I
विशिष्ट बीटीसी (शिक्षक) प्रदेश संघर्ष समिति ने किया पूर्व राज्यमंत्री का स्वागत
I
Iविशिष्ट बीटीसी (शिक्षक) प्रदेश संघर्ष समिति की ओर से आयोजित कार्यक्रम में 1650 विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षित युवाओं को एनसीटीई से मान्यता दिलाने में अहम योगदान देने वाले वरिष्ठ भाजपा नेता रवींद्र जुगरान का स्वागत किया गया।I
I
I
Iकार्यक्रम में पूरे प्रदेश से आए शिक्षकों ने शॉल ओढ़ाकर और प्रतीक चिन्ह देकर उन्हें सम्मानित किया। इस मौके पर जुगरान ने कहा कि समाज यदि जागरूक होकर सही और गलत के बीच का अंतर समझकर व्यवहार करें तो उत्तराखंड वास्तव में देवभूमि के रूप में फिर स्थापित हो सकेगा। कहा कि पूर्व में विशिष्ट बीटीसी शिक्षकों के भविष्य के साथ केंद्र और राज्य सरकार की ओर से जो खिलवाड़ हो रहा था, उसकी जितनी निंदा की जाय कम है। आखिरकार एकजुटता से लड़ी गई जंग रंग लाई और सरकार को 1650 विशिष्ट बीटीसी शिक्षकों को न सिर्फ नियुक्तियां देनी पड़ीं बल्कि वरिष्ठता भी दी गई।
I
I
I
Iविशिष्ट अतिथि जीतमणि पैन्यूली ने कहा कि जिस प्रकार विशिष्ट बीटीसी शिक्षकों का आंदोलन एक सामूहिक नेतृत्व में लड़ा गया, उसी तरह पुरानी पेंशन बहाली के लिए एक ही नेतृत्व में लड़ाई लड़नी होगी। विशिष्ट बीटीसी संघर्ष समिति के संयोजक नरेंद्र मैठाणी और सह संयोजक राकेश बागड़ी ने पूर्व में हुए आंदोलन के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
I
I
I
Iइस दौरान उत्तराखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष मनोज जुगरान, अनूप जदली, विनोद असवाल, विपिन सकलानी, हर्षवर्धन जमलोकी, देवेश डोभाल, राजेश भट्ट, भुवन उनियाल, अशोक उनियाल उपस्थित थे। संचालन प्रमोद कैंतुरा ने किया।I