न्यूज डेस्क, अमर उजाला, चंडीगढ़
Updated Sun, 01 Dec 2019 12:51 PM IST
पीजीआई फिर से देश के सर्वश्रेष्ठ अस्पतालों में चुना गया है। सबसे अधिक अंगदान करवाकर पीजीआई ने अपने नाम रोटो अवार्ड किया। यह अवार्ड केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने दिल्ली में आयोजित समारोह में पीजीआई के चिकित्सा अधीक्षक प्रो. एके गुप्ता व रोटो के नोडल अधिकारी एवं डिप्टी चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विपिन कौशल को दिया। उन्होंने खुशी जताई और ऐसे ही आगे भी कार्य करते रहने के लिए प्रेरित किया। पीजीआई के निदेशक प्रो. जगतराम ने इस उपलब्धि पर खुशी जताई।
भारतीय अंगदान दिवस पर नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में नोटो के सहयोग से कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान पीजीआई चंडीगढ़ के आंकड़ों को बताया गया कि सर्वाधिक अंगदान करवाया गया। लोगों को जागरूक किया गया। यही कारण है कि अंगदान के कारण तमाम लोगों को नया जीवन मिल रहा है।
यहां अंगदान करने वाले लोगों के परिजनों को भी बुलाया गया था, उनकी आंखों में इसलिए आंसू थे कि उनके अपनों के अंग किसी अन्य व्यक्ति में धड़क रहे थे। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने भी अंगदान के महत्व पर प्रकाश डाला। चिकित्सा अधीक्षक कम विभाग अध्यक्ष प्रो. एके गुप्ता ने भी विचार रखे। इस मौके पर रोटो के नोडल अधिकारी प्रो. विपिन कौशल, स्वास्थ्य सचिव डॉ. अरुण कुमार पांडा, डॉ. संजय त्यागी, अरुण के सिंगल विशेष सचिव स्वास्थ्य, मनदीप भंडारी संयुक्त सचिव स्वास्थ्य, डॉ. वसंती रमेश निदेशक मौजूद रहे।
पीजीआई फिर से देश के सर्वश्रेष्ठ अस्पतालों में चुना गया है। सबसे अधिक अंगदान करवाकर पीजीआई ने अपने नाम रोटो अवार्ड किया। यह अवार्ड केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने दिल्ली में आयोजित समारोह में पीजीआई के चिकित्सा अधीक्षक प्रो. एके गुप्ता व रोटो के नोडल अधिकारी एवं डिप्टी चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विपिन कौशल को दिया। उन्होंने खुशी जताई और ऐसे ही आगे भी कार्य करते रहने के लिए प्रेरित किया। पीजीआई के निदेशक प्रो. जगतराम ने इस उपलब्धि पर खुशी जताई।
भारतीय अंगदान दिवस पर नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में नोटो के सहयोग से कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान पीजीआई चंडीगढ़ के आंकड़ों को बताया गया कि सर्वाधिक अंगदान करवाया गया। लोगों को जागरूक किया गया। यही कारण है कि अंगदान के कारण तमाम लोगों को नया जीवन मिल रहा है।
यहां अंगदान करने वाले लोगों के परिजनों को भी बुलाया गया था, उनकी आंखों में इसलिए आंसू थे कि उनके अपनों के अंग किसी अन्य व्यक्ति में धड़क रहे थे। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने भी अंगदान के महत्व पर प्रकाश डाला। चिकित्सा अधीक्षक कम विभाग अध्यक्ष प्रो. एके गुप्ता ने भी विचार रखे। इस मौके पर रोटो के नोडल अधिकारी प्रो. विपिन कौशल, स्वास्थ्य सचिव डॉ. अरुण कुमार पांडा, डॉ. संजय त्यागी, अरुण के सिंगल विशेष सचिव स्वास्थ्य, मनदीप भंडारी संयुक्त सचिव स्वास्थ्य, डॉ. वसंती रमेश निदेशक मौजूद रहे।