कानपुर के रहने वाले बढई संदीप सोनी ने 8 मार्च 2016 को लकड़ी की शीट में कड़ी मेहनत और लगन से भगवत गीता के 18 अध्याय और 706 श्लोक लिखे थे और देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भेंट किया था। प्रधानमंत्री से रोजगार के आश्वासन का लेटर मिलने के बावजूद स्थानिय अधिकारी संदीप को ठेंगा दिखा रहे हैं। चार महीने बाद भी वह अपना स्वरोजगार खड़ा करने के लिए सरकारी कार्यालयों और बैंको के चक्कर काट रहा है लेकिन अभी तक संदीप को प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत बैंक से कोई भी सहायता नही मिली है l