अमेठी। औद्योगिक वातावरण तैयार कर उद्योगों की स्थापना कराने के लिए बुधवार को इन्वेस्टर्स समिट कार्यक्रम आयोजित हुआ। इसमें 47 निवेशों ने 7.96 अरब रुपये से विभिन्न उद्योगों की स्थापना करने के लिए सहमति देते हुए एमओयू पर हस्ताक्षर किया। सम्मेलन का वर्चुअल विधि से उद्घाटन करते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी उद्यमियों से रूबरू भी हुईं।
प्रदेश में आयोजित होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दृष्टिगत जिले में उद्योग स्थापना और नए पूंजी निवेशकों को आकर्षित करने के लिए बुधवार को जगदीशपुर के संजय गांधी पॉलीटेक्निक परिसर में निवेशक शिखर सम्मेलन आयोजित हुआ। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने वर्चुअल विधि से इसका उद्घाटन किया।
शासन से उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) को 1100 करोड़ तो उद्योग विभाग के उपायुक्त को दो सौ करोड़ रुपये तक के नए निवेशकों को जोड़ने का लक्ष्य मिला था। निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष समिट में आए 46 निवेशकों ने सात अरब 96 करोड़ 98 हजार का निवेश कर उद्योग स्थापित करने की सहमति देते हुए मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया।
सम्मेलन में आए निवेशकों से सिंगल विंडो क्लीयरेंस एवं इज ऑफ डूइंग बिजनेस प्रक्रिया तंत्र, नए निवेश एवं विस्तारीकरण के लिए मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग (एमओयू) पर हस्ताक्षर कराया गया। इसके बाद विस्तार से चर्चा की गई। सम्मेलन को ऑनलाइन संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री व सांसद स्मृति ईरानी ने निवेशकों और उद्यमियों को प्रदेश सरकार के विभिन्न विभागों के निवेश प्रोत्साहन नीतियों तथा दिए जाने वाले वित्तीय अनुदान की जानकारी दी।
संवाद के दौरान उद्यमियों की ओर से एक्सपोर्ट में आ रही परेशानी की जानकारी दी गई तो स्मृति ईरानी ने वाणिज्य व उद्योग मंत्री पीयूष गोयल से एक्सपोर्ट के क्षेत्र में सुविधाओं के संबंध में मीटिंग कर समाधान कराने का भरोसा दिलाया। डीएम राकेश कुमार मिश्र ने समिट में आए इन्वेस्टर्स को उद्योगों की स्थापना में सहयोग का भरोसा दिलाया। कहा कि जिले में उद्योग स्थापित होने से जहां लोगों को रोजगार मिलेगा वहीं आर्थिक विकास को गति मिलेगी।
सम्मेलन में सीडीओ सान्या छावड़ा, उपायुक्त उद्योग अमेठी राजीव कुमार पाठक, भाजपा जिलाध्यक्ष दुर्गेश त्रिपाठी, संजय गांधी पॉलिटेक्निक जगदीशपुर के प्रधानाचार्य रामरतन समेत तमाम उद्यमी व बैंक अफसर मौजूद रहे।
कार्यक्रम में राजू सिंह, पीयूष शुक्ल, साज्वा इंडस्ट्रीज, दयाराम यादव, मानसिंह, राकेश विक्रम सिंह, रियाज अहमद, मो. तौफीक खान, प्रतिमा सिंह, रजिया खातून, खुर्शीद अहमद, रामयज्ञ त्रिपाठी, एके सिंह, संजय सिंह, पुनीत कुमार, डॉ. राकेश वर्मा, उमानाथ, विजय श्रीवास्तव, साल्वा एग्रो हेचरीज, एसीसी लिमिटेड, आर्तिका फूड प्रोडक्ट, लालजी उपाध्याय, पीके बाजपेई, रमेश गुप्ता व दीपक मिश्र ने अपने-अपने उद्योग स्थापित करने के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर किया है।
जय माता दी रेस्टोरेंट, अंबिका प्रसाद द्विवेदी, गीता शुक्ला, नरेंद्र सिंह, मकसूद अहमद खां, अशोक सिंह, चंद्रप्रकाश मिश्र, राजीव शुक्ल, विजय प्रताप गुप्ता, विनय मिश्र, हेमंत सिंह, कृष्णा फीड इंटरप्राइजेज, चंद्रमौलि सिंह, आलोक तिवारी, रेखा सिंह, नसीम फूड प्रोडक्ट, राकेश कुमार सिंह, केएल एग्रो, विशाल विक्रम सिंह, अर्चना मिश्रा, यूपी ट्रेडर्स, मल्टीकेन व राजेश मसाला ने भी उद्योग स्थापित करने के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर किया है।
उपयुक्त उद्योग राजीव पाठक ने बताया कि आज एमओयू पर हुए हस्ताक्षर में राजेश मसाला 100 करोड़ इन्वेस्ट कर मसाला उद्योग छह माह में, मेसर्स साज्वा इंडस्ट्रीज 25 करोड़ से मुर्गी दाना का प्लांट छह माह में, 1.20 करोड़ की लागत से एथेनॉल प्लांट करीब एक वर्ष में संचालित हो जाएगा। कहा कि 25 लाख से एक करोड़ वाले सभी उद्योगों के छह माह के भीतर संचालित होने की उम्मीद है।
उपायुक्त उद्योग राजीव पाठक ने कहा कि एमओयू पर हस्ताक्षर करने वाले उद्यमियों का उद्योग धरातल पर उतारने के लिए जो भी आवश्यक होगा उसे समय पर पूरा कराया जाएगा। सभी को शासन की ओर से निर्धारित अवधि में एनओसी व फाइनेंस की सुविधा दिलाई जाएगी। इन उद्योगों के स्थापित होने से क्षेत्र के करीब पांच हजार बेरोजगारों को परोक्ष तो बड़ी संख्या में लोगों को अपरोक्ष रूप से रोजगार मुहैया होगा।