एलडीए के मुख्य अभियंता (सिविल) इंदुशेखर सिंह को बृहस्पतिवार अचानक हटा दिया गया। इंदुशेखर सिंह सात दिन बाद 30 जून को सेवानिवृत्त होने वाले थे। इंदुशेखर सिंह पर चहेतों को ठेका देने, टेंडरों में गड़बड़ी और ठेकेदारों के भुगतान में गड़बड़ी करने के आरोप हैं। इस संबंध में प्रमुख सचिव (आवास) नितिन रमेश गोकर्ण की ओर से आदेश जारी किया गया है। विशेष सचिव डॉ. अरविंद कुमार चौरसिया ने इस आदेश में कहा कि मुख्य अभियंता आवास बंधु से संबद्ध रहेंगे। शासन सूत्रों ने बताया कि एलडीए के उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी ने इनके आरोपों की जांच कराने के लिए गोपनीय पत्र प्रमुख सचिव (आवास) को भेजा था। इस पत्र पर मुख्य अभियंता को एलडीए से हटा करके जांच बैठाई गई है। इंदुशेखर सिंह वर्ष 2017 से मुख्य अभियंता के पद पर तैनात थे। सत्ता एवं शासन में दखल रखने के कारण मुख्य अभियंता का कई ठेकेदारों एवं उच्च अफसरों से जमकर विवाद भी हुआ।
हटने की वजह: कमिश्नर के काम में अड़ंगा भारी पड़ा
एलडीए के मुख्य अभियंता इंदुशेखर को लखनऊ कमिश्नर एवं एलडीए अध्यक्ष रंजन कुमार के काम में अड़ंगा लगाना बहुत भारी पड़ा है। दरअसल, बटलर पैलेस स्थित आवास पर 81,79,306 रुपये खर्च करने का अवस्थापना निधि से जो प्रस्ताव बनाया गया था, उस पर मुख्य अभियंता ने आपत्ति दर्ज कराई थी। जिस एलडीए के कमिश्नर खुद अध्यक्ष थे और उनके मुख्य अभियंता की आपत्ति बहुत खली। इस आपत्ति से मंडलायुक्त को तगड़ा झटका लगा था।
लोकायुक्त में चल रही जांच
मुख्य अभियंता ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर ठेका हथियाने वाले ठेकेदारों पर शिकंजा कसा और बेनकाब किया। ऐसे ठेकेदारों ने मुख्य अभियंता के ऊपर तमाम भ्रष्टाचार के आरोप लगाकर मुख्यमंत्री से लेकर लोकायुक्त तक से शिकायत की। इस शिकायत की लोकायुक्त में जांच चल रही है।
मुख्य अभियंता बोले: आरोपों का दे चुके जवाब
एलडीए के मुख्य अभियंता पद से हटाए गये इंदुशेखर ने खुद को हटने की वजह मंडलायुक्त को बताया। उन्होंने कहा कि अवस्थापना निधि से कार्य कराने का जो प्रस्ताव बनाया गया था उस पर आपत्ति दर्ज कराई थी। उन्होंने कहा कि मेरे ऊपर चार आरोप है। टेंडर की शर्त में शिथिलता करने, बिल्डर को शिवांग बिल्डर को फायदा पहुंचाने, बसंतकुंज योजना में सड़क निर्माण के ठेके में तत्कालीन उपाध्यक्ष का आदेश न मानना, शिवम लाइट्स फर्म को टेंडर डालने की अनुमति देने का है। ये सभी आरोप पिछले साल जुलाई से सितंबर तक हैं। सभी के जवाब मय दस्तावेजों सहित मुख्यसचिव, प्रमुख सचिव, लोकायुक्त को दे चुके। किसी भी आरोप में दोष सिद्ध नहीं हुआ है। मगर, नौकरशाहों ने नियोजित तरीके से हटवा दिया।
अवधेश तिवारी संभालेंगे कमान
एलडीए के वरिष्ठ अधीक्षण अभियंता (सिविल) अवधेश तिवारी मुख्य अभियंता इंदुशेखर सिंह की कमान को सभालेगे। शासन के एक अधिकारी ने बताया कि जल्द ही अवधेश तिवारी की तैनाती के आदेश जारी होंगे। मगर, मुख्य अभियंता की कुर्सी पर काबिज होने की दौड़ में अधीक्षण अभिंयता (इलेक्ट्रिकल) अजय कुमार सिंह भी शामिल हैं।
विस्तार
एलडीए के मुख्य अभियंता (सिविल) इंदुशेखर सिंह को बृहस्पतिवार अचानक हटा दिया गया। इंदुशेखर सिंह सात दिन बाद 30 जून को सेवानिवृत्त होने वाले थे। इंदुशेखर सिंह पर चहेतों को ठेका देने, टेंडरों में गड़बड़ी और ठेकेदारों के भुगतान में गड़बड़ी करने के आरोप हैं। इस संबंध में प्रमुख सचिव (आवास) नितिन रमेश गोकर्ण की ओर से आदेश जारी किया गया है। विशेष सचिव डॉ. अरविंद कुमार चौरसिया ने इस आदेश में कहा कि मुख्य अभियंता आवास बंधु से संबद्ध रहेंगे। शासन सूत्रों ने बताया कि एलडीए के उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी ने इनके आरोपों की जांच कराने के लिए गोपनीय पत्र प्रमुख सचिव (आवास) को भेजा था। इस पत्र पर मुख्य अभियंता को एलडीए से हटा करके जांच बैठाई गई है। इंदुशेखर सिंह वर्ष 2017 से मुख्य अभियंता के पद पर तैनात थे। सत्ता एवं शासन में दखल रखने के कारण मुख्य अभियंता का कई ठेकेदारों एवं उच्च अफसरों से जमकर विवाद भी हुआ।
हटने की वजह: कमिश्नर के काम में अड़ंगा भारी पड़ा
एलडीए के मुख्य अभियंता इंदुशेखर को लखनऊ कमिश्नर एवं एलडीए अध्यक्ष रंजन कुमार के काम में अड़ंगा लगाना बहुत भारी पड़ा है। दरअसल, बटलर पैलेस स्थित आवास पर 81,79,306 रुपये खर्च करने का अवस्थापना निधि से जो प्रस्ताव बनाया गया था, उस पर मुख्य अभियंता ने आपत्ति दर्ज कराई थी। जिस एलडीए के कमिश्नर खुद अध्यक्ष थे और उनके मुख्य अभियंता की आपत्ति बहुत खली। इस आपत्ति से मंडलायुक्त को तगड़ा झटका लगा था।
लोकायुक्त में चल रही जांच
मुख्य अभियंता ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर ठेका हथियाने वाले ठेकेदारों पर शिकंजा कसा और बेनकाब किया। ऐसे ठेकेदारों ने मुख्य अभियंता के ऊपर तमाम भ्रष्टाचार के आरोप लगाकर मुख्यमंत्री से लेकर लोकायुक्त तक से शिकायत की। इस शिकायत की लोकायुक्त में जांच चल रही है।
मुख्य अभियंता बोले: आरोपों का दे चुके जवाब
एलडीए के मुख्य अभियंता पद से हटाए गये इंदुशेखर ने खुद को हटने की वजह मंडलायुक्त को बताया। उन्होंने कहा कि अवस्थापना निधि से कार्य कराने का जो प्रस्ताव बनाया गया था उस पर आपत्ति दर्ज कराई थी। उन्होंने कहा कि मेरे ऊपर चार आरोप है। टेंडर की शर्त में शिथिलता करने, बिल्डर को शिवांग बिल्डर को फायदा पहुंचाने, बसंतकुंज योजना में सड़क निर्माण के ठेके में तत्कालीन उपाध्यक्ष का आदेश न मानना, शिवम लाइट्स फर्म को टेंडर डालने की अनुमति देने का है। ये सभी आरोप पिछले साल जुलाई से सितंबर तक हैं। सभी के जवाब मय दस्तावेजों सहित मुख्यसचिव, प्रमुख सचिव, लोकायुक्त को दे चुके। किसी भी आरोप में दोष सिद्ध नहीं हुआ है। मगर, नौकरशाहों ने नियोजित तरीके से हटवा दिया।
अवधेश तिवारी संभालेंगे कमान
एलडीए के वरिष्ठ अधीक्षण अभियंता (सिविल) अवधेश तिवारी मुख्य अभियंता इंदुशेखर सिंह की कमान को सभालेगे। शासन के एक अधिकारी ने बताया कि जल्द ही अवधेश तिवारी की तैनाती के आदेश जारी होंगे। मगर, मुख्य अभियंता की कुर्सी पर काबिज होने की दौड़ में अधीक्षण अभिंयता (इलेक्ट्रिकल) अजय कुमार सिंह भी शामिल हैं।