डॉ. कर्ण सिंह वाराणसी में नरेंद्र मोदी के खिलाफ कांग्रेस प्रत्याशी हो सकते हैं।
हालांकि पार्टी का एक धड़ा वाराणसी में प्रत्याशी के ऐलान से पहले आम आदमी पार्टी (आप) का रुख देख लेने की भी वकालत कर रहा है।
संभव है कि वाराणसी में 25 मार्च को प्रस्तावित आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल की रैली के बाद कांग्रेस अपने पत्ते खोले।
डॉ. सिंह लखनऊ से भाजपा के दिग्गज नेता व पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के खिलाफ भी चुनाव लड़ चुके हैं। वाराणसी से मोदी के खिलाफ कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा का नाम पर पहले से चर्चा में है।
जबकि स्थानीय स्तर पर पूर्व सांसद राजेश मिश्रा व विधायक अजय राज टिकट के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाए हुए हैं। अब उनमें डॉ. कर्ण सिंह का भी नाम जुड़ गया है।
बताया जा रहा है कि कांग्रेस डॉ. सिंह के नाम पर गंभीरता से विचार कर रही है। सूत्रों का कहना है कि वाराणसी के ख्यातिप्राप्त शिक्षा संस्थानों से उनका जुड़ाव है और शिक्षा क्षेत्र से जुड़े वर्ग का उन्हें समर्थन मिल सकता है।
वहीं कांग्रेस का एक खेमा इस पक्ष में है कि केजरीवाल का रुख देखकर ही अंतिम फैसला लिया जाए। यही वजह है कि शुक्रवार को जारी कांग्रेस के 26 उम्मीदवारों की पांचवीं सूची में वाराणसी सीट शामिल नहीं है।