Iदस दिन पूर्व आयोग ने जांच के लिए लिखा था पत्र
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I एसआईटी ने शुरू की थी एई-जेई भर्ती परीक्षा की जांचI
Iउत्तराखंड लोक सेवा आयोग की ओर से कराई गई सहायक अभियंता (एई) और अवर अभियंता (जेई) भर्ती परीक्षा पटवारी भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद संदेह के घेरे में आ गई थी। आयोग ने करीब दस दिन पहले जांच के लिए पत्र लिखा था। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर इस परीक्षा की जांच शुरू हुई तो परीक्षा घोटाला खुलकर सामने आ गया। ऐसे में अगर जांच न होती तो शायद सैकड़ों अयोग्य अभ्यर्थी नकल के जरिये परीक्षा पास कर नौकरी पा लेने में सफल हो जाते।I
Iवर्ष 2021-22 अप्रैल, मई माह में एई और जेई की परीक्षा देकर सफल होने वाले अभ्यर्थी साक्षात्कार का इंतजार कर रहे थे। लेकिन पटवारी लेखपाल भर्ती पेपर लीक का खुलासा होने के बाद एई और जेई भर्तियों में भी पेपर लीक होने के सवाल खड़े हो गए थे। पेपर लीक की आशंका के बीच आयोग ने जांच कराने का निर्णय लिया था। जांच रिपोर्ट के बाद ही अगला कदम उठाने की बात कही थी।
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Iसप्ताहभर पहले एसआईटी ने इस मामले की जांच शुरू कर दी थी। आरोपी राजपाल की निशानदेही पर बरामद साक्ष्यों के आधार पर जांच को आगे बढ़ाया। जिसमें एई और जेई की परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक करने के राज से पर्दा उठा। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि यदि एई और जेई भर्ती परीक्षा की जांच न कराई होती तो अयोग्य अभ्यर्थी नकल कर इंजीनियर के पदों नियुक्ति पाने में कामयाब हो जाते। जबकि कई योग्य अभ्यर्थी नकल माफिया के कारण सफलता न प्राप्त न कर पाते।
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- एई और जेई भर्ती परीक्षा को लेकर मुख्यमंत्री तक कई शिकायतें पहुंची थी। इसके बाद उन्होंने इसकी विस्तृत जांच के निर्देश दिए थे। एसआईटी जांच कर रही थी। विवेचना के दौरान मिले साक्ष्यों में इस परीक्षा में चूक नजर आ रही थी। शासन को इस संबंध में अवगत कराया गया। कनखल थाने में विभिन्न धाराओं में आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। - अजय सिंह, एसएसपी हरिद्वारI