न्यूज डेस्क, अमर उजाला,लखनऊ
Published by: ishwar ashish
Updated Sun, 29 Mar 2020 06:22 PM IST
यूपी पावर कॉर्पोरेशन में कर्मचारियों की भविष्य निधि के नियमों के विपरीत निवेश किए जाने के मामले की जांच कर रही सीबीआई उन बैंक खातों की भी पड़ताल कर रही है जिनमें फर्जीवाड़े की कमीशन से हासिल रकम जमा किए जाने का अंदेशा है। इसे लेकर सीबीआई दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड के लोगों से भी पूछताछ करेगी।
सीबीआई इस फर्जीवाड़े में लिप्त ब्रोकर कंपनियों की भूमिका की भी जांच कर रही है। वह इन कंपनियों से संबंधित चार्टर्ड अकाउंटेंटों से भी पूछताछ करेगी। सीबीआई पता करने की कोशिश कर रही है कि करोड़ों रुपये का जो निवेश किया गया, उसमें इन चार्टर्ड अकाउंटेंटों की क्या भूमिका थी और ब्रोकर कंपनियों को इसमें क्या और कितना लाभ हुआ। पूरे घोटाले के पीछे मास्टर माइंड कौन है और किस तरह कंपनियों का जाल बिछाकर फर्जीवाड़ा किया गया।
पिछले दिनों सीबीआई ने विशेष अदालत से अनुमति लेकर इस घोटाले में लखनऊ जेल में बंद आरोपियों से पूछताछ की थी। वह अब तक यूपीपीसीएल के पूर्व एमडी एपी मिश्र के अलावा निदेशक वित्त सुधांशु द्विवेदी और पूर्व सचिव प्रवीण कुमार गुप्ता के अलावा कुछ और आरोपियों से भी पूछताछ कर उनके बयान दर्ज कर चुकी है।
पावर कॉर्पोरेशन के उन गिरफ्तार अफसरों से फिर पूछताछ की जा सकती है जिन्होंने सीबीआई के सवालों का स्पष्ट जवाब नहीं दिया है। स्थानीय पुलिस और ईओडब्ल्यू इस मामले की पहले ही जांच कर चुकी है।
मामले की जांच शुरू करने के साथ ही सीबीआई ने अब तक की गई जांच से संबंधित दस्तावेज व आरोपियों के बयान और उनसे पूछताछ में सामने आई जानकारी हासिल कर ली है।
यूपी पावर कॉर्पोरेशन में कर्मचारियों की भविष्य निधि के नियमों के विपरीत निवेश किए जाने के मामले की जांच कर रही सीबीआई उन बैंक खातों की भी पड़ताल कर रही है जिनमें फर्जीवाड़े की कमीशन से हासिल रकम जमा किए जाने का अंदेशा है। इसे लेकर सीबीआई दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड के लोगों से भी पूछताछ करेगी।
सीबीआई इस फर्जीवाड़े में लिप्त ब्रोकर कंपनियों की भूमिका की भी जांच कर रही है। वह इन कंपनियों से संबंधित चार्टर्ड अकाउंटेंटों से भी पूछताछ करेगी। सीबीआई पता करने की कोशिश कर रही है कि करोड़ों रुपये का जो निवेश किया गया, उसमें इन चार्टर्ड अकाउंटेंटों की क्या भूमिका थी और ब्रोकर कंपनियों को इसमें क्या और कितना लाभ हुआ। पूरे घोटाले के पीछे मास्टर माइंड कौन है और किस तरह कंपनियों का जाल बिछाकर फर्जीवाड़ा किया गया।
पिछले दिनों सीबीआई ने विशेष अदालत से अनुमति लेकर इस घोटाले में लखनऊ जेल में बंद आरोपियों से पूछताछ की थी। वह अब तक यूपीपीसीएल के पूर्व एमडी एपी मिश्र के अलावा निदेशक वित्त सुधांशु द्विवेदी और पूर्व सचिव प्रवीण कुमार गुप्ता के अलावा कुछ और आरोपियों से भी पूछताछ कर उनके बयान दर्ज कर चुकी है।