रायबरेली। प्रयागराज हाईवे पर पड़ने वाली सई नदी पर इसी माह से पुल का निर्माण शुरू हो जाएगा। पुल के साथ एक तरफ मामा चौराहा तो दूसरी तरफ मुंशीगंज बाईपास को फोरलेन किया जाएगा। सई नदी पर पुल बन जाने से करीब पांच लाख मुसाफिरों को सहूलियत होगी। इस दायरे में आने वाले 150 पेड़ों की कटाई का काम शुरू हो गया है।
रायबरेली-प्रयागराज हाईवे पर काफी वाहनों का आवागमन होता है। हाईवे को फोरलेन करने के लिए प्रक्रिया चल रही है। पहले चरण में 618 करोड़ रुपये की लागत से जगतपुर, बाबूगंज, ऊंचाहार और प्रतापगढ़ जिले के आलापुर में बाईपास और सई नदी पर फोरलेन पुल का निर्माण होना है। सभी बाईपास का निर्माण चल रहा है। सई नदी पर इसी महीने पुल का निर्माण शुरू करने की तैयारी चल रही है। इसके लिए गुरुवार से पेड़ों की कटाई का काम शुरू हो गया है।
पुराने पुल से होता रहेगा आवागमन
रायबरेली-प्रयागराज हाईवे पर सई नदी पर बना पुल करीब 65 साल पुराना है। पुल के सकरा होने के कारण यहां अक्सर जाम लगता है। यह पुल तोड़ा नहीं जाएगा, इसी के बगल में फोरलेन दूसरा पुल बनाया जाएगा। जब तक दूसरा पुल बनेगा, तब तक पुराने पुल से ही आवागमन होगा।
810 मीटर होगी पुल व एप्रोच की लंबाई
सई नदी पर इसी महीने से पुल का निर्माण शुरू हो जाएगा। दोनों तरफ एप्रोच बनेंगे। पुल निर्माण के दायरे में 150 पेड़ आ रहे हैं। इन्हें कटवाया जा रहा है। पुल और एप्रोच की लंबाई 810 मीटर होगी।
मनीष मिश्रा, साइट इंजीनियर, एनएचएआई