पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से जुड़े हर कार्यक्रम और सरकारी आदेश का श्रेय लेने के लिए भाजपाइयों में होड़ मची है। इसी होड़ में कानपुर में सोमवार को गड़बड़ी भी हो गई। प्रदेश सरकार ने सोमवार को अनुपूरक बजट में अटल जी के नाम से डीएवी कालेज के हास्टल परिसर में सेंटर फॉर एक्सीलेंस के लिए पांच करोड़ का बजट स्वीकृत किया।
उधर बजट की घोषणा हुई इधर पार्टी की जिला इकाई टीम एक्सीलेंस के स्थान का निरीक्षण करने पहुंच गई। मामला वहां जाकर फंस गया, जब डीएवी के गेट ही नहीं खुले और टीम को बाहर से ही लौटना पड़ा।
टीम जब पहुंची तो डीएवी कालेज और हास्टल दोनों के गेट बंद हो चुके थे। भाजपाइयों के लाख कोशिश करने के बावजूद दोनों गेट नहीं खुल सके। ऐसे में टीम को गेट के बाहरी क्षेत्र का निरीक्षण कर वापस लौटना पड़ा।
इस संबंध में पार्टी के जिलाध्यक्ष सुरेंद्र मैथानी ने बताया कि उन्हें अटल जी से जुड़े शिक्षण संस्थान की जानकारी इकट्ठा कर एक रिपोर्ट तैयार करनी है ताकि जिलाधिकारी और केडीए के साथ मिलकर सेंटर फॉर एक्सीलेंस के प्रोजेक्ट को तैयार किया जा सके।
इसीलिए वह अपनी टीम के साथ तत्काल वहां गए थे लेकिन समय ज्यादा होने की वजह से दोनों गेट बंद थे। हास्टल में अब छात्राएं रहती हैं, ऐसे में गेट के अंदर निर्धारित समय के बाद जाना उचित नहीं लगा, इसी वजह से बाहर गेट के आसपास का निरीक्षण कर वे वापस आ गए।
निरीक्षण करने गए नेताओं में महामंत्री सुनील बजाज, महिला आयोग की सदस्य पूनम कपूर, प्रमोद त्रिपाठी, संतोष शुक्ला, सत्येंद्र नाथ पांडेय, छविलाल सुदर्शन, सरोज सिंह, अंशु सिंह सेंगर, रवि पांडेय, अनुराग द्विवेदी, रोहित साहू शामिल थे।