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जींद/उचाना। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से मिले हैं। लेकिन इस दौरान उन्होंने किसानों की पैरवी करने की बजाय खुद की पैरवी की। आंदोलन बहुत हुए लेकिन इतना अनुशासन वाला धरना आज तक नहीं देखा। यह कहना है कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा का। वे वीरवार को मकर संक्रांति के मौके पर छात्तर गांव की गोशाला में आयोजित कार्यक्रम में लोगों को संबोधित कर रहे थे।
दीपेंद्र ने कहा कि आंदोलन कर रहे किसानों में से रोजाना किसी न किसी की जान जा रही है। इसके बावजूद सरकार किसानों की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रही है। प्रधानमंत्री नको कम से कम इंसानियत के वास्ते किसानों की मांग को मान लेना चाहिए। आज बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक धरने में शामिल हैं। इस मौके पर पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश, विधायक सुभाष गंगोली, उमेद लोहान, स्वामी आर्यवेश, मांगेराम छात्तर, वीरेंद्र घोघड़ियां, ईश्वर छात्तर, सतपाल श्योकंद, धर्मेंद्र ढूल, बलबीर पालवां, सुरेश उचाना खुर्द, वीरेंद्र छात्तर, जस्सी झील, अशोक संदलाना, राममेहर मोर, वीरेंद्र मोर, पुरुषोत्तम शर्मा, कृष्ण, रामकुमार शर्मा, रामसिंह, रामकुमार, पूर्व सरपंच लीलू, रामफल, राजा छात्तर, भीमा मोर मौजूद रहे।
विश्वास खो चुकी है सरकार
पत्रकारों से बातचीत में राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि सरकार जनता का विश्वास खो चुकी है। इनेलो नेता अभय चौटाला द्वारा किसानों के समर्थन में इस्तीफे पर उन्होंने कहा कि यह समय विपक्ष को एक साथ मिलकर लड़ाई लड़ने की जरूरत है। इस्तीफा देकर भाजपा सरकार की एक तरह से मदद हो जाएगी। इसलिए सदन में इनके खिलाफ वोटिंग करें। किसी भी विधायक को इस्तीफा नहीं देना चाहिए बल्कि सदन में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान सरकार के खिलाफ वोटिंग कर किसानों की आवाज को बुलंद करना चाहिए।
स्व. देवीलाल ने केंद्र में बनाई थी किसानों की सरकार : भड़ाना
कृषि कानूनों के खिलाफ खटकड़ व बद्दोवाल टोल प्लाजा पर 20वें भी धरना जारी रहा। कड़ाके की सर्दी के बीच किसान धरने पर डटे है। वीरवार को पूर्व सांसद अवतार भड़ाना और स्वामी आर्यवेश धरने पर किसानों के बीच पहुंचे। भड़ाना ने कहा कि उप प्रधानमंत्री स्वर्गीय चौधरी देवीलाल ने केंद्र में किसानों की सरकार बनाई थी। उन्होंने साबित कर दिया था कि देश में किसान का राज भी बन सकता है। वहीं स्वामी रामवेश ने भी किसानों का समर्थन किया।
सरकार विधानसभा का सत्र बुलाए, तय हो जाएगा कितने लोग सरकार के साथ : गर्ग
प्रदेश व्यापार मंडल के प्रदेशाध्यक्ष बजरंग दास गर्ग ने कहा कि प्रदेश के व्यापारी भी आंदोलन में किसानों के साथ हैं। उन्होंने जींद के एक निजी होटल में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सरकार को चाहिए कि विधानसभा का सत्र बुलाए। भाजपा के ही आठ से दस विधायकों ने उन्हें कहा है कि सरकार गलत कर रही है। ऐसे में यदि विधानसभा का सत्र होता है तो सरकार गिर सकती है। इसके बाद उन्होंने खटकड़ टोल पर पहुंच कर किसानों का समर्थन किया।
सरकार ने अंग्रेजों के राज की याद ताजा करवा दी : बीबीपुर
युवा कांग्रेस के जुलाना हलका प्रेस प्रवक्ता संजय बीबीपुर ने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान सरकार के रुख ने अंग्रेजों के शासनकाल की याद दिलवा दी है। 50 दिन से बुजुर्ग, बच्चे व महिलाएं कड़ाके की ठंड में आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन सरकार अपनी जिद्द पर अड़ी है। वीरवार को जारी बयान में बीबीपुर ने कहा कि देश व प्रदेश के लोग समय आने पर इस जुल्म का हिसाब जरूर लेंगे।
छात्तर गांव में स्थित गोशाला में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते कांग्रेस राज्यसभा सदस्य दीपे?- फोटो : Jind
जींद/उचाना। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से मिले हैं। लेकिन इस दौरान उन्होंने किसानों की पैरवी करने की बजाय खुद की पैरवी की। आंदोलन बहुत हुए लेकिन इतना अनुशासन वाला धरना आज तक नहीं देखा। यह कहना है कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा का। वे वीरवार को मकर संक्रांति के मौके पर छात्तर गांव की गोशाला में आयोजित कार्यक्रम में लोगों को संबोधित कर रहे थे।
दीपेंद्र ने कहा कि आंदोलन कर रहे किसानों में से रोजाना किसी न किसी की जान जा रही है। इसके बावजूद सरकार किसानों की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रही है। प्रधानमंत्री नको कम से कम इंसानियत के वास्ते किसानों की मांग को मान लेना चाहिए। आज बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक धरने में शामिल हैं। इस मौके पर पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश, विधायक सुभाष गंगोली, उमेद लोहान, स्वामी आर्यवेश, मांगेराम छात्तर, वीरेंद्र घोघड़ियां, ईश्वर छात्तर, सतपाल श्योकंद, धर्मेंद्र ढूल, बलबीर पालवां, सुरेश उचाना खुर्द, वीरेंद्र छात्तर, जस्सी झील, अशोक संदलाना, राममेहर मोर, वीरेंद्र मोर, पुरुषोत्तम शर्मा, कृष्ण, रामकुमार शर्मा, रामसिंह, रामकुमार, पूर्व सरपंच लीलू, रामफल, राजा छात्तर, भीमा मोर मौजूद रहे।
विश्वास खो चुकी है सरकार
पत्रकारों से बातचीत में राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि सरकार जनता का विश्वास खो चुकी है। इनेलो नेता अभय चौटाला द्वारा किसानों के समर्थन में इस्तीफे पर उन्होंने कहा कि यह समय विपक्ष को एक साथ मिलकर लड़ाई लड़ने की जरूरत है। इस्तीफा देकर भाजपा सरकार की एक तरह से मदद हो जाएगी। इसलिए सदन में इनके खिलाफ वोटिंग करें। किसी भी विधायक को इस्तीफा नहीं देना चाहिए बल्कि सदन में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान सरकार के खिलाफ वोटिंग कर किसानों की आवाज को बुलंद करना चाहिए।
स्व. देवीलाल ने केंद्र में बनाई थी किसानों की सरकार : भड़ाना
कृषि कानूनों के खिलाफ खटकड़ व बद्दोवाल टोल प्लाजा पर 20वें भी धरना जारी रहा। कड़ाके की सर्दी के बीच किसान धरने पर डटे है। वीरवार को पूर्व सांसद अवतार भड़ाना और स्वामी आर्यवेश धरने पर किसानों के बीच पहुंचे। भड़ाना ने कहा कि उप प्रधानमंत्री स्वर्गीय चौधरी देवीलाल ने केंद्र में किसानों की सरकार बनाई थी। उन्होंने साबित कर दिया था कि देश में किसान का राज भी बन सकता है। वहीं स्वामी रामवेश ने भी किसानों का समर्थन किया।
सरकार विधानसभा का सत्र बुलाए, तय हो जाएगा कितने लोग सरकार के साथ : गर्ग
प्रदेश व्यापार मंडल के प्रदेशाध्यक्ष बजरंग दास गर्ग ने कहा कि प्रदेश के व्यापारी भी आंदोलन में किसानों के साथ हैं। उन्होंने जींद के एक निजी होटल में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सरकार को चाहिए कि विधानसभा का सत्र बुलाए। भाजपा के ही आठ से दस विधायकों ने उन्हें कहा है कि सरकार गलत कर रही है। ऐसे में यदि विधानसभा का सत्र होता है तो सरकार गिर सकती है। इसके बाद उन्होंने खटकड़ टोल पर पहुंच कर किसानों का समर्थन किया।
सरकार ने अंग्रेजों के राज की याद ताजा करवा दी : बीबीपुर
युवा कांग्रेस के जुलाना हलका प्रेस प्रवक्ता संजय बीबीपुर ने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान सरकार के रुख ने अंग्रेजों के शासनकाल की याद दिलवा दी है। 50 दिन से बुजुर्ग, बच्चे व महिलाएं कड़ाके की ठंड में आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन सरकार अपनी जिद्द पर अड़ी है। वीरवार को जारी बयान में बीबीपुर ने कहा कि देश व प्रदेश के लोग समय आने पर इस जुल्म का हिसाब जरूर लेंगे।
छात्तर गांव में स्थित गोशाला में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते कांग्रेस राज्यसभा सदस्य दीपे?- फोटो : Jind