न्यूज डेस्क, अमर उजाला, लखनऊ
Updated Mon, 11 Feb 2019 02:12 PM IST
बहराइच में पुलिस ने एक ग्रामीण को बीती रात अवैध शराब की बिक्री की आशंका में घर से उठा लिया था। रात में पुलिस हिरासत में उसकी मौत हो गई। मृतक की पत्नी का आरोप है कि रुपये न देने पर पुलिस ने पति को पीट-पीटकर मार डाला।
ग्रामीण की मौत के बाद क्षेत्र में तनाव है। दो थानों की फोर्स को तैनात किया गया है। एसपी ने मामले की जांच एएसपी ग्रामीण रवींद्र सिंह को सौंपी है। जांच में दोषी मिलने पर एसपी ने मिहींपुरवा चौकी इंचार्ज, एक हेड कांस्टेबल और एक सिपाही को निलंबित कर दिया है।
डीएम के आदेश पर तीन सदस्यीय चिकित्सकों के पैनल ने शव का पोस्टमार्टम रविवार देर शाम को किया है। मोतीपुर थाना अंतर्गत परवानीगौढ़ी गांव निवासी रामखेलावन (42) पुत्र डल्ला और गांव निवासी जवाहर को अवैध शराब के कारोबार में शामिल होने की आशंका में पुलिस ने शनिवार रात घर से उठाया था।
मिहींपुरवा के चौकी इंचार्ज चंद्रपाल यादव दोनों को घर से उठाने के बाद सीधे थाने लेकर चले आए थे। थाने में देर रात रामखेलावन ने दम तोड़ दिया। देर रात मोतीपुर की पुलिस ग्रामीण को लेकर जिला अस्पताल पहुंची।
वहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। ग्रामीण की मौत की सूचना मिलने पर परिवार के लोग भी जिला अस्पताल पहुंच गए। सभी ने हंगामा शुरू कर दिया। गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है, इसे देखते हुए फोर्स को तैनात कर दिया गया।
परवानीगौढ़ी निवासी रामखेलावन की बेटी सरिता का कहना है कि उसके पिता को टीबी की बीमारी थी। रात में पिता दवा खाकर लेटे थे। तभी देर रात पुलिस कर्मी उनको घर से पकड़ ले गए। सरिता और परिवार के अन्य लोग गिरफ्तारी का विरोध कर रहे थे। सरिता की शादी भी मार्च में होनी है। लेकिन अब घर में मातम का माहौल है। वह पिता को याद कर पछाड़े खा-खाकर रो रही है।
एसएसपी को जांच
ग्रामीण की मौत के मामले में एएसपी ग्रामीण को जांच सौंपी गई है। रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। - डॉ गौरव ग्रोवर, एसपी
बहराइच में पुलिस ने एक ग्रामीण को बीती रात अवैध शराब की बिक्री की आशंका में घर से उठा लिया था। रात में पुलिस हिरासत में उसकी मौत हो गई। मृतक की पत्नी का आरोप है कि रुपये न देने पर पुलिस ने पति को पीट-पीटकर मार डाला।
ग्रामीण की मौत के बाद क्षेत्र में तनाव है। दो थानों की फोर्स को तैनात किया गया है। एसपी ने मामले की जांच एएसपी ग्रामीण रवींद्र सिंह को सौंपी है। जांच में दोषी मिलने पर एसपी ने मिहींपुरवा चौकी इंचार्ज, एक हेड कांस्टेबल और एक सिपाही को निलंबित कर दिया है।
डीएम के आदेश पर तीन सदस्यीय चिकित्सकों के पैनल ने शव का पोस्टमार्टम रविवार देर शाम को किया है। मोतीपुर थाना अंतर्गत परवानीगौढ़ी गांव निवासी रामखेलावन (42) पुत्र डल्ला और गांव निवासी जवाहर को अवैध शराब के कारोबार में शामिल होने की आशंका में पुलिस ने शनिवार रात घर से उठाया था।
गांव में तैनात की गई फोर्स
मिहींपुरवा के चौकी इंचार्ज चंद्रपाल यादव दोनों को घर से उठाने के बाद सीधे थाने लेकर चले आए थे। थाने में देर रात रामखेलावन ने दम तोड़ दिया। देर रात मोतीपुर की पुलिस ग्रामीण को लेकर जिला अस्पताल पहुंची।
वहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। ग्रामीण की मौत की सूचना मिलने पर परिवार के लोग भी जिला अस्पताल पहुंच गए। सभी ने हंगामा शुरू कर दिया। गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है, इसे देखते हुए फोर्स को तैनात कर दिया गया।
परवानीगौढ़ी निवासी रामखेलावन की बेटी सरिता का कहना है कि उसके पिता को टीबी की बीमारी थी। रात में पिता दवा खाकर लेटे थे। तभी देर रात पुलिस कर्मी उनको घर से पकड़ ले गए। सरिता और परिवार के अन्य लोग गिरफ्तारी का विरोध कर रहे थे। सरिता की शादी भी मार्च में होनी है। लेकिन अब घर में मातम का माहौल है। वह पिता को याद कर पछाड़े खा-खाकर रो रही है।
एसएसपी को जांच
ग्रामीण की मौत के मामले में एएसपी ग्रामीण को जांच सौंपी गई है। रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। - डॉ गौरव ग्रोवर, एसपी