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बिहार में चुनाव नजदीक आते ही राजनीतिक हत्याओं का दौर शुरू हो गया है। पूर्णिया में रविवार की सुबह राजद के एससी-एसटी प्रकोष्ठ के प्रदेश सचिव रहे शक्ति मल्लिक की घर में घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना जिले के खजांची हाट थाना के मुर्गी फार्म के पास हुई। शक्ति मल्लिक के परिजनों ने राजद के बड़े नेताओं पर हत्या का आरोप लगाया है।
बिहार पुलिस ने इस मामले में छह लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। जिन छह लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है उनमें राज्य के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव, महुआ विधायक तेजप्रताप यादव, राजद के वरिष्ठ नेता अनिल कुमार साधु और तीन अज्ञात हमलावरों के नाम शामिल हैं।
घटना के बारे में मृतक शक्ति मल्लिक की मां मालती दवी ने कहा कि सुबह साढ़े छह बजे तीन नकाबपोश लोग जो गमछा से चेहरा ढक कर आए और घर में घुसकर शक्ति मल्लिक के सिर और छाती में तीन गोलियां मार दी। उसे आनन-फानन में सदर अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
उन्होंने कहा कि शक्ति मल्लिक पहले राजद में प्रदेश सचिव था। पार्टी ने टिकट देने के नाम पर उनसे 50 लाख रुपये की मांग की थी इसके बाद उसे पार्टी से हटा दिया गया था। वह इस बार रानीगंज से विधानसभा चुनाव लड़ना चाहता था इसी वजह से राजद नेताओं ने उसकी हत्या करवा दी। वारदात की सूचना मिलते ही सदर एसडीपीओ आनंद पाण्डेय और खजांची हाट थाना प्रभारी सुनील कुमार मौके पर पहुंचे। एसडीपीओ ने खुद परिजनों का बयान दर्ज किया।
पूर्णिया के पुलिस अधीक्षक (एसपी) विशाल शर्मा ने कहा कि 'नेता की हत्या के संबंध में उनकी की पत्नी खुशबू देवी की शिकायत के आधार पर राजद के वरिष्ठ नेता तेजस्वी प्रसाद यादव, तेजप्रताप यादव, अनिल कुमार साधु सहित छह लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। इस घटना में नेताओं की संलिप्तता का पता लगाने के लिए एक जांच जारी है।'
पुलिस के अनुसार तीन अज्ञात हथियारबंद अपराधियों ने उनके कमरे में प्रवेश किया और उन्हें करीब से गोली मार दी। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि 'उन्हें तीन गोली मारी गई और उनकी मौके पर ही मौत हो गई।'
वहीं, इस मामले में राजद के प्रदेश प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि 'तेजस्वी और तेजप्रताप के खिलाफ लगाए गए आरोप निराधार और झूठे थे। एफआईआर राजनीति से प्रेरित है।'
पूर्णिया में राजद के वरिष्ठ नेता कमल किशोर यादव ने कहा कि 'पुलिस मामले की जांच करेगी और सच्चाई सामने आएगी। राजद के नेता राजनीति में ऐसा गंदा खेल कभी नहीं खेलते हैं।'
बिहार में चुनाव नजदीक आते ही राजनीतिक हत्याओं का दौर शुरू हो गया है। पूर्णिया में रविवार की सुबह राजद के एससी-एसटी प्रकोष्ठ के प्रदेश सचिव रहे शक्ति मल्लिक की घर में घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना जिले के खजांची हाट थाना के मुर्गी फार्म के पास हुई। शक्ति मल्लिक के परिजनों ने राजद के बड़े नेताओं पर हत्या का आरोप लगाया है।
बिहार पुलिस ने इस मामले में छह लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। जिन छह लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है उनमें राज्य के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव, महुआ विधायक तेजप्रताप यादव, राजद के वरिष्ठ नेता अनिल कुमार साधु और तीन अज्ञात हमलावरों के नाम शामिल हैं।
घटना के बारे में मृतक शक्ति मल्लिक की मां मालती दवी ने कहा कि सुबह साढ़े छह बजे तीन नकाबपोश लोग जो गमछा से चेहरा ढक कर आए और घर में घुसकर शक्ति मल्लिक के सिर और छाती में तीन गोलियां मार दी। उसे आनन-फानन में सदर अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
उन्होंने कहा कि शक्ति मल्लिक पहले राजद में प्रदेश सचिव था। पार्टी ने टिकट देने के नाम पर उनसे 50 लाख रुपये की मांग की थी इसके बाद उसे पार्टी से हटा दिया गया था। वह इस बार रानीगंज से विधानसभा चुनाव लड़ना चाहता था इसी वजह से राजद नेताओं ने उसकी हत्या करवा दी। वारदात की सूचना मिलते ही सदर एसडीपीओ आनंद पाण्डेय और खजांची हाट थाना प्रभारी सुनील कुमार मौके पर पहुंचे। एसडीपीओ ने खुद परिजनों का बयान दर्ज किया।
पूर्णिया के पुलिस अधीक्षक (एसपी) विशाल शर्मा ने कहा कि 'नेता की हत्या के संबंध में उनकी की पत्नी खुशबू देवी की शिकायत के आधार पर राजद के वरिष्ठ नेता तेजस्वी प्रसाद यादव, तेजप्रताप यादव, अनिल कुमार साधु सहित छह लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। इस घटना में नेताओं की संलिप्तता का पता लगाने के लिए एक जांच जारी है।'
पुलिस के अनुसार तीन अज्ञात हथियारबंद अपराधियों ने उनके कमरे में प्रवेश किया और उन्हें करीब से गोली मार दी। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि 'उन्हें तीन गोली मारी गई और उनकी मौके पर ही मौत हो गई।'
वहीं, इस मामले में राजद के प्रदेश प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि 'तेजस्वी और तेजप्रताप के खिलाफ लगाए गए आरोप निराधार और झूठे थे। एफआईआर राजनीति से प्रेरित है।'
पूर्णिया में राजद के वरिष्ठ नेता कमल किशोर यादव ने कहा कि 'पुलिस मामले की जांच करेगी और सच्चाई सामने आएगी। राजद के नेता राजनीति में ऐसा गंदा खेल कभी नहीं खेलते हैं।'