दिल्ली के इंडिया इंटरनेशल सेंटर में जुटे देश भर से आए 60 युवा कवि और लेखक। कार्यक्रम का आयोजन रजा फाउंडेशन के साथ कृष्णा सोबती शिवनाथ ने किया था। इस संगोष्ठी में ‘कविता, भाषा और बहुलता’ विषय पर चर्चा हुई। अशोक वाजपेयी जैसे वरिष्ठ साहित्यकार की मौजूदगी में कवियों और लेखकों ने अपने काम की चर्चा की। कुछ ने खुद को 29 साल का बूढ़ा और अशोक वाजपेयी को 75 साल का जवान बताया तो, कुछ को याद आई उस जूते की जो अक्सर उनके पांव में काट लेता है।