गार्गी कॉलेज के फेस्ट में छात्राओं से कथित बदसलूकी व छेड़छाड़ वाले मामले में दिल्ली पुलिस ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दोनों को कॉलेज में अवैध रूप से प्रवेश करने के मामले में गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों की संख्या 16 हो चुकी है। पुलिस ने दोनों आरोपियों को नोटिस देकर पूछताछ के लिए बुलाया था। वारदात में शामिल होने की पुष्टि के बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया।
वकील की याचिका पर हाईकोर्ट ने केन्द्र और सीबीआई से मांगा जवाब
हाईकोर्ट ने दिल्ली विश्वविद्यालय के गार्गी कॉलेज में गत 6 फरवरी को वार्षिक सांस्कृतिक उत्सव में छात्राओं से बाहरी लोगों द्वारा की गई छेड़छाड़ के मामले में दायर याचिका पर केंद्र सरकार और सीबीआई से जवाब मांगा है। हाईकोर्ट ने दिल्ली सरकार को भी 30 अप्रैल तक अपना पक्ष रखने के लिए कहा है।
मुख्य न्यायाधीश डीएन पटेल और न्यायमूर्ति सी. हरि शंकर की खंडपीठ ने वकील एमएल शर्मा की याचिका पर सरकार व जांच एजेंसी को नोटिस जारी किया है। याचिका दायर कर एमएल शर्मा ने छात्राओं से छेड़छाड़ की जांच सीबीआई से करवाने का निर्देश देने के मांग की है। याचिका में वकील ने मांग की है कि घटना से जुड़ी कॉलेज परिसर की सीसीटीवी फुटेज को सुरक्षित करवाया जाए ताकि आरोपी साक्ष्यों को ना मिटा सकें।
इसके साथ ही उन्होंने मांग की कि इस घटना में शामिल अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया जाए। उन्होंने पहले यह याचिका सुप्रीम कोर्ट में दायर की गई थी। सुप्रीम कोर्ट ने याचिका हाईकोर्ट में दायर करने के लिए कहा था। उल्लेखनीय है कि इस मामले में पुलिस ने 12 फरवरी को 10 लोगों को गिरफ्तार किया था। हालांकि बाद में कोर्ट ने इन्हें जमानत दे दी थी। इन लोगों की उम्र 18 से 25 वर्ष के बीच है।
पुलिस के मुताबिक ये सभी एनसीआर की सरकारी और प्राइवेट कॉलेज के छात्र हैं। सीसीटीवी से पता चलता है कि ये सभी कॉलेज कॉलेज का गेट तोड़कर जबरन घुसे थे। पुलिस का कहना है कि 11 टीमें मामले की जांच कर रही हैं। जो भी तकनीकी जानकारी व साक्ष्य उपलब्ध हैं, उन्हें देखा जा रहा है। पुलिस की टीम संदिग्धों की पहचान के लिए एनसीआर के अलग-अलग शहरों में दबिश दे रही हैं।
गागी कॉलेज छेड़छाड़ मामला:
फैक्ट फाइंडिंग कमेटी ने कॉलेज प्रशासन को सौंपी प्राथमिकी रिपोर्ट
गार्गी कॉलेज छेड़छाड़ मामले की जांच के लिए बनाई गई फैक्ट फाइंडिंग कमेटी ने सोमवार को प्राथमिक रिपोर्ट कॉलेज प्रशासन को सौंप दी। मामले की जांच के लिए यह कमेटी कॉलेज प्रशासन ने बनाई थी। कमेटी ने कॉलेज के 100 से ज्यादा लोगों से बातचीत कर रिपोर्ट तैयार की है। कमेटी ने कॉलेज की छात्राओं, शिक्षकों, कर्मचारियों और अस्थाई कर्मचारी से पूछताछ के बाद रिपोर्ट तैयार की है।
डीयू सूत्रों के अनुसार शुरुआती जांच रिपोर्ट में फेस्ट के दौरान कॉलेज सुरक्षा में चूक की बात सामने आई है। हालांकि यह फाइनल रिपोर्ट नहीं है। वहीं दूसरी तरफ कॉलेज की छात्राओं ने प्राथमिक रिपोर्ट को आधार मानते हुए कॉलेज प्रशासन से मांग की है कि सुरक्षा में चूक हुई है तो फेस्ट से संबंधित शिक्षकों को पद से हटाया जाए क्योंकि उन्हीं की निगरानी में फेस्ट का आयोजन किया जा रहा था। छात्राओं ने कॉलेज में नई आंतरिक शिकायत समिति (आईसीसी) बनाने की भी मांग की है।
गार्गी कॉलेज के फेस्ट में छात्राओं से कथित बदसलूकी व छेड़छाड़ वाले मामले में दिल्ली पुलिस ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दोनों को कॉलेज में अवैध रूप से प्रवेश करने के मामले में गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों की संख्या 16 हो चुकी है। पुलिस ने दोनों आरोपियों को नोटिस देकर पूछताछ के लिए बुलाया था। वारदात में शामिल होने की पुष्टि के बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया।
वकील की याचिका पर हाईकोर्ट ने केन्द्र और सीबीआई से मांगा जवाब
हाईकोर्ट ने दिल्ली विश्वविद्यालय के गार्गी कॉलेज में गत 6 फरवरी को वार्षिक सांस्कृतिक उत्सव में छात्राओं से बाहरी लोगों द्वारा की गई छेड़छाड़ के मामले में दायर याचिका पर केंद्र सरकार और सीबीआई से जवाब मांगा है। हाईकोर्ट ने दिल्ली सरकार को भी 30 अप्रैल तक अपना पक्ष रखने के लिए कहा है।
मुख्य न्यायाधीश डीएन पटेल और न्यायमूर्ति सी. हरि शंकर की खंडपीठ ने वकील एमएल शर्मा की याचिका पर सरकार व जांच एजेंसी को नोटिस जारी किया है। याचिका दायर कर एमएल शर्मा ने छात्राओं से छेड़छाड़ की जांच सीबीआई से करवाने का निर्देश देने के मांग की है। याचिका में वकील ने मांग की है कि घटना से जुड़ी कॉलेज परिसर की सीसीटीवी फुटेज को सुरक्षित करवाया जाए ताकि आरोपी साक्ष्यों को ना मिटा सकें।
इसके साथ ही उन्होंने मांग की कि इस घटना में शामिल अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया जाए। उन्होंने पहले यह याचिका सुप्रीम कोर्ट में दायर की गई थी। सुप्रीम कोर्ट ने याचिका हाईकोर्ट में दायर करने के लिए कहा था। उल्लेखनीय है कि इस मामले में पुलिस ने 12 फरवरी को 10 लोगों को गिरफ्तार किया था। हालांकि बाद में कोर्ट ने इन्हें जमानत दे दी थी। इन लोगों की उम्र 18 से 25 वर्ष के बीच है।
पुलिस के मुताबिक ये सभी एनसीआर की सरकारी और प्राइवेट कॉलेज के छात्र हैं। सीसीटीवी से पता चलता है कि ये सभी कॉलेज कॉलेज का गेट तोड़कर जबरन घुसे थे। पुलिस का कहना है कि 11 टीमें मामले की जांच कर रही हैं। जो भी तकनीकी जानकारी व साक्ष्य उपलब्ध हैं, उन्हें देखा जा रहा है। पुलिस की टीम संदिग्धों की पहचान के लिए एनसीआर के अलग-अलग शहरों में दबिश दे रही हैं।
गागी कॉलेज छेड़छाड़ मामला:
फैक्ट फाइंडिंग कमेटी ने कॉलेज प्रशासन को सौंपी प्राथमिकी रिपोर्ट
गार्गी कॉलेज छेड़छाड़ मामले की जांच के लिए बनाई गई फैक्ट फाइंडिंग कमेटी ने सोमवार को प्राथमिक रिपोर्ट कॉलेज प्रशासन को सौंप दी। मामले की जांच के लिए यह कमेटी कॉलेज प्रशासन ने बनाई थी। कमेटी ने कॉलेज के 100 से ज्यादा लोगों से बातचीत कर रिपोर्ट तैयार की है। कमेटी ने कॉलेज की छात्राओं, शिक्षकों, कर्मचारियों और अस्थाई कर्मचारी से पूछताछ के बाद रिपोर्ट तैयार की है।
डीयू सूत्रों के अनुसार शुरुआती जांच रिपोर्ट में फेस्ट के दौरान कॉलेज सुरक्षा में चूक की बात सामने आई है। हालांकि यह फाइनल रिपोर्ट नहीं है। वहीं दूसरी तरफ कॉलेज की छात्राओं ने प्राथमिक रिपोर्ट को आधार मानते हुए कॉलेज प्रशासन से मांग की है कि सुरक्षा में चूक हुई है तो फेस्ट से संबंधित शिक्षकों को पद से हटाया जाए क्योंकि उन्हीं की निगरानी में फेस्ट का आयोजन किया जा रहा था। छात्राओं ने कॉलेज में नई आंतरिक शिकायत समिति (आईसीसी) बनाने की भी मांग की है।