अमित शर्मा, अमर उजाला, मोहाली (पंजाब)
Updated Sat, 21 Nov 2020 02:06 PM IST
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पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड (पीएसईबी) के जाली प्रमाणपत्र बनाकर सरकारी नौकरी हासिल करने के मामले रुक नहीं रहे हैं। पंजाब के मोहाली में इसका ताजा मामला पुलिस और पासपोर्ट कार्यालय से जुड़ा है।
पीएसईबी में दोनों विभागों से पहुंचे प्रमाणपत्र की जांच में इनकी पोल खुली तो बोर्ड ने दोनों प्रमाणपत्रों को जब्त कर लिया। साथ ही उक्त लोगों को अपने रिकॉर्ड में काली सूची में भी डाल दिया है। इन पर एफआईआर दर्ज करवाने के लिए संबंधित विभागों को पत्र लिखा गया है।
जानकारी के मुताबिक पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड में एसएसपी ऑफिस होशियारपुर और क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय चंडीगढ़ से पहुंचे दो प्रमाणपत्र जांच में जाली निकले। एसएसपी कार्यालय होशियारपुर से आया प्रमाणपत्र कक्षा 10वीं का था। यह मार्च 2004 का बना हुआ था। बोर्ड के रिकॉर्ड में यह जाली पाया गया है।
बोर्ड ने एसएसपी कार्यालय होशियारपुर को पत्र लिखकर बताया कि उक्त व्यक्ति ने जाली दस्तावेजों के आधार पर नौकरी हासिल की थी। इसके चलते उसका प्रमाणपत्र बोर्ड की ओर से जब्त कर लिया गया है। ऐसे में उस पर एफआईआर दर्ज की जाए।
दूसरा प्रमाणपत्र क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय चंडीगढ़ से मिला था। यह साल 1991 का था। यह भी रिकॉर्ड में फर्जी पाया गया है और इसे भी बोर्ड ने जब्त कर लिया है। इसके बारे में भी संबंधित विभाग को पत्र लिखा गया है। बोर्ड के वरिष्ठ कानूनी सलाहकार एवं सचिव की ओर से इस बारे में आदेश जारी किया गया है। अमर उजाला के पास इस संबंधी रिकॉर्ड की कॉपी है।
जांच के लिए हर महीने आते हैं दो हजार प्रमाणपत्र
पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड में हर महीने दो हजार प्रमाणपत्र जांच के लिए केंद्र और राज्य सरकार के विभिन्न विभागों से आते हैं। इसमें जो प्रमाणपत्र जाली निकलते हैं, उन्हें बोर्ड जब्त कर रिकॉर्ड वेबसाइट पर अपलोड कर देता है।
हर साल सात लाख छात्र होते हैं बोर्ड परीक्षा में शामिल
बोर्ड की वार्षिक 10वीं और 12वीं की परीक्षा में हर साल सात लाख विद्यार्थी शामिल होते हैं, जो हर साल परीक्षा पास कर विभिन्न क्षेत्रों में अपना करियर आजमाते हैं। इससे पहले भी बोर्ड में प्रमाणपत्र जांच में कई केस पकड़े गए हैं। जाली प्रमाणपत्रों से नौकरी हासिल करने में लड़कियां भी पीछे नहीं हैं।
पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड (पीएसईबी) के जाली प्रमाणपत्र बनाकर सरकारी नौकरी हासिल करने के मामले रुक नहीं रहे हैं। पंजाब के मोहाली में इसका ताजा मामला पुलिस और पासपोर्ट कार्यालय से जुड़ा है।
पीएसईबी में दोनों विभागों से पहुंचे प्रमाणपत्र की जांच में इनकी पोल खुली तो बोर्ड ने दोनों प्रमाणपत्रों को जब्त कर लिया। साथ ही उक्त लोगों को अपने रिकॉर्ड में काली सूची में भी डाल दिया है। इन पर एफआईआर दर्ज करवाने के लिए संबंधित विभागों को पत्र लिखा गया है।
जानकारी के मुताबिक पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड में एसएसपी ऑफिस होशियारपुर और क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय चंडीगढ़ से पहुंचे दो प्रमाणपत्र जांच में जाली निकले। एसएसपी कार्यालय होशियारपुर से आया प्रमाणपत्र कक्षा 10वीं का था। यह मार्च 2004 का बना हुआ था। बोर्ड के रिकॉर्ड में यह जाली पाया गया है।
बोर्ड ने एसएसपी कार्यालय होशियारपुर को पत्र लिखकर बताया कि उक्त व्यक्ति ने जाली दस्तावेजों के आधार पर नौकरी हासिल की थी। इसके चलते उसका प्रमाणपत्र बोर्ड की ओर से जब्त कर लिया गया है। ऐसे में उस पर एफआईआर दर्ज की जाए।
दूसरा प्रमाणपत्र क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय चंडीगढ़ से मिला था। यह साल 1991 का था। यह भी रिकॉर्ड में फर्जी पाया गया है और इसे भी बोर्ड ने जब्त कर लिया है। इसके बारे में भी संबंधित विभाग को पत्र लिखा गया है। बोर्ड के वरिष्ठ कानूनी सलाहकार एवं सचिव की ओर से इस बारे में आदेश जारी किया गया है। अमर उजाला के पास इस संबंधी रिकॉर्ड की कॉपी है।
जांच के लिए हर महीने आते हैं दो हजार प्रमाणपत्र
पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड में हर महीने दो हजार प्रमाणपत्र जांच के लिए केंद्र और राज्य सरकार के विभिन्न विभागों से आते हैं। इसमें जो प्रमाणपत्र जाली निकलते हैं, उन्हें बोर्ड जब्त कर रिकॉर्ड वेबसाइट पर अपलोड कर देता है।
हर साल सात लाख छात्र होते हैं बोर्ड परीक्षा में शामिल
बोर्ड की वार्षिक 10वीं और 12वीं की परीक्षा में हर साल सात लाख विद्यार्थी शामिल होते हैं, जो हर साल परीक्षा पास कर विभिन्न क्षेत्रों में अपना करियर आजमाते हैं। इससे पहले भी बोर्ड में प्रमाणपत्र जांच में कई केस पकड़े गए हैं। जाली प्रमाणपत्रों से नौकरी हासिल करने में लड़कियां भी पीछे नहीं हैं।