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कांग्रेस ने अकाली-भाजपा नेताओं के खिलाफ केंद्रीय चुनाव आयोग से शिकायत की है। पार्टी ने सीएम प्रकाश सिंह बादल, उम्मीदवार प्रेम सिंह चंदूमाजरा, भाजपा उम्मीदवार अरुण जेटली और पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के खिलाफ शिकायत दी है। जिसमें चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाया गया है।
शिकायत में कहा गया है कि 23 मार्च को शहीद-ए-आजम भगत सिंह का शहीदी दिवस था। इस मौके पर खटकड़कलां में हुए समागम में सीएम बादल और चंदूमाजरा शामिल हुए।
भाषण में बादल ने न सिर्फ सियासी बातें कहीं, बल्कि अकाली-भाजपा के हक में लोगों से वोट देने को भी कहा। जो आचार संहिता का उल्लंघन है। चंदूमाजरा भी वहां मौजूद थे। बादल ने शहीदों के नाम पर पूरे पंजाब में वोट मांगे। समागम का प्रसारण कई चैनलों ने किया।
इस तरह बादल ने पूरे पंजाब के वोटरों को टारगेट कर सभी उम्मीदवारों के हक में वोट मांगे। उम्मीदवारों में जेटली भी शामिल हैं। वहीं, नरेंद्र मोदी का नाम लिया गया, इसलिए वह भी आचार संहिता के उल्लंघन के दोषी हैं। कांग्रेस ने आयोग से अकाली-भाजपा नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
खैहरा ने की डीजीपी की शिकायत
कांग्रेस प्रवक्ता सुखपाल खैहरा ने मुख्य चुनाव आयुक्त को शिकायत भेजी है। जिसमें आरोप लगाया गया है कि डिप्टी सीएम सुखबीर बादल और डीजीपी सुमेध सैनी के निर्देश पर अधिकारी अपने चहेतों को सिक्योरिटी मुहैया करवा रहे हैं। जिससे चुनाव प्रभावित होगा।
खैहरा ने आरोप लगाया कि सीएम के गृह जिले मुक्तसर में बहुत से दागियों और अकाली जत्थेदारों को सिर्फ इसलिए सुरक्षा मुहैया कराई गई है क्योंकि वे बादल परिवार के नजदीकी हैं। मनप्रीत बादल के पूर्व पीए सतिंदर जीत सिंह के खिलाफ विजिलेंस ने परचा दर्ज किया था। अब उन्हें चार गन मैन दिए गए हैं।
खैहरा ने ऐसे लोगों की सूची भी आयोग को मुहैया कराई है। उन्होंने आयोग से मांग की है कि पूरे राज्य की रिपोर्ट मंगवा कर कार्रवाई की जाए।
कांग्रेस ने अकाली-भाजपा नेताओं के खिलाफ केंद्रीय चुनाव आयोग से शिकायत की है। पार्टी ने सीएम प्रकाश सिंह बादल, उम्मीदवार प्रेम सिंह चंदूमाजरा, भाजपा उम्मीदवार अरुण जेटली और पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के खिलाफ शिकायत दी है। जिसमें चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाया गया है।
शिकायत में कहा गया है कि 23 मार्च को शहीद-ए-आजम भगत सिंह का शहीदी दिवस था। इस मौके पर खटकड़कलां में हुए समागम में सीएम बादल और चंदूमाजरा शामिल हुए।
भाषण में बादल ने न सिर्फ सियासी बातें कहीं, बल्कि अकाली-भाजपा के हक में लोगों से वोट देने को भी कहा। जो आचार संहिता का उल्लंघन है। चंदूमाजरा भी वहां मौजूद थे। बादल ने शहीदों के नाम पर पूरे पंजाब में वोट मांगे। समागम का प्रसारण कई चैनलों ने किया।
इस तरह बादल ने पूरे पंजाब के वोटरों को टारगेट कर सभी उम्मीदवारों के हक में वोट मांगे। उम्मीदवारों में जेटली भी शामिल हैं। वहीं, नरेंद्र मोदी का नाम लिया गया, इसलिए वह भी आचार संहिता के उल्लंघन के दोषी हैं। कांग्रेस ने आयोग से अकाली-भाजपा नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
खैहरा ने की डीजीपी की शिकायत
कांग्रेस प्रवक्ता सुखपाल खैहरा ने मुख्य चुनाव आयुक्त को शिकायत भेजी है। जिसमें आरोप लगाया गया है कि डिप्टी सीएम सुखबीर बादल और डीजीपी सुमेध सैनी के निर्देश पर अधिकारी अपने चहेतों को सिक्योरिटी मुहैया करवा रहे हैं। जिससे चुनाव प्रभावित होगा।
खैहरा ने आरोप लगाया कि सीएम के गृह जिले मुक्तसर में बहुत से दागियों और अकाली जत्थेदारों को सिर्फ इसलिए सुरक्षा मुहैया कराई गई है क्योंकि वे बादल परिवार के नजदीकी हैं। मनप्रीत बादल के पूर्व पीए सतिंदर जीत सिंह के खिलाफ विजिलेंस ने परचा दर्ज किया था। अब उन्हें चार गन मैन दिए गए हैं।
खैहरा ने ऐसे लोगों की सूची भी आयोग को मुहैया कराई है। उन्होंने आयोग से मांग की है कि पूरे राज्य की रिपोर्ट मंगवा कर कार्रवाई की जाए।