मछलीशहर। उम्र घटाने के लिए जन्मतिथि बदलकर हाईस्कूल की परीक्षा दे रहे तीन युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। प्रवेश पत्र पर अंकित जन्मतिथि के सापेक्ष अधिक उम्र होने के शक पर सचल दस्ते ने उनसे कड़ाई से पूछताछ की तो सच्चाई सामने आई। तीनों सेना में भर्ती के लिए उम्र घटाने के लिए हाईस्कूल की दोबारा परीक्षा दे रहे थे। पुलिस ने उनपर जालसाजी का केस दर्ज किया है।
फौजदार इंटर कॉलेज मछलीशहर के परीक्षा केंद्र पर हाईस्कूल हिंदी की परीक्षा में आदर्श उमावि रायपुर, सिकरारा का केंद्र है। परीक्षा शुरू होने के बाद जांच में पहुंचे प्रदेश पर्यवेक्षक राजेंद्र प्रसाद और सचल दल प्रभारी राजेश विश्वकर्मा की टीम ने कमरा नंबर 4 में जाकर जांच की तो वहां अन्य बच्चों से काफी अधिक उम्र के परीक्षार्थी को देख उनका माथा ठनका। प्रवेश पत्र पर अंकित जन्मतिथि से उनकी उम्र काफी अधिक लग रही थी। बारी-बारी से उनसे पूछताछ की गई तो उन्होंने उम्र घटाने के लिए दोबारा परीक्षा देने की बात स्वीकार की। केंद्र व्यवस्थापक सीताराम यादव द्वारा मछलीशहर कोतवाली में मुकदमा पंजीकृत कराया गया है। सभी आरोपियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
करनी थी देश सेवा, चले गए जेल
हाईस्कूल की दोबारा परीक्षा देते पकड़े गए तीनों छात्रों ने बताया कि वह सेना में भर्ती होने के लिए यह परीक्षा दे रहे थे। पकड़े जाने के बाद वह सचल दल के सामने गिड़गिड़ाते रहे। बताया कि उन्होंने पहली बार वर्ष 2012-13 में हाईस्कूल की परीक्षा दी थी। इसके बाद सेना की तैयारी कर रहे थे। कई बाीर उन्होंने कोशिश की, लेकिन असफल रहे। इस बीच उम्र अधिक हो गई। जन्मतिथि बदलकर दोबारा परीक्षा में शामिल हो रहे थे। इस अंकपत्र का इस्तेमाल कर वह फिर से भर्ती में शामिल होने की कोशिश करते। उनकी मंशा सिर्फ फौज में जाने की थी।
मछलीशहर। उम्र घटाने के लिए जन्मतिथि बदलकर हाईस्कूल की परीक्षा दे रहे तीन युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। प्रवेश पत्र पर अंकित जन्मतिथि के सापेक्ष अधिक उम्र होने के शक पर सचल दस्ते ने उनसे कड़ाई से पूछताछ की तो सच्चाई सामने आई। तीनों सेना में भर्ती के लिए उम्र घटाने के लिए हाईस्कूल की दोबारा परीक्षा दे रहे थे। पुलिस ने उनपर जालसाजी का केस दर्ज किया है।
फौजदार इंटर कॉलेज मछलीशहर के परीक्षा केंद्र पर हाईस्कूल हिंदी की परीक्षा में आदर्श उमावि रायपुर, सिकरारा का केंद्र है। परीक्षा शुरू होने के बाद जांच में पहुंचे प्रदेश पर्यवेक्षक राजेंद्र प्रसाद और सचल दल प्रभारी राजेश विश्वकर्मा की टीम ने कमरा नंबर 4 में जाकर जांच की तो वहां अन्य बच्चों से काफी अधिक उम्र के परीक्षार्थी को देख उनका माथा ठनका। प्रवेश पत्र पर अंकित जन्मतिथि से उनकी उम्र काफी अधिक लग रही थी। बारी-बारी से उनसे पूछताछ की गई तो उन्होंने उम्र घटाने के लिए दोबारा परीक्षा देने की बात स्वीकार की। केंद्र व्यवस्थापक सीताराम यादव द्वारा मछलीशहर कोतवाली में मुकदमा पंजीकृत कराया गया है। सभी आरोपियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
करनी थी देश सेवा, चले गए जेल
हाईस्कूल की दोबारा परीक्षा देते पकड़े गए तीनों छात्रों ने बताया कि वह सेना में भर्ती होने के लिए यह परीक्षा दे रहे थे। पकड़े जाने के बाद वह सचल दल के सामने गिड़गिड़ाते रहे। बताया कि उन्होंने पहली बार वर्ष 2012-13 में हाईस्कूल की परीक्षा दी थी। इसके बाद सेना की तैयारी कर रहे थे। कई बाीर उन्होंने कोशिश की, लेकिन असफल रहे। इस बीच उम्र अधिक हो गई। जन्मतिथि बदलकर दोबारा परीक्षा में शामिल हो रहे थे। इस अंकपत्र का इस्तेमाल कर वह फिर से भर्ती में शामिल होने की कोशिश करते। उनकी मंशा सिर्फ फौज में जाने की थी।