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गुजरात के नगर निगम चुनावों में पहली बार उतरी आम आदमी पार्टी ने प्रदेश के सियासतदानों को चौंकाया है। मंगलवार शाम तक मतगणना के नतीजों में कांग्रेस को पछाड़ते हुए आप मुख्य विपक्षी दल के तौर पर उभरी है। माना जा रहा है कि आप की एंट्री अगले साल प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकती हैं।
उधर, गुजरात में बेहतर प्रदर्शन से पार्टी उत्साहित है। आप मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 26 फरवरी को गुजरात का दौरा कर रोड शो करेंगे। जबकि निगम चुनाव के नतीजों को केजरीवाल ने गुजरात में नई राजनीति की शुरुआत बताया है। इसके लिए उन्होंने प्रदेश की जनता को बधाई दी है।
दरअसल, गुजरात के छह नगर निगमों अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा, जामनगर, भावनगर और राजकोट में मतगणना मंगलवार शाम तक जारी थी। मतगणना के रुझानों के अनुसार आप सूरत में 27 सीटें जीत गई है, जबकि 17 सीटों पर दूसरे नंबर पर है। वहीं, राजकोट में 13 और अहमदाबाद में 16 सीटों के साथ पार्टी दूसरे नंबर पर है। पहली बार निगम चुनाव में उतरी आप इस तरह के नतीजों पर उत्साहित है।
मतगणना के रुझानों पर केजरीवाल ने कहा कि गुजरात के लोगों ने काम की राजनीति को वोट दिया। गुजरात के लोग भाजपा और कांग्रेस की राजनीति से त्रस्त थे। गुजरात के लोगों को एक विकल्प चाहिए था और आम आदमी पार्टी के रूप में उनको यह विकल्प मिला है। अब आने वाला चुनाव सिर्फ आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच होगा।
दूसरी तरफ आप प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि प्रधानमंत्री के गढ़ में लोग भाजपा को बदलने कोशिश कर रहे हैं और वह मौका कांग्रेस की जगह आम आदमी पार्टी को दे रहे हैं। यह पहली बार सच होने जा रहा है कि गुजरात में सिर्फ भाजपा और आम आदमी पार्टी ही है, वहां कांग्रेस नाम की कोई तीसरी पार्टी नहीं है।
आप बन रही गुजरात के लोगों की उम्मीद
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि गुजरात के सभी शहरों में लोग आप पर भरोसा जता रहे हैं। भाजपा के गढ़ सूरत में पार्टी दूसरे नंबर पर है। लोग अब परिवर्तन चाह रहे हैं और वो आम आदमी पार्टी के रूप में देख रहे हैं। सिसोदिया के मुताबिक, अभी तक गुजरात में जो सेटिंग की राजनीति थी, उसका अंत हो गया। भाजपा के प्रति लोगों में गुस्सा है और आम आदमी पार्टी उनकी एक उम्मीद बन गई है।
परिणाम के कई सियासी मायने भी निकाले जाएंगे
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि गुजरात के अंदर जो परिणाम आए हैं, इनके कई सियासी मायने भी निकाले जाएंगे। प्रधानमंत्री का विकास मॉडल कहलाने वाला गुजरात, जहां पर पिछले 25 सालों से सूरत नगर निगम में और गुजरात में भाजपा की सरकार है, वहां पर आज लोग अगर भाजपा को बदलने की कोशिश कर रहे हैं, तो वह मौका कांग्रेस की जगह आम आदमी पार्टी को दिया जा रहा है।
सौरभ भारद्वाज के मुताबिक, गुजरात दो पार्टियों का राज्य है। आज के नतीजों से जाहिर होता है कि प्रदेश में भाजपा और आम आदमी पार्टी है। वहां तीसरी कोई पार्टी नहीं है। कांग्रेस अब खत्म हो रही है। जब तक कांग्रेस खत्म नहीं होगी, तब तक भाजपा की सरकारें बनती रहेंगी। क्योंकि कांग्रेस भाजपा का ऑक्सीजन हैं।
केजरीवाल का गुजरात दौरा 26 फरवरी को
गुजरात निगम चुनावों से उत्साहित आप ने अपने संयोजक अरिवंद केजरीवाल के दौरे की योजना बनाई है। 26 फरवरी को केजरीवाल गुजरात में होंगे। पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी का कहना है कि इस दौरान वह एक रोड शो भी करेंगे। इसमें आप में यकीन करने वाले गुजरात के लोगों को केजरीवाल धन्यवाद देंगे।
गुजरात के नगर निगम चुनावों में पहली बार उतरी आम आदमी पार्टी ने प्रदेश के सियासतदानों को चौंकाया है। मंगलवार शाम तक मतगणना के नतीजों में कांग्रेस को पछाड़ते हुए आप मुख्य विपक्षी दल के तौर पर उभरी है। माना जा रहा है कि आप की एंट्री अगले साल प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकती हैं।
उधर, गुजरात में बेहतर प्रदर्शन से पार्टी उत्साहित है। आप मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 26 फरवरी को गुजरात का दौरा कर रोड शो करेंगे। जबकि निगम चुनाव के नतीजों को केजरीवाल ने गुजरात में नई राजनीति की शुरुआत बताया है। इसके लिए उन्होंने प्रदेश की जनता को बधाई दी है।
दरअसल, गुजरात के छह नगर निगमों अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा, जामनगर, भावनगर और राजकोट में मतगणना मंगलवार शाम तक जारी थी। मतगणना के रुझानों के अनुसार आप सूरत में 27 सीटें जीत गई है, जबकि 17 सीटों पर दूसरे नंबर पर है। वहीं, राजकोट में 13 और अहमदाबाद में 16 सीटों के साथ पार्टी दूसरे नंबर पर है। पहली बार निगम चुनाव में उतरी आप इस तरह के नतीजों पर उत्साहित है।
मतगणना के रुझानों पर केजरीवाल ने कहा कि गुजरात के लोगों ने काम की राजनीति को वोट दिया। गुजरात के लोग भाजपा और कांग्रेस की राजनीति से त्रस्त थे। गुजरात के लोगों को एक विकल्प चाहिए था और आम आदमी पार्टी के रूप में उनको यह विकल्प मिला है। अब आने वाला चुनाव सिर्फ आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच होगा।
दूसरी तरफ आप प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि प्रधानमंत्री के गढ़ में लोग भाजपा को बदलने कोशिश कर रहे हैं और वह मौका कांग्रेस की जगह आम आदमी पार्टी को दे रहे हैं। यह पहली बार सच होने जा रहा है कि गुजरात में सिर्फ भाजपा और आम आदमी पार्टी ही है, वहां कांग्रेस नाम की कोई तीसरी पार्टी नहीं है।
आप बन रही गुजरात के लोगों की उम्मीद
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि गुजरात के सभी शहरों में लोग आप पर भरोसा जता रहे हैं। भाजपा के गढ़ सूरत में पार्टी दूसरे नंबर पर है। लोग अब परिवर्तन चाह रहे हैं और वो आम आदमी पार्टी के रूप में देख रहे हैं। सिसोदिया के मुताबिक, अभी तक गुजरात में जो सेटिंग की राजनीति थी, उसका अंत हो गया। भाजपा के प्रति लोगों में गुस्सा है और आम आदमी पार्टी उनकी एक उम्मीद बन गई है।
परिणाम के कई सियासी मायने भी निकाले जाएंगे
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि गुजरात के अंदर जो परिणाम आए हैं, इनके कई सियासी मायने भी निकाले जाएंगे। प्रधानमंत्री का विकास मॉडल कहलाने वाला गुजरात, जहां पर पिछले 25 सालों से सूरत नगर निगम में और गुजरात में भाजपा की सरकार है, वहां पर आज लोग अगर भाजपा को बदलने की कोशिश कर रहे हैं, तो वह मौका कांग्रेस की जगह आम आदमी पार्टी को दिया जा रहा है।
सौरभ भारद्वाज के मुताबिक, गुजरात दो पार्टियों का राज्य है। आज के नतीजों से जाहिर होता है कि प्रदेश में भाजपा और आम आदमी पार्टी है। वहां तीसरी कोई पार्टी नहीं है। कांग्रेस अब खत्म हो रही है। जब तक कांग्रेस खत्म नहीं होगी, तब तक भाजपा की सरकारें बनती रहेंगी। क्योंकि कांग्रेस भाजपा का ऑक्सीजन हैं।
केजरीवाल का गुजरात दौरा 26 फरवरी को
गुजरात निगम चुनावों से उत्साहित आप ने अपने संयोजक अरिवंद केजरीवाल के दौरे की योजना बनाई है। 26 फरवरी को केजरीवाल गुजरात में होंगे। पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी का कहना है कि इस दौरान वह एक रोड शो भी करेंगे। इसमें आप में यकीन करने वाले गुजरात के लोगों को केजरीवाल धन्यवाद देंगे।