ब्लू और पिंक लाइन पर 171 दिन बाद मेट्रो सेवाओं की शुरुआत से लोगों के चेहरे पर एक बार फिर खुशियां लौटीं। खासकर पिंक लाइन पर, क्योंकि उत्तर पूर्व में हुई हिंसा के दौरान भी जाफराबाद-शिव विहार के बीच मेट्रो सेवाएं फरवरी में प्रभावित हुईं थी। सोशल डिस्टेंसिंग का सभी यात्री पालन करने में सहज दिखे, क्योंकि मास्क पहनना अब आदत बन चुकी है तो थर्मल स्क्रीनिंग और सैनिटाइजर का लोग संक्रमण से बचाव के लिए पहले से करते रहे हैं।
ब्लू लाइन पर मेट्रो में सफर करने वाले यात्रियों में नोएडा के दफ्तरों में जाने वालों ने राहत महसूस की। यात्रियों ने बताया कि न केवल लंबी दूरी तय करने में समय की बचत होगी बल्कि रुपये भी बचेंगे। पिंक लाइन के रजौरी गार्डन पर यात्रियों की संख्या काफी कम थी, लेकिन उत्तर पूर्वी दिल्ली के स्टेशनों पर आंकड़ा थोड़ा अधिक रहा।
सभी स्टेशनों पर रुकी ट्रेन
ब्लू और पिंक लाइन के 123 किलोमीटर के दायरे में सभी स्टेशनों पर मेट्रो रुकी। हालांकि, कोविड प्रोटोकाल की वजह से प्रवेश और निकास कम गेट खुलने की वजह से यात्रियों को कई स्टेशनों पर परेशानियां हुई, लेकिन नौ स्टेशनों पर इंटरचेंज सुविधा की वजह से राहत भी मिली है। प्रवेश के लिए मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग, थर्मल स्क्रीनिंग के साथ-साथ यात्रियों को बगैर छूए सुरक्षा जांच भी की गई।
10 बजे तक ब्लू लाइन पर बढ़े यात्री
मेट्रो लाइनों पर बुधवार को यात्रियों की संख्या कम रही, लेकिन 9.30 से 10 बजे के बीच येलो, पिंक और ब्लू लाइन पर यात्रियों की संख्या बढ़ने लगी। 10 बजे के करीब ब्लू लाइन पर द्वारका से मयूर विहार के बीच अधिक रही, परंतु किसी यात्री को खड़ा नहीं रहना पड़ा। सभी जगहों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया। मेट्रो में सवार होने के बाद आपस की बातचीत नहीं हो रही थी, लेकिन मोबाइल पर लंबे अंतराल के बाद मेट्रो के सफर के अनुभवों को साझा करते कई यात्री नजर आए।
एस्केलेटर पर किया नियमों का पालन
पिंक लाइन पर राजौरी गार्डन के आगे दिल्ली कैंट, साउथ कैंपस, सरोजनी नगर, आईएनए सहित सभी स्टेशनों पर संक्रमण से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। यात्री सोशल डिस्टेंसिंग का एस्केलेटर पर भी करते नजर आए तो पिंक लाइन के पश्चिम और दक्षिण दिल्ली के स्टेशनों पर इंतजाम से यात्री भी काफी खुश नजर आए।
चरणों में मेट्रो सेवाएं शुरू करने के बारे में दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) के प्रबंध निदेशक डॉ. मंगू सिंह का कहना है कि कोविड-19 के कारण 169 दिनों बाद मेट्रो सेवाएं शुरू की गई, लेकिन दोबारा मेट्रो सेवाओं को बहाल करने के पीछे यात्रियों से कमाई के लिए नहीं किया गया।
मुश्किल परिस्थितियों में यात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए इस दिशा में पहल की गई है। इससे आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। महामारी खत्म होने के बाद टोकन को दोबारा लाया जाएगा। डीएमआरसी की कोशिश है कि स्मार्ट कार्ड की व्यवस्था को आगे भी जारी रखा जाए।
लॉकडाउन से पहले दिल्ली मेट्रो में रोजाना औसतन 26 लाख यात्री सफर करते थे। उन्होंने कहा कि दोबारा सेवाएं शुरू होने पर यात्रियों की सहूलियतों के साथ साथ संक्रमण से बचाव के लिए जरूरी मानकों का पालन किया जा रहा है।
मौजूदा वक्त की जरूरतों को देखकर मेट्रो सेवाएं शुरू की गई हैं और संक्रमण काल के बाद भी परिवहन सुविधाओं की आवश्यकता कम नहीं होंगी। मेट्रो पहले की तुलना में स्टेशनों पर अधिक देरी के लिए रुक रही है। यात्रियों को भी ब्रेक द पीक को ध्यान में रखते हुए अपनी जरूरत के मुताबिक सफर करना चाहिए, ताकि किसी भी वक्त मेट्रो में अधिक भीड़भाड़ की स्थिति पैदा न हो।
ब्लू और पिंक लाइन पर 171 दिन बाद मेट्रो सेवाओं की शुरुआत से लोगों के चेहरे पर एक बार फिर खुशियां लौटीं। खासकर पिंक लाइन पर, क्योंकि उत्तर पूर्व में हुई हिंसा के दौरान भी जाफराबाद-शिव विहार के बीच मेट्रो सेवाएं फरवरी में प्रभावित हुईं थी। सोशल डिस्टेंसिंग का सभी यात्री पालन करने में सहज दिखे, क्योंकि मास्क पहनना अब आदत बन चुकी है तो थर्मल स्क्रीनिंग और सैनिटाइजर का लोग संक्रमण से बचाव के लिए पहले से करते रहे हैं।
ब्लू लाइन पर मेट्रो में सफर करने वाले यात्रियों में नोएडा के दफ्तरों में जाने वालों ने राहत महसूस की। यात्रियों ने बताया कि न केवल लंबी दूरी तय करने में समय की बचत होगी बल्कि रुपये भी बचेंगे। पिंक लाइन के रजौरी गार्डन पर यात्रियों की संख्या काफी कम थी, लेकिन उत्तर पूर्वी दिल्ली के स्टेशनों पर आंकड़ा थोड़ा अधिक रहा।
सभी स्टेशनों पर रुकी ट्रेन
ब्लू और पिंक लाइन के 123 किलोमीटर के दायरे में सभी स्टेशनों पर मेट्रो रुकी। हालांकि, कोविड प्रोटोकाल की वजह से प्रवेश और निकास कम गेट खुलने की वजह से यात्रियों को कई स्टेशनों पर परेशानियां हुई, लेकिन नौ स्टेशनों पर इंटरचेंज सुविधा की वजह से राहत भी मिली है। प्रवेश के लिए मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग, थर्मल स्क्रीनिंग के साथ-साथ यात्रियों को बगैर छूए सुरक्षा जांच भी की गई।
10 बजे तक ब्लू लाइन पर बढ़े यात्री
मेट्रो लाइनों पर बुधवार को यात्रियों की संख्या कम रही, लेकिन 9.30 से 10 बजे के बीच येलो, पिंक और ब्लू लाइन पर यात्रियों की संख्या बढ़ने लगी। 10 बजे के करीब ब्लू लाइन पर द्वारका से मयूर विहार के बीच अधिक रही, परंतु किसी यात्री को खड़ा नहीं रहना पड़ा। सभी जगहों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया। मेट्रो में सवार होने के बाद आपस की बातचीत नहीं हो रही थी, लेकिन मोबाइल पर लंबे अंतराल के बाद मेट्रो के सफर के अनुभवों को साझा करते कई यात्री नजर आए।
एस्केलेटर पर किया नियमों का पालन
पिंक लाइन पर राजौरी गार्डन के आगे दिल्ली कैंट, साउथ कैंपस, सरोजनी नगर, आईएनए सहित सभी स्टेशनों पर संक्रमण से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। यात्री सोशल डिस्टेंसिंग का एस्केलेटर पर भी करते नजर आए तो पिंक लाइन के पश्चिम और दक्षिण दिल्ली के स्टेशनों पर इंतजाम से यात्री भी काफी खुश नजर आए।