गौरीगंज (अमेठी)। शिक्षक विजय सिंह की हत्या उनके ही दो दोस्तों ने एविल व स्मैक की ओवरडोज देकर की थी। पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए दोनों का चालान न्यायालय भेज दिया है।
मुंशीगंज थाना क्षेत्र के चंदौकी निवासी शिक्षक विजय सिंह का अर्धनग्न शव सोमवार सुबह भुसियावां के पास सड़क किनारे पड़ा मिला था। दोनों पर भी बंधे हुए थे। मामले की जांच में जुटी मुंशीगंज पुलिस को मंगलवार को मृतक की लोकेशन के साथ दो और व्यक्तियों की लोकेशन मिली थी। पुलिस ने रघुनाथपुर निवासी आलोक कुमार पांडेय व लोहंगपुर निवासी प्रेमजी दुबे को मंगलवार रात मुंशीगंज चौराहे के समीप से गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में दोनों ने बताया कि वे दोनों मृतक के दोस्त थे और करीब दो वर्ष से एक साथ स्मैक पीते थे। इसके बाद एविल की शीशी में स्मैक मिलाकर इंजेक्शन लगाते थे। एसएचओ शिवाकांत पांडेय ने बताया कि करीब डेढ़ माह पहले प्रेम जी ने एविल व स्मैक का कट मिलाकर इंजेक्शन तैयार किया था, तब विजय ने उससे छीन लिया था। इस पर दोनों के बीच गाली-गलौज हुई थी। ऐसा ही विजय ने एक बार आलोक के साथ किया था। प्रेम ने बताया कि विजय ने उसकी पत्नी व बेटी के बारे में अभद्र टिप्पणी की थी। इसके बाद से ही प्रेम आलोक के साथ मिलकर विजय को मारने का प्लान बनाने में जुटा था।
आरोपियों के अनुसार विजय जब भी रायबरेली से आता था तो उन्हें बुलाता था। तकरीबन हर बार वह रायबरेली से ही एविल व स्मैक का कट बनाकर लाता था। रविवार को भी विजय ही एविल व स्मैक लेकर आया था। बताया कि पहले विजय को तीन एमएल की डोज दी। थोड़ी देर बाद कुछ नशा होने पर उन लोगों ने विजय को पांच एमएल की दूसरी डोज दे दी। कुछ देर बाद ही ओवरडोज होने के चलते वह तड़पने लगा।
इसके बाद दोनों ने उसके पैर बांध दिए कि वह कहीं भाग न सके। इसके बाद दोनों ने उसके मरने का इंतजार किया। मरने के बाद प्रेमजी ने अपने मोबाइल में फोटो खींची फिर मृतक के मोबाइल से उसकी बहन को फोनकर बताया कि मुंंशीगंज संजय गांधी अस्पताल के सामने पीजी हट पर विजय बैठे हैं, वे घर जाने की स्थिति में नहीं हैं। इसके बाद प्रेमजी ने पकड़े जाने के डर से अपना मोबाइल वहीं झाड़ियों के बीच फेंक दिया था।
पुलिस ने दोनों की निशानदेही पर घटनास्थल के पास झाड़ियों के बीच से 10 एमएल की एक एविल की शीशी, एक प्लास्टिक की डिस्पोजल तथा झाड़ियों के बीच से प्रेमजी का मोबाइल बरामद किया। इसके बाद पुलिस ने दोनों को सीजेएम न्यायालय में पेश किया। जहां से दोनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।