मानसून की वापसी...
- फोटो : ANI
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राष्ट्रीय राजधानी में 20 प्रतिशत कम बारिश के साथ बुधवार को मानसून की वापसी हो गई। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि शहर में 1 जून से 30 सितंबर के बीच 585.8 मिमी के सामान्य के मुकाबले 467.7 मिमी बारिश दर्ज की गई।
विभाग के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि इस बार मानसून सामान्य से दो दिन पहले 25 जून को राष्ट्रीय राजधानी में पहुंच गया था और सामान्य से 5 दिन अधिक रहा। आमतौर पर मानसून 25 सितंबर तक राजधानी से वापस कर जाता है।
मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तर-पश्चिम हवा के निम्न स्तर में बदलाव, नमी की मात्रा में कमी और बारिश नहीं होने से ऐसे संकेत हैं कि दक्षिण-पश्चिम मानसून राजस्थान के और कुछ भागों, पंजाब के शेष हिस्सों, पूरे पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कुछ भागों से वापसी कर गया है।
मौसम विभाग के आंकड़े के अनुसार, इस बार दिल्ली में 20 प्रतिशत कम बारिश हुई है। दिल्ली जैसे छोटे क्षेत्रों के लिए, लंबी अवधि की औसत वर्षा (50 वर्ष) की तुलना में 19 प्रतिशत अधिक या कम को सामान्य माना जाता है।
सफदरजंग मौसम केंद्र ने पूरे सीजन के दौरान 648.9 मिमी सामान्य के मुकाबले 576.5 मिमी वर्षा दर्ज की, जो 11 प्रतिशत कम है। मौसम विभाग ने इस साल की शुरुआत में दिल्ली से मानसून की वापसी की तिथि को संशोधित करते हुए 21 सितंबर से 25 सितंबर कर दिया था। कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया, आईएमडी ने पिछले 20-25 वर्षों की प्रवृत्ति पर विचार करते हुए मानसून वापसी की तिथि को संशोधित किया था।
मध्य दिल्ली में 63 फीसदी कम वर्षा
राष्ट्रीय राजधानी के सभी 11 जिलों में से इस बार मध्य दिल्ली में सबसे अधिक 63 प्रतिशत बारिश की कमी दर्ज की गई। दिलचस्प बात यह है कि इस साल अगस्त में यहां 237 मिमी बारिश हुई, जो सात साल में सबसे अधिक थी।
राष्ट्रीय राजधानी में 20 प्रतिशत कम बारिश के साथ बुधवार को मानसून की वापसी हो गई। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि शहर में 1 जून से 30 सितंबर के बीच 585.8 मिमी के सामान्य के मुकाबले 467.7 मिमी बारिश दर्ज की गई।
विभाग के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि इस बार मानसून सामान्य से दो दिन पहले 25 जून को राष्ट्रीय राजधानी में पहुंच गया था और सामान्य से 5 दिन अधिक रहा। आमतौर पर मानसून 25 सितंबर तक राजधानी से वापस कर जाता है।
मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तर-पश्चिम हवा के निम्न स्तर में बदलाव, नमी की मात्रा में कमी और बारिश नहीं होने से ऐसे संकेत हैं कि दक्षिण-पश्चिम मानसून राजस्थान के और कुछ भागों, पंजाब के शेष हिस्सों, पूरे पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कुछ भागों से वापसी कर गया है।
मौसम विभाग के आंकड़े के अनुसार, इस बार दिल्ली में 20 प्रतिशत कम बारिश हुई है। दिल्ली जैसे छोटे क्षेत्रों के लिए, लंबी अवधि की औसत वर्षा (50 वर्ष) की तुलना में 19 प्रतिशत अधिक या कम को सामान्य माना जाता है।
सफदरजंग मौसम केंद्र ने पूरे सीजन के दौरान 648.9 मिमी सामान्य के मुकाबले 576.5 मिमी वर्षा दर्ज की, जो 11 प्रतिशत कम है। मौसम विभाग ने इस साल की शुरुआत में दिल्ली से मानसून की वापसी की तिथि को संशोधित करते हुए 21 सितंबर से 25 सितंबर कर दिया था। कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया, आईएमडी ने पिछले 20-25 वर्षों की प्रवृत्ति पर विचार करते हुए मानसून वापसी की तिथि को संशोधित किया था।
मध्य दिल्ली में 63 फीसदी कम वर्षा
राष्ट्रीय राजधानी के सभी 11 जिलों में से इस बार मध्य दिल्ली में सबसे अधिक 63 प्रतिशत बारिश की कमी दर्ज की गई। दिलचस्प बात यह है कि इस साल अगस्त में यहां 237 मिमी बारिश हुई, जो सात साल में सबसे अधिक थी।