कृषि भवन परिसर में सोमवार को आयोजित कार्यक्रम में प्रशिक्षण लेते नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान।
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जिलाधिकारी की अध्यक्षता में सोमवार को कृषि भवन परिसर में प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत नवनिर्वाचित ग्राम प्रधानों को ग्राम पंचायतों में उनके भूमिका व दायित्वों सहित शासन द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी दी गई। जिले के 1773 ग्राम प्रधानों को ब्लाकवार दो चरणों में बांटकर प्रशिक्षण दिया गया। शुभारंभ जिलाधिकारी और सीडीओ द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया।
जिलाधिकारी भानुचन्द्र गोस्वामी ने कहा कि नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान गांव के मुखिया हैं। ग्राम पंचायत के विकास की जिम्मेदारी उनकी है। ग्राम प्रधान पांच साल की कार्य योजना ग्राम सभा की खुली बैठक कर तैयार करा लें। राज्य वित्त और 14वें वित्त योजना के अनुसार सभी मिलकर बेहतर कार्य योजना तैयार करें।
मनरेगा के तहत मजदूर को 150 दिन का कार्य करने पर लगभग 24 हजार रुपए की आय प्राप्त होगी। कृषि विभाग की योजना पाने के लिए सभी किसान रजिस्ट्रेशन करा लें। एक मार्च से राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना लागू है। जिससे यूनिट के अनुसार खाद्य सामग्री दी जा रही है। 30 मार्च तक छूटे हुए लोग आनलाइन फार्म संबन्धित तहसीलों में जमा कर सकते हैं।
डीएम ने सभी प्रधानों से स्वच्छता अभियान के तहत शत प्रतिशत शौचालय युक्त ग्राम पंचायत कराने की अपील की। सीडीओ पीसी श्रीवास्तव ने शासन द्वारा चलाई जा रही किसान दुर्घटना बीमा योजना, आम बीमा योजना, श्रमिक दुर्घटना बीमा योजना सहित विकास की विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी दी। परियोजना निदेशक तेज प्रताप मिश्र ने लोहिया व इंदिरा आवास के बारे में जानकारी दी। इस दौरान आवास के लिए लाभार्थियों का चयन करने के लिए पात्रता शर्ते भी बताया।
वहीं 16 से 22 मार्च तक राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल एवं स्वच्छता जागरूकता सप्ताह के बारे में भी विस्तृत प्रकाश डाला। प्रशिक्षण में डीपीआरओ सीआर जायसवाल, सीएमओ डा.दिनेश यादव, उपायुक्त मनरेगा रामबाबू त्रिपाठी, डीडीएजी अशोक उपाध्याय, सीवीओ डा. विरेंद्र सिंह, डीपीओ पवन यादव ने भी योजनाओं के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर जिला कृषि अधिकारी मनीष सिंह, डिप्टी कलेक्टर प्रियंका सिंह, जिला प्रोबेशन अधिकारी अशोक सोनकर, जिला युवा कल्याण अधिकारी राममोहन पाठक आदि रहे।
जिलाधिकारी की अध्यक्षता में सोमवार को कृषि भवन परिसर में प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत नवनिर्वाचित ग्राम प्रधानों को ग्राम पंचायतों में उनके भूमिका व दायित्वों सहित शासन द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी दी गई। जिले के 1773 ग्राम प्रधानों को ब्लाकवार दो चरणों में बांटकर प्रशिक्षण दिया गया। शुभारंभ जिलाधिकारी और सीडीओ द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया।
जिलाधिकारी भानुचन्द्र गोस्वामी ने कहा कि नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान गांव के मुखिया हैं। ग्राम पंचायत के विकास की जिम्मेदारी उनकी है। ग्राम प्रधान पांच साल की कार्य योजना ग्राम सभा की खुली बैठक कर तैयार करा लें। राज्य वित्त और 14वें वित्त योजना के अनुसार सभी मिलकर बेहतर कार्य योजना तैयार करें।
मनरेगा के तहत मजदूर को 150 दिन का कार्य करने पर लगभग 24 हजार रुपए की आय प्राप्त होगी। कृषि विभाग की योजना पाने के लिए सभी किसान रजिस्ट्रेशन करा लें। एक मार्च से राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना लागू है। जिससे यूनिट के अनुसार खाद्य सामग्री दी जा रही है। 30 मार्च तक छूटे हुए लोग आनलाइन फार्म संबन्धित तहसीलों में जमा कर सकते हैं।
डीएम ने सभी प्रधानों से स्वच्छता अभियान के तहत शत प्रतिशत शौचालय युक्त ग्राम पंचायत कराने की अपील की। सीडीओ पीसी श्रीवास्तव ने शासन द्वारा चलाई जा रही किसान दुर्घटना बीमा योजना, आम बीमा योजना, श्रमिक दुर्घटना बीमा योजना सहित विकास की विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी दी। परियोजना निदेशक तेज प्रताप मिश्र ने लोहिया व इंदिरा आवास के बारे में जानकारी दी। इस दौरान आवास के लिए लाभार्थियों का चयन करने के लिए पात्रता शर्ते भी बताया।
वहीं 16 से 22 मार्च तक राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल एवं स्वच्छता जागरूकता सप्ताह के बारे में भी विस्तृत प्रकाश डाला। प्रशिक्षण में डीपीआरओ सीआर जायसवाल, सीएमओ डा.दिनेश यादव, उपायुक्त मनरेगा रामबाबू त्रिपाठी, डीडीएजी अशोक उपाध्याय, सीवीओ डा. विरेंद्र सिंह, डीपीओ पवन यादव ने भी योजनाओं के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर जिला कृषि अधिकारी मनीष सिंह, डिप्टी कलेक्टर प्रियंका सिंह, जिला प्रोबेशन अधिकारी अशोक सोनकर, जिला युवा कल्याण अधिकारी राममोहन पाठक आदि रहे।