दिल्ली में जगतपुरी इलाके के एक स्कूल के छात्रों को पुलिस की हिंसा का शिकार होना पड़ा। स्थानीय थाना पुलिस के दो पुलिसकर्मियों ने सराकरी स्कूल में जाकर छात्रों की पिटाई की। एक छात्र का आरोप है कि पुलिस ने उसके कपड़े उतरवारकर पिटाई की।
इसकी सूचना पाकर अभिभावकों ने थाने के सामने जमकर हंगामा किया। परिजनों की मांग थी पुलिसकर्मियों का बर्खास्त किया जाए। लोगों के गुस्से को देखते हुए थाना प्रभारी ने एक पुलिसकर्मी को बीट से हटा दिया। जबकि दूसरे पर कार्रवाई का भरोसा दिलाया। इसके बाद परिजन वापस लौटै।
जानकारी के अनुसार दो दिन पहले छात्रों के बीच लड़ाई हो गई थी। अध्यापकों ने इसकी शिकायत पुलिस को की। इसके बाद एक पुलिसकर्मी साथी हवलदार केसाथ जगतपुरी स्थित स्कूल पहुंचा। फिर छात्रों से पूछताछ के बहाने पिटाई शुरू कर दी।
सातवीं में पढ़ने वाले एक छात्र ने आरोप लगाया कि पुलिस ने कमरे में उसके कपड़े उतरवा दिए। फिर उसकी पिटाई शुरू कर दी। विरोध करने पर जान से मारे की धमकी भी दी। परिजनों का कहना है कि इस घटना के बाद छात्र काफी सहम गया है। इसकी जानकारी परिजनों को मिली और जगतपुरी थाने में जाकर विरोध प्रदर्शन किया। थाना प्रभारी के काफी समझाने के बाद वह परिजन वापस लौटे।
दिल्ली में जगतपुरी इलाके के एक स्कूल के छात्रों को पुलिस की हिंसा का शिकार होना पड़ा। स्थानीय थाना पुलिस के दो पुलिसकर्मियों ने सराकरी स्कूल में जाकर छात्रों की पिटाई की। एक छात्र का आरोप है कि पुलिस ने उसके कपड़े उतरवारकर पिटाई की।
इसकी सूचना पाकर अभिभावकों ने थाने के सामने जमकर हंगामा किया। परिजनों की मांग थी पुलिसकर्मियों का बर्खास्त किया जाए। लोगों के गुस्से को देखते हुए थाना प्रभारी ने एक पुलिसकर्मी को बीट से हटा दिया। जबकि दूसरे पर कार्रवाई का भरोसा दिलाया। इसके बाद परिजन वापस लौटै।
जानकारी के अनुसार दो दिन पहले छात्रों के बीच लड़ाई हो गई थी। अध्यापकों ने इसकी शिकायत पुलिस को की। इसके बाद एक पुलिसकर्मी साथी हवलदार केसाथ जगतपुरी स्थित स्कूल पहुंचा। फिर छात्रों से पूछताछ के बहाने पिटाई शुरू कर दी।
सातवीं में पढ़ने वाले एक छात्र ने आरोप लगाया कि पुलिस ने कमरे में उसके कपड़े उतरवा दिए। फिर उसकी पिटाई शुरू कर दी। विरोध करने पर जान से मारे की धमकी भी दी। परिजनों का कहना है कि इस घटना के बाद छात्र काफी सहम गया है। इसकी जानकारी परिजनों को मिली और जगतपुरी थाने में जाकर विरोध प्रदर्शन किया। थाना प्रभारी के काफी समझाने के बाद वह परिजन वापस लौटे।