न्यूज डेस्क, अमर उजाला, पटना
Published by: Sneha Baluni
Updated Fri, 27 Mar 2020 10:33 AM IST
बिहार की राजधानी पटना में पुलिस ने तीन सिपाही को गिरफ्तार किया है। इनपर आरोप है कि इन्होंने आलू ले जा रही पिक-अप वैन के ड्राइवर पर गोलियां चलाईं और उसे जाने की इजाजत देने की एवज में पांच हजार रुपये की रिश्वत मांगी। पीड़ित का नाम सोनू शाह है जो नदी किनारे से दानापुर शहर के लिए आलू ला रहा था। पटना के पास तीन पुलिसवालों के साथ उसकी बहस हो गई।जिसके बाद पुलिसवालों ने उसके पैर में गोली मार दी।
सोनू ने आरोप लगाते हुए कहा, 'मुझे सबसे पहले वाहन को पुलिस स्टेशन ले तजााने के लिए कहा गया। उन्होंने मुझे संकेत दिया कि मुझे वरिष्ठ अधिकारियों से बात करनी पड़ेगी या फिर मामला पांच हजार रुपये देकर सुलझाया जा सकता है।' सोनू का पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। तीनों कांस्टेबल पर रिश्वत मांगने और हत्या की कोशिश का मामला दर्ज हो गया है।
बिहार ट्रक मालिक एसोसिएशन (बीटीओए) ने आरोप लगाया है कि राज्य भर के कई चेकपोस्टों पर पुलिसकर्मी आवश्यक वस्तुओं को ले जाने वाले ट्रकों को रोक रहे हैं और उन्हें रिहा करने के लिए रिश्वत मांग कर रहे हैं। बीओटीए अध्यक्ष भानू शंकर प्रसाद ने कहा कि पिछले तीन दिनों में उन्हें बहुत से ड्राइवर्स के फोन आए हैं जिन्हें चेकपोस्टों पर रोका गया है।
सिंह ने कहा, चेकपोस्टों पर रोके जाने वाले दर्जभर ड्राइवर जरूरी सामान लेकर जा रहे हैं। इस तरह का एक मामला गुरुवार को मोतिहारी के अरेराज से सामने आया। पुलिस अप्रत्यक्ष रूप से रिश्वत मांग रही है। जिससे कि आपूर्ति श्रृंखला बाधित होगी और चीजों का संकट पैदा हो जाएगा। बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने कहा कि वे विशिष्ट शिकायतों पर गौर करेंगे।
पटना सेंट्रल रेंज के इंस्पेक्टर जनरल संजय सिंह ने कहा, 'मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है और गुरुवार को गिरफ्तार किए गए तीनों कांस्टेबलों को जेल भेज दिया गया है। उन्हें बहुत जल्द सेवा से बर्खास्त कर दिया जाएगा।'
बिहार की राजधानी पटना में पुलिस ने तीन सिपाही को गिरफ्तार किया है। इनपर आरोप है कि इन्होंने आलू ले जा रही पिक-अप वैन के ड्राइवर पर गोलियां चलाईं और उसे जाने की इजाजत देने की एवज में पांच हजार रुपये की रिश्वत मांगी। पीड़ित का नाम सोनू शाह है जो नदी किनारे से दानापुर शहर के लिए आलू ला रहा था। पटना के पास तीन पुलिसवालों के साथ उसकी बहस हो गई।जिसके बाद पुलिसवालों ने उसके पैर में गोली मार दी।
सोनू ने आरोप लगाते हुए कहा, 'मुझे सबसे पहले वाहन को पुलिस स्टेशन ले तजााने के लिए कहा गया। उन्होंने मुझे संकेत दिया कि मुझे वरिष्ठ अधिकारियों से बात करनी पड़ेगी या फिर मामला पांच हजार रुपये देकर सुलझाया जा सकता है।' सोनू का पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। तीनों कांस्टेबल पर रिश्वत मांगने और हत्या की कोशिश का मामला दर्ज हो गया है।
बिहार ट्रक मालिक एसोसिएशन (बीटीओए) ने आरोप लगाया है कि राज्य भर के कई चेकपोस्टों पर पुलिसकर्मी आवश्यक वस्तुओं को ले जाने वाले ट्रकों को रोक रहे हैं और उन्हें रिहा करने के लिए रिश्वत मांग कर रहे हैं। बीओटीए अध्यक्ष भानू शंकर प्रसाद ने कहा कि पिछले तीन दिनों में उन्हें बहुत से ड्राइवर्स के फोन आए हैं जिन्हें चेकपोस्टों पर रोका गया है।
सिंह ने कहा, चेकपोस्टों पर रोके जाने वाले दर्जभर ड्राइवर जरूरी सामान लेकर जा रहे हैं। इस तरह का एक मामला गुरुवार को मोतिहारी के अरेराज से सामने आया। पुलिस अप्रत्यक्ष रूप से रिश्वत मांग रही है। जिससे कि आपूर्ति श्रृंखला बाधित होगी और चीजों का संकट पैदा हो जाएगा। बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने कहा कि वे विशिष्ट शिकायतों पर गौर करेंगे।
पटना सेंट्रल रेंज के इंस्पेक्टर जनरल संजय सिंह ने कहा, 'मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है और गुरुवार को गिरफ्तार किए गए तीनों कांस्टेबलों को जेल भेज दिया गया है। उन्हें बहुत जल्द सेवा से बर्खास्त कर दिया जाएगा।'