राजधानी में बारिश के पानी को सहेजकर का काम युद्धस्तर पर जारी है। इस वर्ष 1500 से अधिक नए रेन वाटर हार्वेस्टिंग पिट्स बनाए जा रहे हैं। 15 जुलाई से पहले बनकर तैयार हो जाने वाले इन पिट्स की मदद से बरसात के पानी को संरक्षित किया जा सकेगा।
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बुधवार को पीडब्ल्यूडी, दिल्ली जल बोर्ड, दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए), सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग, दिल्ली नगर निगम, नई दिल्ली नगर पालिका परिषद् (एनडीएमसी) आदि विभागों के अधिकारियों संग समीक्षा बैठक के बाद इसकी जानकारी दी।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि वर्षा जल एक महत्वपूर्ण प्राकृतिक संसाधन है और दिल्ली जैसे शहर के लिए इसे सहेजकर रखना बेहद महत्वपूर्ण है। दिल्ली पानी के लिए पड़ोसी राज्यों पर निर्भर है। यही वजह है कि वर्षा जल संरक्षण से दिल्ली सरकार भूजल स्तर सुधारना चाहती है। दरअसल राज्य सरकार पानी के मामले में दिल्ली को आत्मनिर्भर बनाना चाहती है। इसलिए सरकार विभिन्न नोडल एजेंसीज साथ मिलकर 1548 नए रेन वाटर हार्वेस्टिंग पिट्स बना रही है। इन्हें मिलाकर राजधानी में पिट्स की संख्या 2475 हो जाएंगी।
सड़क के रखरखाव में खामी पर भड़के उपमुख्यमंत्री
आईटीओ से तिलक ब्रिज के बीच सड़क के रखरखाव में खामी मिलने पर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने अधिकारियों को फटकार लगाई। बुधवार को उपमुख्यमंत्री ने आईटीओ से लेकर तिलक ब्रिज की सड़क का औचक निरीक्षण किया। रखरखाव में कमी, रोड मार्किंग आदि का ध्यान नहीं रखने पर संबंधित अधिकारियों को फटकार लगाई। उन्होंने अधिकारियों को कमियों को तुरंत दूर करने के निर्देश दिए। साथ ही जिम्मेदारी से काम करने को कहा।
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सड़कों को यूजर फ्रेंडली बनाने और इसके सौंदर्यीकरण से संबंधित प्लान सप्ताह भर के भीतर तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने यहां मौजूद छोटी से छोटी डिटेल्स का निरीक्षण किया। इस दौरान सड़क पर कई जगह मार्किंग गायब मिली। इसके अलावा उनकी प्लेसमेंट ठीक नहीं पाई गई। कुछ स्थानों पर पैचवर्क के बाद मार्किंग नहीं की गई थी।
निरीक्षण के दौरान तिलक ब्रिज के पास बने स्काईवाक की एक लिफ्ट में खामी, फुटओवर ब्रिज की साफ सफाई में कमी मिली। उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी दी की व्यवस्था के रखरखाव में किसी भी प्रकार का लचर रवैया बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि न केवल आईटीओ बल्कि दिल्ली के किसी भी हिस्से में सड़कों के रखरखाव में ऐसी कोताही बरती गई तो वहां के संबंधित अधिकारियों पर सख्त करवाई की जाएगी।
विस्तार
राजधानी में बारिश के पानी को सहेजकर का काम युद्धस्तर पर जारी है। इस वर्ष 1500 से अधिक नए रेन वाटर हार्वेस्टिंग पिट्स बनाए जा रहे हैं। 15 जुलाई से पहले बनकर तैयार हो जाने वाले इन पिट्स की मदद से बरसात के पानी को संरक्षित किया जा सकेगा।
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बुधवार को पीडब्ल्यूडी, दिल्ली जल बोर्ड, दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए), सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग, दिल्ली नगर निगम, नई दिल्ली नगर पालिका परिषद् (एनडीएमसी) आदि विभागों के अधिकारियों संग समीक्षा बैठक के बाद इसकी जानकारी दी।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि वर्षा जल एक महत्वपूर्ण प्राकृतिक संसाधन है और दिल्ली जैसे शहर के लिए इसे सहेजकर रखना बेहद महत्वपूर्ण है। दिल्ली पानी के लिए पड़ोसी राज्यों पर निर्भर है। यही वजह है कि वर्षा जल संरक्षण से दिल्ली सरकार भूजल स्तर सुधारना चाहती है। दरअसल राज्य सरकार पानी के मामले में दिल्ली को आत्मनिर्भर बनाना चाहती है। इसलिए सरकार विभिन्न नोडल एजेंसीज साथ मिलकर 1548 नए रेन वाटर हार्वेस्टिंग पिट्स बना रही है। इन्हें मिलाकर राजधानी में पिट्स की संख्या 2475 हो जाएंगी।
सड़क के रखरखाव में खामी पर भड़के उपमुख्यमंत्री
आईटीओ से तिलक ब्रिज के बीच सड़क के रखरखाव में खामी मिलने पर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने अधिकारियों को फटकार लगाई। बुधवार को उपमुख्यमंत्री ने आईटीओ से लेकर तिलक ब्रिज की सड़क का औचक निरीक्षण किया। रखरखाव में कमी, रोड मार्किंग आदि का ध्यान नहीं रखने पर संबंधित अधिकारियों को फटकार लगाई। उन्होंने अधिकारियों को कमियों को तुरंत दूर करने के निर्देश दिए। साथ ही जिम्मेदारी से काम करने को कहा।
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सड़कों को यूजर फ्रेंडली बनाने और इसके सौंदर्यीकरण से संबंधित प्लान सप्ताह भर के भीतर तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने यहां मौजूद छोटी से छोटी डिटेल्स का निरीक्षण किया। इस दौरान सड़क पर कई जगह मार्किंग गायब मिली। इसके अलावा उनकी प्लेसमेंट ठीक नहीं पाई गई। कुछ स्थानों पर पैचवर्क के बाद मार्किंग नहीं की गई थी।
निरीक्षण के दौरान तिलक ब्रिज के पास बने स्काईवाक की एक लिफ्ट में खामी, फुटओवर ब्रिज की साफ सफाई में कमी मिली। उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी दी की व्यवस्था के रखरखाव में किसी भी प्रकार का लचर रवैया बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि न केवल आईटीओ बल्कि दिल्ली के किसी भी हिस्से में सड़कों के रखरखाव में ऐसी कोताही बरती गई तो वहां के संबंधित अधिकारियों पर सख्त करवाई की जाएगी।