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सरकारी आदेशों के बाद आज से तीसरी से लेकर पांचवीं कक्षा तक के छात्रों के लिए भी स्कूल के दरवाजे खुल जाएंगे। इसको लेकर स्कूल प्राचार्य द्वारा पूरी तैयारी कर ली हैं। मंगलवार को स्कूलों में साफ-सफाई का दौर पूरा दिन जारी रहा। छोटे बच्चों के लिए बैठने के फर्नीचर से लेकर क्लास रूम को भी सैनिटाइज किया गया। अब बच्चे अपनी स्वास्थ्य रिपोर्ट के साथ अभिभावकों की अनुमति लेकर स्कूल में प्रवेश कर सकेंगे। इसके बाद स्कूल में नियमित रूप से पढ़ाई शुरू हो जाएगी।
हालांकि देखने वाली बात यह होगी कि पहले दिन कितने छात्र स्कूल आते हैं, क्योंकि स्वास्थ्य विभाग की ओर से साफ निर्देश जारी किए गए हैं कि किसी भी छात्र को बिना कोरोना टेस्ट के स्वास्थ्य रिपोर्ट न दी जाए। वही,ं स्वास्थ्य रिपोर्ट मिलने में छात्रों को कम से कम एक दिन का इंतजार करना पड़ेगा। बता दें कि पिछले दिनों छात्रों और अध्यापकों की कोरोना जांच करने पर उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ अभिभावकों और शिक्षा विभाग में भी हड़कंप मच गया था।
72 अध्यापक और छात्र हो चुके हैं संक्रमित
फरवरी माह में अभी तक कुल 72 संक्रमितों की पुष्टि हुई है। इसमें 30 छात्र और 40 अध्यापक शामिल हैं। जिन्होंने स्कूल जाने से पूर्व कोरोना जांच करवाई थी और वह संक्रमित पाए थे। इसी को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की ओर से छोटे बच्चों के लिए भी यह निर्देश पीएचसी और सीएचसी को दिए गए हैं कि वह बिना कोरोना जांच के किसी भी छात्र को स्वास्थ्य रिपोर्ट न दें।
हमने शिक्षा विभाग को पत्र जारी कर कह दिया है कि छात्रों की कोरोना जांच के बाद ही स्कूल में प्रवेश दें। अगर बाद में कोई छात्र संक्रमित मिलता है तो उसकी जिम्मेदारी शिक्षा विभाग की होगी।
- सुखप्रीत, स्वास्थ्य अधिकारी, अंबाला।
हमारे पास स्वास्थ्य रिपोर्ट लेकर और अभिभावकों की अनुमति के साथ ही छात्रों को स्कूल में प्रवेश देने के आदेश हैं। जिनका पालन किया जाएगा।
- सुरेंद्र मोहन शर्मा, खंड शिक्षा अधिकारी, ब्लॉक वन।
सरकारी आदेशों के बाद आज से तीसरी से लेकर पांचवीं कक्षा तक के छात्रों के लिए भी स्कूल के दरवाजे खुल जाएंगे। इसको लेकर स्कूल प्राचार्य द्वारा पूरी तैयारी कर ली हैं। मंगलवार को स्कूलों में साफ-सफाई का दौर पूरा दिन जारी रहा। छोटे बच्चों के लिए बैठने के फर्नीचर से लेकर क्लास रूम को भी सैनिटाइज किया गया। अब बच्चे अपनी स्वास्थ्य रिपोर्ट के साथ अभिभावकों की अनुमति लेकर स्कूल में प्रवेश कर सकेंगे। इसके बाद स्कूल में नियमित रूप से पढ़ाई शुरू हो जाएगी।
हालांकि देखने वाली बात यह होगी कि पहले दिन कितने छात्र स्कूल आते हैं, क्योंकि स्वास्थ्य विभाग की ओर से साफ निर्देश जारी किए गए हैं कि किसी भी छात्र को बिना कोरोना टेस्ट के स्वास्थ्य रिपोर्ट न दी जाए। वही,ं स्वास्थ्य रिपोर्ट मिलने में छात्रों को कम से कम एक दिन का इंतजार करना पड़ेगा। बता दें कि पिछले दिनों छात्रों और अध्यापकों की कोरोना जांच करने पर उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ अभिभावकों और शिक्षा विभाग में भी हड़कंप मच गया था।
72 अध्यापक और छात्र हो चुके हैं संक्रमित
फरवरी माह में अभी तक कुल 72 संक्रमितों की पुष्टि हुई है। इसमें 30 छात्र और 40 अध्यापक शामिल हैं। जिन्होंने स्कूल जाने से पूर्व कोरोना जांच करवाई थी और वह संक्रमित पाए थे। इसी को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की ओर से छोटे बच्चों के लिए भी यह निर्देश पीएचसी और सीएचसी को दिए गए हैं कि वह बिना कोरोना जांच के किसी भी छात्र को स्वास्थ्य रिपोर्ट न दें।
हमने शिक्षा विभाग को पत्र जारी कर कह दिया है कि छात्रों की कोरोना जांच के बाद ही स्कूल में प्रवेश दें। अगर बाद में कोई छात्र संक्रमित मिलता है तो उसकी जिम्मेदारी शिक्षा विभाग की होगी।
- सुखप्रीत, स्वास्थ्य अधिकारी, अंबाला।
हमारे पास स्वास्थ्य रिपोर्ट लेकर और अभिभावकों की अनुमति के साथ ही छात्रों को स्कूल में प्रवेश देने के आदेश हैं। जिनका पालन किया जाएगा।
- सुरेंद्र मोहन शर्मा, खंड शिक्षा अधिकारी, ब्लॉक वन।