लगभग दो हफ्तों से मंदी मार झेल रहा सर्राफा बाजार सोमवार को चहक उठा। सर्राफा बाजार में सोने और गहनों की खूब खरीद हुई। इसका सबसे बड़ा कारण धनतेरस को माना जाएगा।
धनतेरस पर सोने और अन्य गहनों की खरीद करना शुभ माना जाता है। ऐसे में धनतेरस ने सर्राफा बाजार को मुस्कुराने का मौका दिया।
वहीं बर्तन कारोबारियों ने भी धनतेरस पर खूब चांदी बटोरी। देर रात तक बर्तनों की खरीद होती रही। यूं कहा जाए धनतेरस पर सोमवार को बाजार पूरी तरह से गुलजार रहा।
इसमें इलेक्ट्रोनिक कारोबारियों ने भी खूब कमाई की। एक अनुमान के अनुसार शहर में 300 करोड़ से अधिक का कारोबार हुआ है।
जैन बाजार में रोशन शाह ज्यूलर के वरूण जैन का कहना है कि नवरात्रों में बिक्री अच्छी हुई थी। लेकिन नवरात्रा खत्म होने के बाद एकदम मंदी का दौर आ गया। दिवाली के नजदीक आने के बाद भी काम में तेजी नहीं थी।
लेकिन धनतेरस के दिन खूब काम निकला है। सोने और चांदी के आभूषणें के खूब खरीद हुई है। पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष सोने और चांदी के दाम भी कम थे।
इसका लाभ लोगों ने काफी उठाया। वहीं इलेक्ट्रोनिक की दुकानों पर भी जमकर बिक्री हुई है। इसमें टी वी फ्रिज, माइक्रोबेव, एलईडी, एलसीडी, आदि की जमकर खरीद हुई।
धनतेरस पर बर्तनों की खरीद बर्तन कारोबारियों के अनुमान के मुताबिक हुई है। नवरात्रों से ही मंदी की मार झेलते आ रहे बर्तन कारोबारियों के लिए धनतेरस ने टानिक का काम किया।
सुबह से ही बर्तन स्टोर पर खरीददारों का जमावड़ा शुरू हो गया था। देर रात तक बर्तन के स्टोर पर खरीद होती रही। शहर के पक्का डंगा, मोती बाजार, राजिंदरा बाजार, गांधी नगर, नानक नगर, आदि में बर्तनों की खरीद जमकर हुई।
बर्तन कारोबारियों का कहना था कि नवरात्रों में ही माल डंप कर लिया गया था। लेकिन माल नहीं निकलने से मायूसी थी। अब माल खूब निकला है। धनतेरस पर बाजार पर खूब धन बरसा है।
मंदी की मार के बाद धनतेरस में पूरे बाजार को चहकने का मौका दिया। इससे अब उम्मीद जताई जा रही है कि अगले तीन दिन भी जमकर खरीद होगी। दिपावली, विश्वकर्मा दिवस और भईया दूज के तीन त्यौहार आने अभी बाकी है। ऐसे में इन तीनों त्यौहारों को भुनाने को लेकर तैयारी कर ली गई है।
लगभग दो हफ्तों से मंदी मार झेल रहा सर्राफा बाजार सोमवार को चहक उठा। सर्राफा बाजार में सोने और गहनों की खूब खरीद हुई। इसका सबसे बड़ा कारण धनतेरस को माना जाएगा।
धनतेरस पर सोने और अन्य गहनों की खरीद करना शुभ माना जाता है। ऐसे में धनतेरस ने सर्राफा बाजार को मुस्कुराने का मौका दिया।
वहीं बर्तन कारोबारियों ने भी धनतेरस पर खूब चांदी बटोरी। देर रात तक बर्तनों की खरीद होती रही। यूं कहा जाए धनतेरस पर सोमवार को बाजार पूरी तरह से गुलजार रहा।
इसमें इलेक्ट्रोनिक कारोबारियों ने भी खूब कमाई की। एक अनुमान के अनुसार शहर में 300 करोड़ से अधिक का कारोबार हुआ है।
जैन बाजार में रोशन शाह ज्यूलर के वरूण जैन का कहना है कि नवरात्रों में बिक्री अच्छी हुई थी। लेकिन नवरात्रा खत्म होने के बाद एकदम मंदी का दौर आ गया। दिवाली के नजदीक आने के बाद भी काम में तेजी नहीं थी।
लेकिन धनतेरस के दिन खूब काम निकला है। सोने और चांदी के आभूषणें के खूब खरीद हुई है। पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष सोने और चांदी के दाम भी कम थे।
इसका लाभ लोगों ने काफी उठाया। वहीं इलेक्ट्रोनिक की दुकानों पर भी जमकर बिक्री हुई है। इसमें टी वी फ्रिज, माइक्रोबेव, एलईडी, एलसीडी, आदि की जमकर खरीद हुई।
धनतेरस पर बर्तनों की खरीद बर्तन कारोबारियों के अनुमान के मुताबिक हुई है। नवरात्रों से ही मंदी की मार झेलते आ रहे बर्तन कारोबारियों के लिए धनतेरस ने टानिक का काम किया।
सुबह से ही बर्तन स्टोर पर खरीददारों का जमावड़ा शुरू हो गया था। देर रात तक बर्तन के स्टोर पर खरीद होती रही। शहर के पक्का डंगा, मोती बाजार, राजिंदरा बाजार, गांधी नगर, नानक नगर, आदि में बर्तनों की खरीद जमकर हुई।
बर्तन कारोबारियों का कहना था कि नवरात्रों में ही माल डंप कर लिया गया था। लेकिन माल नहीं निकलने से मायूसी थी। अब माल खूब निकला है। धनतेरस पर बाजार पर खूब धन बरसा है।
मंदी की मार के बाद धनतेरस में पूरे बाजार को चहकने का मौका दिया। इससे अब उम्मीद जताई जा रही है कि अगले तीन दिन भी जमकर खरीद होगी। दिपावली, विश्वकर्मा दिवस और भईया दूज के तीन त्यौहार आने अभी बाकी है। ऐसे में इन तीनों त्यौहारों को भुनाने को लेकर तैयारी कर ली गई है।