आगरा में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। शहर के निजी अस्पताल में जिस युवती को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया, वो कुछ देर बाद ही जिंदा हो गई। उसकी सांसें चलता देखकर परिजन दंग रह गए। बाद में युवती को एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया।
दरअसल, थाना मंसुखपुरा के गांव शाहपुर खालसा निवासी विमलेश (18) पुत्री प्रताप सिंह इंटर पास है। परिजनों ने पुलिस को बताया कि विमलेश चार भाइयों में अकेली बहन है। बुधवार सुबह 10 बजे विमलेश का अपनी भाभी रिंकी पत्नी सोनू सिंह से कमरे में झाड़ू लगाने को लेकर कहासुनी हो गई थी।
नाराज होकर विमलेश अपने कमरे में चली गई। कमरे का गेट अंदर से बंद कर लिया। कुछ देर बाद भाभी कमरे की तरफ आई। कमरा अंदर से बंद होने पर उन्हें शक हो गया। शोर मचाने पर अन्य परिजन आ गए। परिजनों ने किसी तरह गेट खोला। कमरे में विमलेश फांसी पर लटकी हुई थी।
इस पर उसे रस्सी काटकर नीचे उतारा गया। उसकी सांसें चल रही थी। इस पर उसे फतेहाबाद रोड स्थित एक निजी अस्पताल ले आए। चिकित्सकों ने हालत गंभीर देखकर उसे आईसीयू में भर्ती कर लिया। दोपहर दो बजे उसे मृत घोषित कर दिया।
एंबुलेंस में पिता सहित अन्य परिजन विमलेश को अंतिम संस्कार के लिए लेकर जाने लगे। गांव से तीन किलोमीटर पहले विमलेश के शरीर में हरकत देखकर सभी चौक गए। परिजनों के मुताबिक, उसमें फिर से सांसें लौट आईं।
यह देख उसे 3:45 बजे एसएन मेडिकल कालेज इमरजेंसी ले आए। यहां चिकित्सकों ने उसे आईसीयू में भर्ती कर लिया। उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
परिजन इसे चमत्कार मान रहे हैं। वह विमलेश को ठीक करने के लिए चिकित्सकों से गुहार लगाने लगे।
एंबुलेंस के मालिक ने बताया कि उनकी एंबुलेंस को शव ले जाने के लिए बुक किया गया था। इस पर एंबुलेंस भेजी थी। परिजन विमलेश को लेकर जा रहे थे। सभी रो रहे थे। जब उसमें जान आई तो सभी चौंक गए। इस पर उसे वापस अस्पताल ले आए।
आगरा में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। शहर के निजी अस्पताल में जिस युवती को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया, वो कुछ देर बाद ही जिंदा हो गई। उसकी सांसें चलता देखकर परिजन दंग रह गए। बाद में युवती को एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया।
दरअसल, थाना मंसुखपुरा के गांव शाहपुर खालसा निवासी विमलेश (18) पुत्री प्रताप सिंह इंटर पास है। परिजनों ने पुलिस को बताया कि विमलेश चार भाइयों में अकेली बहन है। बुधवार सुबह 10 बजे विमलेश का अपनी भाभी रिंकी पत्नी सोनू सिंह से कमरे में झाड़ू लगाने को लेकर कहासुनी हो गई थी।
नाराज होकर विमलेश अपने कमरे में चली गई। कमरे का गेट अंदर से बंद कर लिया। कुछ देर बाद भाभी कमरे की तरफ आई। कमरा अंदर से बंद होने पर उन्हें शक हो गया। शोर मचाने पर अन्य परिजन आ गए। परिजनों ने किसी तरह गेट खोला। कमरे में विमलेश फांसी पर लटकी हुई थी।
डॉक्टर ने घोषित किया मृत
इस पर उसे रस्सी काटकर नीचे उतारा गया। उसकी सांसें चल रही थी। इस पर उसे फतेहाबाद रोड स्थित एक निजी अस्पताल ले आए। चिकित्सकों ने हालत गंभीर देखकर उसे आईसीयू में भर्ती कर लिया। दोपहर दो बजे उसे मृत घोषित कर दिया।
एंबुलेंस में पिता सहित अन्य परिजन विमलेश को अंतिम संस्कार के लिए लेकर जाने लगे। गांव से तीन किलोमीटर पहले विमलेश के शरीर में हरकत देखकर सभी चौक गए। परिजनों के मुताबिक, उसमें फिर से सांसें लौट आईं।
यह देख उसे 3:45 बजे एसएन मेडिकल कालेज इमरजेंसी ले आए। यहां चिकित्सकों ने उसे आईसीयू में भर्ती कर लिया। उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
परिजन इसे चमत्कार मान रहे हैं। वह विमलेश को ठीक करने के लिए चिकित्सकों से गुहार लगाने लगे।
एंबुलेंस के मालिक ने बताया कि उनकी एंबुलेंस को शव ले जाने के लिए बुक किया गया था। इस पर एंबुलेंस भेजी थी। परिजन विमलेश को लेकर जा रहे थे। सभी रो रहे थे। जब उसमें जान आई तो सभी चौंक गए। इस पर उसे वापस अस्पताल ले आए।