बिलासपुर। बिलासपुर शहर के साथ लगते ओयल गांव के इको पार्क में काटे गए चंदन के पेड़ श्रेणी चार और पांच के थे। इनकी बाजारी कीमत तीन से पांच लाख रुपये के बीच आंकी जा रही है। वहीं वन परिक्षेत्राधिकारी बिलासपुर की शिकायत पर सदर थाना में एफआईआर दर्ज की है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
शिकायत में वन परिक्षेत्राधिकारी डॉ. साईम मनोला ने बताया है कि 14 नवंबर तड़के करीब सवा तीन बजे मिली सूचना के आधार पर वन रक्षक प्रभारी लखनपुर बीट और चौकीदार रल ने संयुक्त रूप से ओयल जंगल की गश्त की। इस दौरान वहां आठ चंदन के पेड़ कटे हुए मिले। मौके पर कोई भी आरोपी नहीं मिला। काटी गई चंदन के पेड़ों की लकड़ी मौके पर ही पड़ थी। मौके पर आठ चंदन के पेड़ थे, जिनमें से श्रेणी चार का एक और श्रेणी पांच के सात पेड़ थे।
उधर, मुख्य अरण्यपाल अनिल कुमार ने बताया की मामले की शिकायत दे दी है। जिला वन अधिकारी रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं। वहीं पुलिस अधीक्षक दिवाकर शर्मा ने बताया की मामला दर्ज कर लिया गया है। मामले की छानबीन की जा रही है।
श्रेणी चार में आते है 30 सेंटीमीटर तक घेरे के पेड़
ओयल गांव में कटे गए चंदन के पेड़ विभागीय अधिकारियों के अनुसार चार और पांच श्रेणी के थे। श्रेणी चार में 20 से 30 सेंटीमीटर के घेराव वाले पेड़ आते हैं जबकि श्रेणी पांच में 10 से 20 सेंटीमीटर घेराव के पेड़ आते हैं।