सोनभद्र। चोपन थाना क्षेत्र के छिकड़ा जंगल में पुलिस और नक्सलियों के बीच 45 मिनट तक गोली चली। मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने यूपी में नक्सलवाद पैदा करने वाले एक लाख का इनामी शातिर नक्सली लालव्रत कोल को गिरफ्तार कर लिया। गोलियों की तड़तड़ाहट से आसपास का इलाका थर्रा गया। वायरलेस सेट घनघनाते ही दर्जन भर थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई। पकड़े गए नक्सली के खिलाफ यूपी में नौ हत्या समेत विभिन्न धाराओं में कुल 28 मुकदमे पंजीकृत है।
सोमवार की अर्धरात्रि के बाद नक्सलियों को दबोचने के लिए गठित आपरेशन चक्रव्यूह के नेतृत्वकर्ता पुलिस अधीक्षक सुभाष चंद्र दुबे को मुखबिर ने सूचना दी कि हार्डकोर नक्सली अपने पांच साथियों के साथ किसी अपराधिक घटना को अंजाम देने के छिकड़ा जंगल में छिपे हुआ है। सूचना को गंभीरता से लेते हुए एसपी ने सीआरपीएफ समेत कई थानों के फोर्स के साथ मुखबिर के बताए गए स्थान पर पहुंच गए। भोर में साढ़े चार बजे पुलिसकर्मियों ने कुछ नक्सलियों देखा तो उन्हें आत्मसमर्पण करने के लिए ललकारा। इस दौरान नक्सलियों ने छिप कर पुलिस पर फायर झोंक दिया। पुलिस ने खुद का बचाव करते हुए जवाबी फायरिंग शुरू कर दी। 45 मिनट बाद नक्सलियों की ओर सेे फायरिंग बंद हो गई और वे भागने लगे। पुलिसकर्मियों ने दौड़ा कर भाग रहे चंदौली जनपद के चकरघट्टा थाना क्षेत्र के झरियांव गांव निवासी दुर्दांत नक्सली लालव्रत कोल को दबोच लिया। जबकि चार नक्सली फरार हो गए। चुर्क स्थित पुलिस लाइन सभागार में मिर्जापुर मंडल के डीआईजी मुकेश बाबू शुक्ला ने पत्रकारों को बताया कि पकड़े गए नक्सली के पास से एक कार्बाइन, एक 315 बोर रायफल व भारी मात्रा में जिंदा कारतूस और खोखा मिला है। पिपरी सीओ प्रमोद यादव, चोपन एसओ रविंद्र यादव, ओबरा एसओ संजीव मिश्रा, कोन एसओ शिवानंद मिश्रा, शक्तिलगर एसओ पंकज यादव, डाला चौकी प्रभारी बीरेंद्र यादव, कांस्टेबल भोला सिंह का नक्सली को दबोचने में अहम योगदान रहा।