राजधानी लखनऊ में बसों को दुरुस्त रख पाने की नाकामी लखनऊ परिक्षेत्र (लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली) के सेवा प्रबंधक को भारी पड़ी। रोडवेज प्रबंधन ने गुरुवार सुबह उन्हें हटा दिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नाराजगी के बाद सेवा प्रबंधक विक्रमजीत सिंह को लखनऊ से हटा कर कानपुर स्थित केंद्रीय कार्यशाला में सेवा प्रबंधक के पद स्थानांतरित कर दिया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर ये कार्रवाई रोडवेज के एमडी नवदीप रिणवा ने की। विक्रमजीत सिंह की जगह पर केंद्रीय कार्यशाला कानपुर में तैनात केके सिंह को लखनऊ परिक्षेत्र का सेवा प्रबंधक बनाया गया है।
‘अमर उजाला’ ने एक दिसंबर को ‘2000 के स्पेयर पार्ट के लिए 11 दिन खड़ी रही जनरथ बस ’ शीर्षक से खबर को छाप करके सवारियों को होने वाली दिक्कत एवं रोडवेज के नुकसान का खुलासा किया था। मुख्यमंत्री ने इस खबर का संज्ञान लेकर बीते बुधवार को ही रोडवेज अफसरों को अल्टीमेटम दिया था कि बस यात्रियों को परेशानी हुई तो अफसरों की खैर नहीं है।
मुख्यमंत्री ने इस लापरवाही के लिए जिम्मेदारों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। एमडी ने इस प्रकरण की जांच रिपोर्ट आने के बाद गुरुवार सुबह विक्रमजीत सिंह को बसों के मेंटेनेंस की जिम्मेदारी से हटा दिया। वहीं एमडी के द्वारा पूरे मामले की विस्तृत जांच कराई जा रही है।
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राजधानी लखनऊ में बसों को दुरुस्त रख पाने की नाकामी लखनऊ परिक्षेत्र (लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली) के सेवा प्रबंधक को भारी पड़ी। रोडवेज प्रबंधन ने गुरुवार सुबह उन्हें हटा दिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नाराजगी के बाद सेवा प्रबंधक विक्रमजीत सिंह को लखनऊ से हटा कर कानपुर स्थित केंद्रीय कार्यशाला में सेवा प्रबंधक के पद स्थानांतरित कर दिया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर ये कार्रवाई रोडवेज के एमडी नवदीप रिणवा ने की। विक्रमजीत सिंह की जगह पर केंद्रीय कार्यशाला कानपुर में तैनात केके सिंह को लखनऊ परिक्षेत्र का सेवा प्रबंधक बनाया गया है।
‘अमर उजाला’ ने एक दिसंबर को ‘2000 के स्पेयर पार्ट के लिए 11 दिन खड़ी रही जनरथ बस ’ शीर्षक से खबर को छाप करके सवारियों को होने वाली दिक्कत एवं रोडवेज के नुकसान का खुलासा किया था। मुख्यमंत्री ने इस खबर का संज्ञान लेकर बीते बुधवार को ही रोडवेज अफसरों को अल्टीमेटम दिया था कि बस यात्रियों को परेशानी हुई तो अफसरों की खैर नहीं है।
मुख्यमंत्री ने इस लापरवाही के लिए जिम्मेदारों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। एमडी ने इस प्रकरण की जांच रिपोर्ट आने के बाद गुरुवार सुबह विक्रमजीत सिंह को बसों के मेंटेनेंस की जिम्मेदारी से हटा दिया। वहीं एमडी के द्वारा पूरे मामले की विस्तृत जांच कराई जा रही है।