इटावा/ ताखा। बारिश से ठंडक बढ़ गई है। न्यूनतम और अधिकतम पारे में एक डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है। आलू किसानों की चिंता बढ़ गई है। उनका कहना है कि और बारिश हुई तो खोदाई लेट हो जाएगी।
मौसम वैज्ञानिकों ने 30 जनवरी को बारिश होने की आशंका जताई थी जो सटीक बैठी। सुबह से बारिश शुरू हो गई। जसवंतनगर क्षेत्र में बारिश ने किसानों की धड़कन बढ़ा दी है। क्षेत्र में 80 प्रतिशत आलू की फसल तैयार होने की कगार है। किसान खुले मौसम और धूप का इंतजार कर रहे थे। लेकिन बारिश से आलू की खोदाई लेट हो जाएगी। किसानों ने बताया कि बारिश होने से आलू दागी हो जाएगा, जिसका भंडारण करना मुश्किल होगा। आलू के अलावा सरसों की फसल को भी नुकसान उठाना पड़ रहा है। सरसों की फसल पकने को तैयार है। लिहाजा सरसों की कटाई भी लेट हो जाएगी। वहीं ताखा में भी किसान यही सोचकर परेशान हैं कि गीले खेत से आलू की खोदाई कैसे होगी।
किसानों ने बताई समस्या
किसान राजेंद्र सिंह चौहान का कहना है कि अब बरसात हो गई तो आलू बर्बाद हो जाएगा।
राकेश बाथम का कहना है कि बूंदाबांदी से आलू की फसल पर असर पड़ा है। बेल सड़ जाएगी, जिससे काफी नुकसान होगा।
किसान पुष्पेंद्र तिवारी का कहना है कि आलू की फसल लगभग तैयार है। कुछ किसान अभी से आलू की खोदाई शुरू करने की तैयारी में थे। बारिश होने से किसान परेशान हैं।
किसान संजू तिवारी का कहना है कि अभी धूप की जरूरत है, जिससे खेतों की मिट्टी सूख जाए, इससे आलू को खेत से निकालने में आसानी होगी।
कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. विजय बहादुर जायसवाल ने बताया कि बारिश होने के बाद यदि मौसम साफ नहीं होता है तो बदली होने से आलू, चना, मटर, जिसमें फूल आ गए हैं, उन्हें नुकसान हो सकता है। मंगलवार को भी बदली छाए रहने व बारिश होने की संभावना है।