पिथौरागढ़। जिला अस्पताल में अराजक तत्वों का तांडव रुकने का नाम नहीं ले रहा है। बृहस्पतिवार रात जिला अस्पताल के कक्ष सेवक के साथ दो लोगों ने मारपीट कर दी। अस्पताल कर्मी के अनुसार दोनों व्यक्ति शराब के नशे में थे।
जिला अस्पताल के कक्ष सेवक बलविंदर ने कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक को दी तहरीर में कहा है कि चार जुलाई की रात वह अस्पताल में ड्यूटी पर था। रात में पानी पीने के लिए नल के पास आया तो दो लोगों ने उसके साथ गाली-गलौच करने के साथ ही मारपीट की। कपड़े फाड़ दिए गए। कहा है कि दोनों लोग शराब के नशे में थे। उन्होंने मामले में कार्रवाई की मांग पुलिस से की है। अस्पताल से भी रात में ही पुलिस को मारपीट की सूचना दे दी गई थी। इसके बावजूद पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की है। कोतवाली प्रभारी ओम प्रकाश शर्मा का कहना है कि मामले की पड़ताल की जा रही है। अस्पताल में मारपीट की घटना को लेकर कर्मचारियों में रोष है।
अपने एलान पर कायम नहीं रही पिथौरागढ़ पुलिस
पिथौरागढ़। जिला अस्पताल में शराबियों के आतंक का मामला अमर उजाला ने पिछले दिनों लगातार उठाया था। बीते दो जुलाई को कई संगठनों के लोगों ने पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर अस्पताल में पुलिस की ड्यूटी लगाने की मांग की थी। एसपी ने कोतवाली प्रभारी को अस्पताल में चीता पुलिस की गश्त लगाने के निर्देश दिए थे। कोतवाली प्रभारी ने इसके लिए बाकायदा गश्त का रजिस्टर बनाने की बात कही थी, लेकिन गश्त नहीं की गई। अस्पताल कर्मियों ने बताया
कि अस्पताल में पुलिस गश्त पर नहीं आ रही है। शुक्रवार दोपहर अवश्य चीता मोबाइल कर्मी अस्पताल आए थे, अपना फोन नंबर देकर कोई घटना होने पर सूचना देने की बात कह गए। पुलिस अधीक्षक आरसी राजगुरु का इस संबंध में कहना है कि वह कोतवाल को इस संबंध में पुन: निर्देशित कर रहे हैं। उधर, कोतवाली प्रभारी ओम प्रकाश शर्मा का कहना है कि बृहस्पतिवार को व्यस्तता के कारण चीता मोबाइल गश्त नहीं कर पाई थी।