न्यूज डेस्क, अमर उजाला, जम्मू
Published by: प्रशांत कुमार
Updated Sun, 18 Apr 2021 06:05 PM IST
जम्मू और कश्मीर संभाग के कई जिलो में रुक-रुककर बारिश जारी है। पटनीटॉप में रविवार को बारिश के साथ ही ओले भी गिरे। इससे ठंड तो बढ़ी है, साथ ही किसानों को काफी दिक्कतें पेश आ रही हैं। फसलों को काफी नुकसान भी हुआ है।
बारिश ने किसानों को चिंता में डाल दिया है। शुक्रवार और शनिवार को हुई इस बारिश ने गेहूं फसल की कटाई को करीब एक सप्ताह और आगे धकेल दिया। करीब तीन दिन से लगातार बादल छाए रहने के बाद शुक्रवार को बूंदाबांदी शुरू हो गई, जिसने बाद में रात करीब ग्यारह बजे तेज बारिश का रूप धारण कर किसानों को चिंता में डाल दिया।
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किसानों का कहना है कि इस समय गेहूं की फसल के लिए कड़कती धूप की सख्त जरूरत है। शुक्रवार व शनिवार को हुई बारिश ने इस फसल को समेटने का समय करीब एक सप्ताह बढ़ा दिया। कहा कि कुछ दिन पहले जिस प्रकार लगातार तापमान में बढ़ोतरी हो रही थी, लगा कि जल्द ही इस फसल को समेटने का कार्य शुरू हो जाएगा। बारिश से फिलहाल किसानों को किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं झेलना पड़ेगा। मगर आने वाले दिनों में मौसम का रवैया इसी प्रकार रहता है तो चिंता का विषय बन सकता है।
जम्मू और कश्मीर संभाग के कई जिलो में रुक-रुककर बारिश जारी है। पटनीटॉप में रविवार को बारिश के साथ ही ओले भी गिरे। इससे ठंड तो बढ़ी है, साथ ही किसानों को काफी दिक्कतें पेश आ रही हैं। फसलों को काफी नुकसान भी हुआ है।
बारिश ने किसानों को चिंता में डाल दिया है। शुक्रवार और शनिवार को हुई इस बारिश ने गेहूं फसल की कटाई को करीब एक सप्ताह और आगे धकेल दिया। करीब तीन दिन से लगातार बादल छाए रहने के बाद शुक्रवार को बूंदाबांदी शुरू हो गई, जिसने बाद में रात करीब ग्यारह बजे तेज बारिश का रूप धारण कर किसानों को चिंता में डाल दिया।
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किसानों का कहना है कि इस समय गेहूं की फसल के लिए कड़कती धूप की सख्त जरूरत है। शुक्रवार व शनिवार को हुई बारिश ने इस फसल को समेटने का समय करीब एक सप्ताह बढ़ा दिया। कहा कि कुछ दिन पहले जिस प्रकार लगातार तापमान में बढ़ोतरी हो रही थी, लगा कि जल्द ही इस फसल को समेटने का कार्य शुरू हो जाएगा। बारिश से फिलहाल किसानों को किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं झेलना पड़ेगा। मगर आने वाले दिनों में मौसम का रवैया इसी प्रकार रहता है तो चिंता का विषय बन सकता है।