शहर के वार्ड नंबर-15 स्थित आदर्श कालोनी से लापता युवक का दिल्ली में समयपुर बादली स्थित नहर से शव मिला है। परिजनों ने युवक के तीन दोस्तों पर ही हत्या का आरोप लगाया। साथ ही शव के साथ असंध थाना पहुंचकर हंगामा किया। पुलिस की ओर से जांच और ठोस कार्रवाई के आश्वासन पर परिजनों का गुस्सा शांत हुआ।
मृतक के पिता सुबे सिंह ने बताया कि उसका 19 वर्षीय बेटा सचिन असंध में ई-रिक्शा चलाता था। 19 सितंबर को वह ई-रिक्शा लेकर घर से शहर में गया था, लेकिन वापस नहीं लौटा। परिजनों ने काफी खोजबीन की लेकिन उसका पता नहीं चला। अगले दिन 20 सितंबर को उसका ई-रिक्शा बस स्टैंड के समीप खड़ा मिला। आरोप लगाया कि उसके बेटे सचिन की हत्या की गयी है और पड़ोस के एक युवक सहित दो अन्य आरोपी इसमें शामिल हैं। उन्होंने बताया कि दिल्ली पुलिस ने युवक का शव 24 सितंबर को बरामद कर लिया था, लेकिन पांच अक्टूबर को परिजनों की सूचना दी गयी, जबकि स्थानीय थाने में पहले की शिकायत दर्ज कराई गयी थी। बताया जा रहा है कि शिनाख्त नहीं होने के कारण उसका पोस्टमार्टम नहीं हो पाया। इसके बाद शिनाख्त हुई तो सोमवार को असंध पुलिस और परिजनों को इसकी सूचना दी गई। मंगलवार को परिजन दिल्ली से शव लेकर असंध पहुंचे और पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाकर थाने में प्रदर्शन किया। रोष जताने वालों में भाई दीपक, प्रदीप, शीशपाल, पाले राम, नफे सिंह, गुुलाब सिंह, महेंद्र सिंह, रोशनी, बाला देवी, राजा सहित दर्जनों लोग शामिल रहे।
युवक के परिजनों की शिकायत पर 22 सितंबर को गुमशुदगी का केस दर्ज कर युवक की तलाश शुरू कर दी गयी थी। दिल्ली में नहर से डेडबॉडी मिली है। परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है। मामले की गहनता से जांच करके ठोस कार्रवाई की जाएगी। सोमवार को दिल्ली पुलिस का जांच अधिकारी असंध आया था और डेडबाडी के बारे में जानकारी दी थी।-जगबीर सिंह, थाना प्रभारी असंध।
शहर के वार्ड नंबर-15 स्थित आदर्श कालोनी से लापता युवक का दिल्ली में समयपुर बादली स्थित नहर से शव मिला है। परिजनों ने युवक के तीन दोस्तों पर ही हत्या का आरोप लगाया। साथ ही शव के साथ असंध थाना पहुंचकर हंगामा किया। पुलिस की ओर से जांच और ठोस कार्रवाई के आश्वासन पर परिजनों का गुस्सा शांत हुआ।
मृतक के पिता सुबे सिंह ने बताया कि उसका 19 वर्षीय बेटा सचिन असंध में ई-रिक्शा चलाता था। 19 सितंबर को वह ई-रिक्शा लेकर घर से शहर में गया था, लेकिन वापस नहीं लौटा। परिजनों ने काफी खोजबीन की लेकिन उसका पता नहीं चला। अगले दिन 20 सितंबर को उसका ई-रिक्शा बस स्टैंड के समीप खड़ा मिला। आरोप लगाया कि उसके बेटे सचिन की हत्या की गयी है और पड़ोस के एक युवक सहित दो अन्य आरोपी इसमें शामिल हैं। उन्होंने बताया कि दिल्ली पुलिस ने युवक का शव 24 सितंबर को बरामद कर लिया था, लेकिन पांच अक्टूबर को परिजनों की सूचना दी गयी, जबकि स्थानीय थाने में पहले की शिकायत दर्ज कराई गयी थी। बताया जा रहा है कि शिनाख्त नहीं होने के कारण उसका पोस्टमार्टम नहीं हो पाया। इसके बाद शिनाख्त हुई तो सोमवार को असंध पुलिस और परिजनों को इसकी सूचना दी गई। मंगलवार को परिजन दिल्ली से शव लेकर असंध पहुंचे और पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाकर थाने में प्रदर्शन किया। रोष जताने वालों में भाई दीपक, प्रदीप, शीशपाल, पाले राम, नफे सिंह, गुुलाब सिंह, महेंद्र सिंह, रोशनी, बाला देवी, राजा सहित दर्जनों लोग शामिल रहे।
युवक के परिजनों की शिकायत पर 22 सितंबर को गुमशुदगी का केस दर्ज कर युवक की तलाश शुरू कर दी गयी थी। दिल्ली में नहर से डेडबॉडी मिली है। परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है। मामले की गहनता से जांच करके ठोस कार्रवाई की जाएगी। सोमवार को दिल्ली पुलिस का जांच अधिकारी असंध आया था और डेडबाडी के बारे में जानकारी दी थी।-जगबीर सिंह, थाना प्रभारी असंध।