सामूहिक दुष्कर्म और ब्लैकमेलिंग के प्रकरण में आईजी भारती अरोड़ा ने अब जांच का जिम्मा कैथल जिले को सौंपा है। कैथल एसपी शशांक कुमार के नेतृत्व में एसआईटी का गठन करके एक महीने में जांच को पूरा किया जाना है। इससे पहले मामले में एसपी करनाल सुरेंद्र भौरिया ने जांच दूसरे जिले की पुलिस से कराने की सिफारिश की थी। आईजी के सामने करनाल के अलावा पानीपत और कैथल पुलिस का विकल्प था।
सामूहिक दुष्कर्म और ब्लैकमेलिंग के हाईप्रोफाइल मामले में दो दिन पहले महिला ने दो आडियो जारी किये थे, जिसमें विधायक धर्मपाल गोंदर के बेटे शिव गोंदर और महिला के बीच बातचीत की रिकार्डिंग थी। ऑडियो में विधायक के बेटे शिव गोंदर यह कह रहे थे कि मामले में पुलिस को 25-30 लाख रुपये पहुंच गये हैं, वहीं आरोपी तहसीलदार राजबख्श के ऊपर तक सीधे संबंध हैं। आडियो सुर्खियों में आने के बाद करनाल पुलिस पर लगातार सवाल उठ रहे थे, जिसके बाद एसपी सुरेंद्र सिंह भौरिया ने आईजी को पत्र लिखकर प्रकरण की जांच अन्यत्र कराने की सिफारिश की थी।
क्या है पूरा मामला
सामूहिक दुष्कर्म के आरोपी अजय भाटिया ने महिला टीचर के खिलाफ केस दर्ज करवाकर ब्लैकमेलिंग का आरोप लगाया था। वहीं महिला ने प्रताप पब्लिक स्कूल के संचालक अजय भाटिया और तहसीलदार राजबख्श के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाया था। दोनों मामलों की जांच के लिए अलग-अलग एसआईटी की टीमों का गठन किया गया था। इसी दौरान तीसरा मामला हनी ट्रैप का दर्ज हुआ है, जिसमें महिला को सात लाख रुपये के साथ गिरफ्तार किया गया। जेल से जमानत पर आने के बाद महिला ने विधायक धर्मपाल गोंदर के बेटे शिव गोंदर पर साजिश रचकर ट्रैप कराने का आरोप लगाया है। साथ ही इस संबंध में कई आडियो जारी किये हैं। तीनों मामलों की जांच अब नई एसआईटी की टीमें करेंगी।
सामूहिक दुष्कर्म और ब्लैकमेलिंग के प्रकरण में आईजी भारती अरोड़ा ने अब जांच का जिम्मा कैथल जिले को सौंपा है। कैथल एसपी शशांक कुमार के नेतृत्व में एसआईटी का गठन करके एक महीने में जांच को पूरा किया जाना है। इससे पहले मामले में एसपी करनाल सुरेंद्र भौरिया ने जांच दूसरे जिले की पुलिस से कराने की सिफारिश की थी। आईजी के सामने करनाल के अलावा पानीपत और कैथल पुलिस का विकल्प था।
सामूहिक दुष्कर्म और ब्लैकमेलिंग के हाईप्रोफाइल मामले में दो दिन पहले महिला ने दो आडियो जारी किये थे, जिसमें विधायक धर्मपाल गोंदर के बेटे शिव गोंदर और महिला के बीच बातचीत की रिकार्डिंग थी। ऑडियो में विधायक के बेटे शिव गोंदर यह कह रहे थे कि मामले में पुलिस को 25-30 लाख रुपये पहुंच गये हैं, वहीं आरोपी तहसीलदार राजबख्श के ऊपर तक सीधे संबंध हैं। आडियो सुर्खियों में आने के बाद करनाल पुलिस पर लगातार सवाल उठ रहे थे, जिसके बाद एसपी सुरेंद्र सिंह भौरिया ने आईजी को पत्र लिखकर प्रकरण की जांच अन्यत्र कराने की सिफारिश की थी।
क्या है पूरा मामला
सामूहिक दुष्कर्म के आरोपी अजय भाटिया ने महिला टीचर के खिलाफ केस दर्ज करवाकर ब्लैकमेलिंग का आरोप लगाया था। वहीं महिला ने प्रताप पब्लिक स्कूल के संचालक अजय भाटिया और तहसीलदार राजबख्श के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाया था। दोनों मामलों की जांच के लिए अलग-अलग एसआईटी की टीमों का गठन किया गया था। इसी दौरान तीसरा मामला हनी ट्रैप का दर्ज हुआ है, जिसमें महिला को सात लाख रुपये के साथ गिरफ्तार किया गया। जेल से जमानत पर आने के बाद महिला ने विधायक धर्मपाल गोंदर के बेटे शिव गोंदर पर साजिश रचकर ट्रैप कराने का आरोप लगाया है। साथ ही इस संबंध में कई आडियो जारी किये हैं। तीनों मामलों की जांच अब नई एसआईटी की टीमें करेंगी।