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भवन निर्माण से जुड़े मजदूरों ने मांगों को लेकर शहर में प्रदर्शन किया। इस दौरान मजदूर लघु सचिवालय पहुंचे और अंदर घुसने का प्रयास किया। इसको लेकर पुलिस और मजदूरों में झड़प हुई। मजदूरों के तेवर देखते हुए पुलिस ने लघु सचिवालय का गेट बंद कर दिया। इसके बाद मजदूरों ने अधिकारियों की कार्यप्रणाली को लेकर रोष जताया। उनकी मांग थी कि डीसी पत्र जारी कर अधिकारियों को आदेश दें कि उनके काम की तस्दीक हो।
गौरतलब है कि भवन निर्माण से जुड़े मजदूरों को प्रदेश सरकार कई प्रकार का लाभ देती है। इसके लिए मजदूरों को 90 दिन तक काम करने की तस्दीक पहले यूनियन करती थी, लेकिन अब यह काम अधिकारियों को सौंप दिया गया है। मजदूरों का कहना है कि अधिकारी इस काम को नहीं कर रहे हैं। ऐसे में इसका पत्र जारी किया जाए। निर्माण मजदूर फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखबीर सिंह ने कहा कि इसको लेकर अधिकारियों को ज्ञापन दिए जा जा चुके हैं। आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस मौके पर कपूर सिंह, रमेश चंद्र, फूल सिंह श्योकंद, संदीप कुमार, बारू राम, संदीप दालमवाला, दीनदयाल, सुरेश करसोला, राधेश्याम, शिलक राम, विनोद पालवां, अंग्रेज, सतबीर, राजेश कुमार, पवन कुमार मौजूद रहे।
लड़कियां की शादी के दो-तीन साल बाद भी नहीं मिली कन्यादान राशि
भवन निर्माण कामगार यूनियन हरियाणा के राज्य अध्यक्ष देशराज ने कहा कि अधिकारी जानबूझकर मजदूरों को उनकी सुविधाओं से वंचित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मजदूरों की बेटियों की शादी को दो से तीन साल हो चुके हैं, लेकिन अभी तक कन्यादान की राशि नहीं मिली है। इसी प्रकार दुर्घटना पर मिलने वाले लाभ के लिए परिवार के लोग दो-दो साल से चक्कर काट रहे हैं। मजदूरों ने बताया कि डीसी ने जल्द ही पत्र जारी करने का आश्वासन दिया है।
बाद में पहुंची महिला पुलिस
मजदूर प्रदर्शन करते हुए दोपहर एक बजकर 40 मिनट पर लघु सचिवालय पहुंच गए। यहां पुलिस से झड़प भी हुई। प्रदर्शन में महिला मजदूर भी शामिल थीं, लेकिन उन्हें रोकने के लिए मौके पर महिला पुलिस नहीं थी। ऐसे में बाद में महिला पुलिस को बुलाया गया, लेकिन जब तक महिला पुलिस पहुंची प्रदर्शनकारी शांत हो चुके थे।
भवन निर्माण से जुड़े मजदूरों ने मांगों को लेकर शहर में प्रदर्शन किया। इस दौरान मजदूर लघु सचिवालय पहुंचे और अंदर घुसने का प्रयास किया। इसको लेकर पुलिस और मजदूरों में झड़प हुई। मजदूरों के तेवर देखते हुए पुलिस ने लघु सचिवालय का गेट बंद कर दिया। इसके बाद मजदूरों ने अधिकारियों की कार्यप्रणाली को लेकर रोष जताया। उनकी मांग थी कि डीसी पत्र जारी कर अधिकारियों को आदेश दें कि उनके काम की तस्दीक हो।
गौरतलब है कि भवन निर्माण से जुड़े मजदूरों को प्रदेश सरकार कई प्रकार का लाभ देती है। इसके लिए मजदूरों को 90 दिन तक काम करने की तस्दीक पहले यूनियन करती थी, लेकिन अब यह काम अधिकारियों को सौंप दिया गया है। मजदूरों का कहना है कि अधिकारी इस काम को नहीं कर रहे हैं। ऐसे में इसका पत्र जारी किया जाए। निर्माण मजदूर फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखबीर सिंह ने कहा कि इसको लेकर अधिकारियों को ज्ञापन दिए जा जा चुके हैं। आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस मौके पर कपूर सिंह, रमेश चंद्र, फूल सिंह श्योकंद, संदीप कुमार, बारू राम, संदीप दालमवाला, दीनदयाल, सुरेश करसोला, राधेश्याम, शिलक राम, विनोद पालवां, अंग्रेज, सतबीर, राजेश कुमार, पवन कुमार मौजूद रहे।
लड़कियां की शादी के दो-तीन साल बाद भी नहीं मिली कन्यादान राशि
भवन निर्माण कामगार यूनियन हरियाणा के राज्य अध्यक्ष देशराज ने कहा कि अधिकारी जानबूझकर मजदूरों को उनकी सुविधाओं से वंचित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मजदूरों की बेटियों की शादी को दो से तीन साल हो चुके हैं, लेकिन अभी तक कन्यादान की राशि नहीं मिली है। इसी प्रकार दुर्घटना पर मिलने वाले लाभ के लिए परिवार के लोग दो-दो साल से चक्कर काट रहे हैं। मजदूरों ने बताया कि डीसी ने जल्द ही पत्र जारी करने का आश्वासन दिया है।
बाद में पहुंची महिला पुलिस
मजदूर प्रदर्शन करते हुए दोपहर एक बजकर 40 मिनट पर लघु सचिवालय पहुंच गए। यहां पुलिस से झड़प भी हुई। प्रदर्शन में महिला मजदूर भी शामिल थीं, लेकिन उन्हें रोकने के लिए मौके पर महिला पुलिस नहीं थी। ऐसे में बाद में महिला पुलिस को बुलाया गया, लेकिन जब तक महिला पुलिस पहुंची प्रदर्शनकारी शांत हो चुके थे।