल की सुरक्षा में सेंध लगा चुके हैं बंदी
पहले भी जेल से कई बंदी भाग चुके हैं। सलोन के बहादुरपुर मजरे अतरथरिया निवासी रंजीत और शिवगढ़ के शेरगढ़ पड़रिया निवासी शारदा प्रसाद 14 सितंबर 2020 को जेल से भाग गए थे। रंजीत दुष्कर्म, जबकि शारदा चोरी के मामले में जेल में बंद था। पुलिस ने दोनों बंदियों को शिवगढ़ से पकड़ लिया था।