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Shimla News: पर्यटन स्थल कुफरी की पुनर्विकास योजना को लागू नहीं करने पर हाईकोर्ट ने लिया कड़ा संज्ञान

अमर उजाला ब्यूरो, शिमला Published by: Krishan Singh Updated Sat, 01 Apr 2023 05:00 AM IST
सार

कुफरी की पुनर्विकास योजना को लागू न करने में हाईकोर्ट ने कड़ा संज्ञान लिया है। अनापत्ति प्रमाण पत्र न देने पर अदालत ने केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान (सीपीआरआई) से एक हफ्ते में जवाब तलब किया है। 

The High Court took strict cognizance of not implementing the redevelopment plan of tourist destination Kufri
हिमाचल हाईकोर्ट - फोटो : अमर उजाला

विस्तार

पर्यटन स्थल कुफरी की पुनर्विकास योजना को लागू न करने में हाईकोर्ट ने कड़ा संज्ञान लिया है। अनापत्ति प्रमाण पत्र न देने पर अदालत ने केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान (सीपीआरआई) से एक हफ्ते में जवाब तलब किया है। कुफरी स्थल की स्की ढलानों को पुनर्जीवित करने और इसे घोड़ों के गोबर के ढेर से मुक्त करने के लिए सीपीआरआई से प्रस्तावित भूमि का अनापत्ति प्रमाण पत्र वांछित है। कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश सबीना और न्यायाधीश सत्येन वैद्य की खंडपीठ ने मामले की सुनवाई छह अप्रैल को निर्धारित की है। इस मामले में राज्य सरकार ने अपना जवाब दायर कर दिया है। सरकार ने अदालत को बताया कि हिलिंग हिमालय फाउंडेशन ने कुफरी में गोबर गैस संयंत्र बनाने के लिए हामी भर दी है।



इससे पहले राजस्थान की एक कंपनी को इसका ठेका दिया गया था। वर्ष 2018 में इस प्रोजेक्ट की कीमत 250 लाख रुपये रखी गई थी, लेकिन कंपनी ने इसका निर्माण नहीं किया और प्रशासन ने कंपनी के साथ किए करार को निरस्त कर दिया। अब हिलिंग हिमालय फाउंडेशन के साथ इस प्रोजेक्ट को बनाने का करार किया गया है। सरकार ने अदालत को बताया कि महत्वाकांक्षी कुफरी पुन: विकास परियोजना के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र के संबंध में केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान (सीपीआरआई) से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है। सरकार की ओर से अदालत को बताया गया कि शिमला जिला प्रशासन ने चीनी बांग्ला के पास एक हेक्टेयर भूमि की पहचान की थी, ताकि घोड़े के गोबर से बनने वाले गैस प्लांट और ग्रामीण हाट और पार्किंग के साथ एक एकीकृत परिसर स्थापित किया जा सके।


बता दें कि समाचार पत्र में छपी खबर पर हाईकोर्ट ने संज्ञान लिया है। खबर के अनुसार कुफरी में लगभग 50 करोड़ की लागत से 1,500 घोड़ों को समायोजित करने के लिए अस्तबल और घोड़े के गोबर से मीथेन गैस का उत्पादन करने के लिए एक गोबर गैस संयंत्र स्थापित करने की परिकल्पना की गई है। इसके अलावा पार्किंग स्थलों का निर्माण, सड़क की स्थापना के साथ सौंदर्यीकरण बैठक, फव्वारा, प्रकाश और ध्वनि शो, पैदल पथ, शौचालय, वर्षा आश्रय और एक ग्रामीण हाट (भोजन और शिल्प बाजार) बनाने के लिए भूमि की तलाश की गई है। लेकिन, प्रस्तावित भूमि के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र के संबंध में केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान (सीपीआरआई) से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है।

अभी ये सुविधाएं है कुफरी में वर्तमान में कुफरी में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए कुफरी फन वर्ल्ड, हिप हिप हुर्रे एडवेंचर पार्क, हिमालयन नेचर पार्क, इंदिरा टूरिस्ट पार्क, टोबोगनिंग, महासू चोटी में घुड़सवारी, ट्रैकिंग, साइकिलिंग, कुफरी मुख्य बाजार, प्रकृति और संस्कृति फोटोग्राफी और याक की सवारी शामिल हैं। कुफरी में आने वाली एक और बड़ी निजी परियोजना भारत का पहला इनडोर स्की पार्क है। कुफरी में अंतिम स्की कार्निवल फरवरी 1968 में आयोजित किया गया था, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में स्नोलाइन ऊपर की ओर स्थानांतरित हो गई थी और 1982 और 1991 में कुछ सत्रों को छोड़कर कुफरी में स्कीइंग अतीत की एक शौकीन स्मृति थी।


 

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