रश्मि चौधरी-महबूब अंसारी मामले में रविवार को समझौते का प्रयास किया गया। एमएलसी आशू मलिक और वरिष्ठ सपा नेता सुधन रावत ने सामने रश्मि चौधरी ने महबूब को माफ करना स्वीकार कर अपना केस वापस लेने का भरोसा दिया, लेकिन बाद में वह मुकर गई।
रश्मि का कहना है कि बड़े नेताओं के सम्मान की खातिर हां कर दी थी, लेकिन मामला खत्म नहीं हुआ है। पहले जिलाध्यक्ष साजिद हुसैन माफी मांगें, तभी कोर्ट केस वापस लिया जाएगा।
पार्टी सूत्रों के अनुसार जिलाध्यक्ष को नामजद करने के बाद से पार्टी में हड़कंप मचा था। महबूब अंसारी का बचाव करने के आरोप में जिलाध्यक्ष पर निशाना साधा जा रहा था।
रविवार को सुधन रावत ने महिला मोर्चे की पूर्व जिलाध्यक्ष मधू चौधरी और रश्मि चौधरी को साथ लेकर मुरादनगर में एमएलसी आशू मलिक के आवास पर बैठक कराई।
आशू मलिक और सुधन रावत की मौजूदगी में महबूब अंसारी ने रश्मि से माफी मांगी और भविष्य में कोई गलती न करने का भरोसा दिया था।
रश्मि को पार्टी के कुछ पूर्व पदाधिकारी हवा दे रहे थे। उनको चिंहित कर कार्रवाई की तैयारी होने पर वह भाग खड़े हुए। रश्मि का भले ही समझौता हो गया हो, लेकिन उक्त चारों चिंहित आरोपियों पर मुख्यमंत्री की वापसी होने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।- संजय यादव, महानगर अध्यक्ष।
महबूब अंसारी ने माफी मांग ली है। इसके बाद रश्मि चौधरी ने उसको माफ कर दिया। अब कोर्ट से अभियोग वापस ले लिया जाएगा। महबूब ने भविष्य में कोई गलती न करने का भरोसा दिया है। - मधु चौधरी, पूर्व जिलाध्यक्ष महिला सभा।