अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के पीछे ड्रग एंगल को खंगाल रही नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) की पूछताछ के दौरान कई बॉलीवुड हस्तियों के व्हाट्सएप चैट सामने आए। रिया चक्रवर्ती के बाद अभिनेत्री दीपिका पादुकोण के भी व्हाट्सएप चैट एनसीबी के हाथ लगे थे और अब आर्यन खान के मामले में भी ऐसा ही हो रहा है। एनसीबी की जांच व्हाट्सएप चैट पर ही आधारित है। ऐसे में व्हाट्सएप का वह दावा खोखला साबित हो रहा है जिसमें वह चिल्ला-चिल्लाकर कहता है कि व्हाट्सएप एंड टू एंड एन्क्रिप्टेड और आपकी बात निजी रहेगी। व्हाट्सएप की प्राइवेसी को लेकर अक्सर सवाल खड़े होते रहे हैं। पहले भी ऐसे कई मामलों ने व्हाट्सएप प्राइवेसी की धज्जियां उड़ाई है। व्हाट्सएप कहता है कि उसके किसी भी यूजर के संदेश को कोई पढ़ ही नहीं सकता, खुद व्हाट्सएप भी नहीं। अब यदि यह दावे सच हैं तो आखिर एनसीबी को पुराने चैट कैसे हासिल हो रहे हैं। आइए इसे समझने की कोशिश करते हैं।
डाटा एंक्रिप्टेड है तो रीकवर कैसे हो रहे?
व्हाट्सएप कहता है कि मैसेज को एक खास कोड के जरिए सुरक्षित रखा जाता है जिसे एंड टू एंड एन्क्रिप्शन नाम दिया गया है। पहले व्हाट्सएप चैट के थर्ड पार्टी बैकअप को लेकर एन्क्रिप्शन नहीं देता था लेकिन हाल ही में उसने चैट बैकअप के लिए भी एन्क्रिप्शन जारी कर दिया है। व्हाट्सएप का कहना है कि उसकी डाटा सुरक्षा नीतियां काफी मजबूत हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि व्हाट्सएप की डाटा सुरक्षा नीति में अनेक झोल हैं। साइबर मामलों के विशेषज्ञों का कहना है कि व्हाट्सएप के दावे झूठे हैं। व्हाट्सएप की प्राइवेसी पॉलिसी के अनुसार, आमतौर पर कंपनी यूजर्स के मैसेज स्टोर नहीं करती, लेकिन सवाल यह है कि जब मैसेज स्टोर ही नहीं होता है तो फिर साल 2017 के चैट 2020 में कैसे सामने आ रहे हैं।
इसके अलावा यदि मैसेज किसी सर्वर पर स्टोर नहीं होता है तो फिर यूजर्स को व्हाट्सएप डाटा बैकअप की सुविधा कैसे देता है। कुछ अंतरराष्ट्रीय साइबर विशेषज्ञों के मुताबिक, हकीकत में कोई भी थर्ड पार्टी व्हाट्सएप संदेशों को गैरकानूनी या कानूनी, दोनों तरीकों से हासिल कर सकती है। आपराधिक जांच के दौरान सबूतों को मीडिया को दिया जाना सीआरपीसी के साथ सुप्रीम कोर्ट के अनेक फैसलों का उल्लंघन है।
आखिर दिक्कत कहां है?
यहां दो तरह की बातें हैं जिन्हें समझने की जरूरत है। पहला यह कि व्हाट्सएप के मुताबिक आपकी चैट पूरी तरह से एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड है। इसका मतलब यह है कि इस मैसेज को सिर्फ दो ही लोग पढ़ सकते हैं, पहला भेजने वाला और दूसरा प्राप्त करने वाला, लेकिन सच्चाई यह है कि व्हाट्सएप की चैटिंग पूरी तरह से एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड नहीं है। दरअसल सारा झोल चैट बैकअप के साथ है। यदि आप अपने चैट का बैकअप लेते हैं तो आपके चैट के लीक होने का खतरा है तो बेहतर यही होगा कि आप अपने व्हाट्सएप चैट का बैकअप सोच-समझकर लें।
यदि आप भी अपने व्हाट्सएप चैट का डाटा हासिल करना चाहते हैं तो आप यह काम आसानी से कर सकते हैं। इसके लिए आपको अपने व्हाट्सएप चैट के अकाउंट सेटिंग में जाकर Request Account Info पर क्लिक करके डाटा के लिए अनुरोध कर सकते हैं। एक सप्ताह बाद आपको डाटा मिल जाएगा जिसे डाउनलोड करके आप अपने पुराने चैट देख सकते हैं।
विस्तार
अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के पीछे ड्रग एंगल को खंगाल रही नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) की पूछताछ के दौरान कई बॉलीवुड हस्तियों के व्हाट्सएप चैट सामने आए। रिया चक्रवर्ती के बाद अभिनेत्री दीपिका पादुकोण के भी व्हाट्सएप चैट एनसीबी के हाथ लगे थे और अब आर्यन खान के मामले में भी ऐसा ही हो रहा है। एनसीबी की जांच व्हाट्सएप चैट पर ही आधारित है। ऐसे में व्हाट्सएप का वह दावा खोखला साबित हो रहा है जिसमें वह चिल्ला-चिल्लाकर कहता है कि व्हाट्सएप एंड टू एंड एन्क्रिप्टेड और आपकी बात निजी रहेगी। व्हाट्सएप की प्राइवेसी को लेकर अक्सर सवाल खड़े होते रहे हैं। पहले भी ऐसे कई मामलों ने व्हाट्सएप प्राइवेसी की धज्जियां उड़ाई है। व्हाट्सएप कहता है कि उसके किसी भी यूजर के संदेश को कोई पढ़ ही नहीं सकता, खुद व्हाट्सएप भी नहीं। अब यदि यह दावे सच हैं तो आखिर एनसीबी को पुराने चैट कैसे हासिल हो रहे हैं। आइए इसे समझने की कोशिश करते हैं।
डाटा एंक्रिप्टेड है तो रीकवर कैसे हो रहे?
व्हाट्सएप कहता है कि मैसेज को एक खास कोड के जरिए सुरक्षित रखा जाता है जिसे एंड टू एंड एन्क्रिप्शन नाम दिया गया है। पहले व्हाट्सएप चैट के थर्ड पार्टी बैकअप को लेकर एन्क्रिप्शन नहीं देता था लेकिन हाल ही में उसने चैट बैकअप के लिए भी एन्क्रिप्शन जारी कर दिया है। व्हाट्सएप का कहना है कि उसकी डाटा सुरक्षा नीतियां काफी मजबूत हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि व्हाट्सएप की डाटा सुरक्षा नीति में अनेक झोल हैं। साइबर मामलों के विशेषज्ञों का कहना है कि व्हाट्सएप के दावे झूठे हैं। व्हाट्सएप की प्राइवेसी पॉलिसी के अनुसार, आमतौर पर कंपनी यूजर्स के मैसेज स्टोर नहीं करती, लेकिन सवाल यह है कि जब मैसेज स्टोर ही नहीं होता है तो फिर साल 2017 के चैट 2020 में कैसे सामने आ रहे हैं।
इसके अलावा यदि मैसेज किसी सर्वर पर स्टोर नहीं होता है तो फिर यूजर्स को व्हाट्सएप डाटा बैकअप की सुविधा कैसे देता है। कुछ अंतरराष्ट्रीय साइबर विशेषज्ञों के मुताबिक, हकीकत में कोई भी थर्ड पार्टी व्हाट्सएप संदेशों को गैरकानूनी या कानूनी, दोनों तरीकों से हासिल कर सकती है। आपराधिक जांच के दौरान सबूतों को मीडिया को दिया जाना सीआरपीसी के साथ सुप्रीम कोर्ट के अनेक फैसलों का उल्लंघन है।
आखिर दिक्कत कहां है?
यहां दो तरह की बातें हैं जिन्हें समझने की जरूरत है। पहला यह कि व्हाट्सएप के मुताबिक आपकी चैट पूरी तरह से एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड है। इसका मतलब यह है कि इस मैसेज को सिर्फ दो ही लोग पढ़ सकते हैं, पहला भेजने वाला और दूसरा प्राप्त करने वाला, लेकिन सच्चाई यह है कि व्हाट्सएप की चैटिंग पूरी तरह से एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड नहीं है। दरअसल सारा झोल चैट बैकअप के साथ है। यदि आप अपने चैट का बैकअप लेते हैं तो आपके चैट के लीक होने का खतरा है तो बेहतर यही होगा कि आप अपने व्हाट्सएप चैट का बैकअप सोच-समझकर लें।
यदि आप भी अपने व्हाट्सएप चैट का डाटा हासिल करना चाहते हैं तो आप यह काम आसानी से कर सकते हैं। इसके लिए आपको अपने व्हाट्सएप चैट के अकाउंट सेटिंग में जाकर Request Account Info पर क्लिक करके डाटा के लिए अनुरोध कर सकते हैं। एक सप्ताह बाद आपको डाटा मिल जाएगा जिसे डाउनलोड करके आप अपने पुराने चैट देख सकते हैं।